अलवर पुलिस ने पकड़ी हसीना: 15 अमीरों को हनीट्रैप में फंसाने वाली ‘मासूम’ दिखने वाली शातिर
अरे भई, अलवर पुलिस ने तो आजकल बड़ा धमाका कर दिया! उन्होंने हसीना नाम की एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है जो बाहर से तो बिल्कुल मासूम लगती थी, लेकिन असल में थी एकदम खतरनाक। सोचो, पूरे 22 साल से ये औरत अमीर लोगों को फंसा-फंसा कर उनसे लाखों रुपये ऐंठ रही थी। और हैरानी की बात ये कि अब तक 15 रईसजादों को अपना शिकार बना चुकी है! सच कहूं तो, ये केस तो साबित करता है कि आजकल सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स कितने खतरनाक हो सकते हैं।
कहानी तो बड़ी फिल्मी है: एक ‘बिजनेसवुमन’ जिसका असली बिजनेस था धोखाधड़ी!
देखिए न, हसीना असल में मध्य प्रदेश की रहने वाली थी, लेकिन अलवर और आसपास के इलाकों में अपना ‘काम’ कर रही थी। इसकी तो पूरी एक स्टाइल थी – पहले सोशल मीडिया या डेटिंग ऐप्स पर अमीर मर्दों से कनेक्ट होती, फिर धीरे-धीरे उनका विश्वास जीतती। और एक बार जब शिकार उसके जाल में फंस जाता, तो फिर? वो तो उनकी निजी जानकारियां और फोटोज का इस्तेमाल करके उन्हें ब्लैकमेल करने लगती। सुनकर हैरानी होगी कि कुछ मामलों में तो उसने 50 लाख रुपये तक वसूले! अब सवाल ये उठता है कि इतने सालों तक ये सब कैसे चलता रहा? जवाब साफ है – डर के मारे पीड़ित चुप रहते थे। लेकिन एक शख्स ने हिम्मत दिखाई और पुलिस के पास शिकायत की – और फिर क्या था, पूरा घपला खुल गया!
पुलिस ने कैसे पकड़ा? ऑपरेशन ‘हनीट्रैप’ की पूरी कहानी
तो अलवर पुलिस की स्पेशल टीम ने छापेमारी करके हसीना को धर दबोचा। और हां, सिर्फ उसे ही नहीं, बल्कि उसके कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड्स और बैंक डिटेल्स भी जब्त कर लीं। अब पुलिस को शक है कि ये तो बस एक छोटा सा हिस्सा है, असल में तो कोई बड़ा गैंग ही काम कर रहा है। पूछताछ में पता चला कि अलग-अलग शहरों में इसके सहयोगी भी मौजूद हैं। मतलब साफ है – ये कोई अकेली लुटेरी नहीं, बल्कि पूरी एक संगठित गिरोह थी!
क्या कह रहे हैं पीड़ित और अधिकारी? सुनिए दोनों तरफ की बात
पुलिस तो इस गिरफ्तारी पर बहुत खुश है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने तो यहां तक कह दिया – “ये तो बस शुरुआत है, अभी तो पूरे गैंग को उखाड़ फेंकेंगे!” वहीं एक पीड़ित की बात सुनिए – “मैं तो सोच भी नहीं सकता था कि मैं ऐसी चाल में फंस जाऊंगा…अब तो लगता है जैसे नींद से जागा हूं।” स्थानीय नेताओं ने भी इस मामले में गंभीरता दिखाई है। पर सवाल ये है कि क्या सिर्फ एक हसीना को पकड़ लेने से ये सिलसिला रुक जाएगा?
अब आगे क्या? पुलिस की योजनाएं और हमारी सुरक्षा
अब पुलिस की नजर हसीना के पूरे नेटवर्क पर है। और हां, सोशल मीडिया पर लोगों को जागरूक करने के लिए कुछ कदम भी उठाए जा सकते हैं। पर मेरी निजी राय? हमें भी सतर्क रहना होगा। ऑनलाइन दोस्ती करते वक्त थोड़ा दिमाग लगाना होगा, वरना…अगला शिकार कोई और हो सकता है!
आखिरी बात: ये केस तो याद दिलाता है कि आजकल अपराधी कितने स्मार्ट हो गए हैं। पुलिस की तो ड्यूटी है, लेकिन हमें भी अपनी सुरक्षा के लिए आंखें खुली रखनी होंगी। वैसे भी, जैसे कहते हैं न – ‘सावधानी हटी, दुर्घटना घटी’!
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Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com