**

भारत को मिले AH-64E अपाचे हेलिकॉप्टर: जोधपुर में तैनाती, सीमा सुरक्षा मजबूत

अब भारतीय वायुसेना (IAF) ने एक बड़ा कदम उठाया है। अमेरिका से आए AH-64E अपाचे हेलिकॉप्टरों की नई खेप जोधपुर पहुंच चुकी है। और ये कोई आम हेलिकॉप्टर नहीं हैं, बल्कि दुनिया भर में इन्हें ‘Flying Fortress’ कहा जाता है – जैसे हवा में उड़ती तोप! सच कहूं तो, पाकिस्तानी सीमा के इतने करीब जोधपुर में इनकी तैनाती एक बड़ा संदेश है। क्या आपको नहीं लगता कि यह हमारी सुरक्षा को एक नया लेवल देगा?

एक नजर पीछे: अपाचे डील की कहानी

याद है 2015 का वक्त? तब हमने Boeing से 22 अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदने का डील किया था। और अब ये धीरे-धीरे आ रहे हैं। असल में, 2019 में पहले कुछ हेलिकॉप्टर आए थे – ठीक उसी साल जब हमने ऑपरेशन सिंदूर किया था। अब तो आप समझ ही गए होंगे कि ये क्यों जरूरी हैं। इनमें लगे advanced radar और Hellfire मिसाइलें तो एक तरफ, इनकी स्वचालित तोपें ही दुश्मन के लिए खतरनाक हैं।

जोधपुर में तैनाती: क्यों है यह स्मार्ट मूव?

अब सवाल यह कि इन्हें जोधपुर में ही क्यों रखा गया? देखिए, यहां का एयरबेस पाकिस्तानी बॉर्डर से बस कुछ ही मिनटों की दूरी पर है। मतलब अगर कुछ हो, तो ये तुरंत एक्शन ले सकते हैं। और सबसे मजेदार बात? ये रात के अंधेरे में भी बिल्कुल सटीक वार कर सकते हैं। ऐसा लगता है जैसे कोई रोबोटिक हॉक आंखें! राजस्थान के रेगिस्तान में इनका टेस्ट भी हो चुका है – 50 डिग्री तापमान में भी ये बिल्कुल फिट। क्या कहने!

क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स?

रक्षा विशेषज्ञों की मानें तो ये हेलिकॉप्टर हमारी स्ट्राइक पावर को कई गुना बढ़ा देंगे। वायुसेना के एक अधिकारी ने तो यहां तक कहा – “ये दुश्मन के लिए खुली चेतावनी है।” हालांकि, कुछ लोगों को लगता है कि यह डील बहुत महंगी पड़ सकती है। पर सच पूछो तो, सुरक्षा पर खर्च करना कभी बेकार नहीं जाता। है न?

आगे की रणनीति: क्या होगा अगला मूव?

अभी तो पार्टी शुरू ही हुई है! अगले कुछ महीनों में और अपाचे हेलिकॉप्टर आने वाले हैं। इन्हें हम पश्चिमी और उत्तरी सीमा पर तैनात करेंगे। विश्लेषक कहते हैं कि चीन और पाकिस्तान को यह एक साफ संदेश है – भारत अब पहले जैसा नहीं रहा। और सच कहूं? ये अपाचे हेलिकॉप्टर हमारी मिलिट्री पावर का गेम-चेंजर साबित होंगे। देखते हैं आगे क्या होता है!

यह भी पढ़ें:

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

More From Author

“ईश्वर की कृपा रही तो…” – धनखड़ ने 10 दिन पहले ही दिए थे इस्तीफे के संकेत, जानें पूरा मामला

** “BJP का बिहार वाला दांव! उपराष्ट्रपति चुनाव में नीतीश-लालू की मजबूरी?”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent Comments