फ्रांस ने फिलिस्तीन को मान्यता दी, और इजरायल का गुस्सा फूट पड़ा!
अब ये क्या हुआ? फ्रांस – जो यूरोप के ताकतवर देशों में गिना जाता है – ने अचानक फिलिस्तीन को एक अलग देश मानने का ऐलान कर दिया। और तो और, फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने साफ कहा कि वो सितंबर में UNGA में इस पर प्रस्ताव लाएंगे। अब ये तो हो गया बड़ा मोड़, है न? लेकिन इजरायल तो जैसे आगबबूला हो गया! उनका कहना है कि ये फैसला “दुनिया की शांति के लिए खतरा” है। वाह, बात तो बढ़िया बनाई!
असल में, ये पूरा मामला कोई नया नहीं है। फिलिस्तीन और इजरायल के बीच का झगड़ा तो दशकों पुराना है – जमीन को लेकर, सीमाओं को लेकर, मान्यता को लेकर। एक तरफ तो 130 से ज्यादा देश फिलिस्तीन को मान चुके हैं, वहीं अमेरिका और यूरोप के कुछ देश अभी तक नहीं माने। फ्रांस तो इससे पहले भी दोनों के बीच बिचौलिया बनता रहा है, लेकिन इतना साफ-साफ कहना… ये पहली बार हुआ है।
अब आते हैं ताजा अपडेट्स पर। फ्रांसीसी राष्ट्रपति UN में प्रस्ताव लाने वाले हैं, और इजरायली PM साहब बिल्कुल खफा हैं। उनका कहना है कि ये “एकतरफा और गलत” फैसला है। अमेरिका? वो तो अभी तक ‘शांति-शांति’ खेल रहा है – ना समर्थन, ना विरोध। चालाकी से काम ले रहे हैं, समझ रहे हैं न?
दुनिया की प्रतिक्रिया? मजेदार है! इजरायल का कहना है कि ये शांति प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाएगा, जबकि फिलिस्तीन इसे ‘ऐतिहासिक’ बता रहा है। और यूरोपियन यूनियन? अरे भई, वहां तो फूट पड़ गई है – कुछ देश फ्रांस के साथ हैं, तो कुछ चिंतित हैं। एकदम गोलगप्पे जैसा मामला – हर कोई अपनी मर्जी की चटनी डाल रहा है!
तो अब क्या? अगर फ्रांस UN में प्रस्ताव लेकर आया, तो वोटिंग होगी। और फिर…? तनाव बढ़ेगा, झड़पें हो सकती हैं। यूरोपियन यूनियन की एकता पर भी सवाल उठ सकते हैं। सच कहूं तो, अगले कुछ हफ्ते बड़े दिलचस्प होने वाले हैं, खासकर जब UNGA चलेगी। क्या होगा? पता नहीं… लेकिन मजा जरूर आएगा!
यह भी पढ़ें:
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com