राधिका यादव की हत्या: जब घर ही नहीं रहा सुरक्षित
गुरुवार की वो दोपहर… साकेत के शांत इलाके में अचानक हड़कंप मच गया। सिर्फ 35 साल की राधिका यादव – एक जिंदगी जो अपने ही घर में किसी दरिंदे के हाथों खत्म हो गई। सच कहूं तो, ये खबर पढ़कर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। पड़ोसियों ने जब चीखें सुनीं और पुलिस को बुलाया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बेडरूम का वो मंजर… खून के छींटे, बिखरे हुए सामान – मानो कोई डरावनी फिल्म का सीन हो।
राधिका एक प्राइवेट कंपनी में marketing executive थीं। अकेली रहती थीं, पर क्या यही उनकी गलती थी? पुलिस की शुरुआती जांच बताती है कि वो पिछले कुछ हफ्तों से किसी के टार्गेट पर थीं। परिवार वालों का कहना है – अज्ञात नंबरों से calls, धमकी भरे messages… सब कुछ। और सबसे दुखद बात? उन्होंने पुलिस में शिकायत भी की थी! लेकिन हमारी सिस्टम तो तभी एक्शन लेती है जब… अब आप समझ ही गए होंगे।
अब पुलिस ने जोर-शोर से काम शुरू किया है। crime scene के CCTV footage में एक शक्की शख्स घूमता दिख रहा है। forensic रिपोर्ट के मुताबिक, चाकू के कई वार… बेरहमी से की गई हत्या। राधिका का mobile और laptop जब्त किया गया है – शायद उन धमकी भरे messages का पता चल सके। पर सवाल यह है कि ये सब अब क्या करेगा? एक जान तो जा चुकी है ना!
पूरा इलाका गुस्से में है। राधिका के परिवार का दर्द समझा जा सकता है – “अगर पुलिस ने हमारी बेटी की शिकायत को गंभीरता से लिया होता…” वहीं police commissioner साहब मीडिया को आश्वासन दे रहे हैं – “जल्द पकड़ेंगे”। women’s rights organizations ने तो सही मौके पर आवाज उठाई है – औरतों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून चाहिए। पर क्या सिर्फ कानून बनाने से काम चलेगा? हमारी सोच बदलनी होगी ना!
अब सबकी नजरें पुलिस पर टिकी हैं। कई teams लगी हुई हैं… forensic रिपोर्ट का इंतजार है… technical evidence जुटाया जा रहा है। पर ये सिर्फ एक क्राइम केस नहीं है दोस्तों। ये हमारे समाज का आईना है। जहां एक औरत अपने घर में भी सुरक्षित नहीं। जहां धमकियां मिलने पर भी कोई सुनवाई नहीं। और हां… अगले कुछ दिनों में ये केस political और social बहस का हिस्सा बनेगा – फिर सब भूल जाएंगे। ऐसा ही तो होता आया है ना?
सच तो ये है कि राधिका की मौत सिर्फ एक हत्या नहीं, हमारी सामूहिक विफलता है। पुलिस एक्शन, कोर्ट केस… ये सब तो चलेगा। पर असल सवाल ये है कि क्या हम सच में कुछ सीखेंगे? क्या अगली राधिका को बचा पाएंगे? या फिर… अफसोस, आप जानते हैं कि जवाब क्या है।
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Source: NDTV Khabar – Latest | Secondary News Source: Pulsivic.com