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कार्यस्थल संस्कृति को बदलने के 5 जबरदस्त तरीके – सुनने से शुरुआत करें!

5 ways transform workplace culture by listening 20250808153024476873

कार्यस्थल संस्कृति बदलने के 5 असरदार तरीके – और हाँ, पहला तरीका सुनने से ही शुरू होता है!

अरे भाई, एक अच्छी कार्यस्थल संस्कृति बनाना सिर्फ HR policies लागू करने जैसा नहीं है। ये तो वैसा ही है जैसे घर में अच्छा माहौल बनाना – थोड़ा प्यार, थोड़ी समझदारी, और बहुत सारा खुलापन चाहिए! अगर आप चाहते हैं कि आपका organization सिर्फ numbers नहीं, बल्कि खुशहाल employees भी produce करे, तो ये 5 तरीके आजमाकर देखिए। और हाँ, सबसे पहला नियम… बस सुनिए। सच में!

1. सुनना सीखिए – वो भी दिल से (Active Listening)

सुनने की कला तो ऐसी चीज़ है जो 90% लोगों को आती ही नहीं। Employees को लगना चाहिए कि उनकी बात सिर्फ कान से नहीं, दिमाग से सुनी जा रही है। मैंने देखा है कि ज्यादातर companies में feedback sessions तो होते हैं, पर उन पर action? वो कभी नहीं होता।

एक छोटी सी tip – अगली बार जब कोई employee बात करे, तो phone side में रख दीजिए। बस। ये छोटी सी चीज़ बड़ा फर्क ला देगी। और हाँ, customers की feedback को भी नज़रअंदाज़ मत कीजिए। हर complaint एक opportunity है सुधारने का। सच कहूँ तो…

2. पारदर्शिता – ये शब्द नहीं, एक culture होना चाहिए

Transparency का मतलब सिर्फ financial reports share करना नहीं है। असल में तो ये एक feeling है जो employees के दिलों में बैठती है। मैंने एक company में काम किया था जहाँ CEO हर महीने एक open Q&A session रखता था – कोई सवाल, कोई झिझक नहीं। क्या पता चला? Employees 200% ज्यादा engaged थे!

और सुनिए, anonymous feedback का option तो must-have है। Digital tools like Slack या Teams का use करके आप इस process को और भी smooth बना सकते हैं। पर ध्यान रहे – tools important हैं, पर उनसे ज्यादा important है intention।

3. टीमवर्क – जहाँ ‘मैं’ नहीं, ‘हम’ बोलता है

याद है school के वो group projects? जहाँ एक आलसी बच्चा पूरे group का ग्रेड खराब कर देता था? अरे, office में तो ऐसा बिल्कुल नहीं चलेगा! Departments के बीच healthy competition अच्छा है, पर cut-throat competition? बिल्कुल नहीं।

एक idea जो मैंने कई startups में काम करते देखा – monthly “失败会议” (failure meetings)। जी हाँ, जहाँ सिर्फ गलतियों पर discuss किया जाता है। मजेदार बात? इससे टीम bonding कितनी strong हो जाती है, आप सोच भी नहीं सकते।

4. नवाचार – ये कोई option नहीं, ज़रूरत है

Innovation के नाम पर सिर्फ एक suggestion box रख देना काफी नहीं है। असल में तो ये एक mindset होना चाहिए। मैं एक company के बारे में सुनकर हैरान रह गया जहाँ employees को “10% innovation time” मिलता था – हफ्ते का 10% समय अपने नए ideas पर काम करने के लिए। और guess what? उनके best products इसी से निकले!

और हाँ, flexible work culture के बिना तो बात अधूरी है। Remote work सिर्फ trend नहीं, नई जरूरत है। पर याद रहे – flexibility का मतलब अनुशासन खत्म करना नहीं है। Balance बनाना आना चाहिए।

5. नेतृत्व – जहाँ दिल से सुनने वाले leaders हों

Empathetic leadership आज की date में सबसे बड़ी खोज है। मैंने देखा है कि जिन companies में leaders employees के साथ खाना खाते हैं, casual chats करते हैं, वहाँ का culture कुछ और ही level का होता है।

एक personal example share करूँ? मेरी पहली job में मेरे manager ने मेरे birthday पर मुझे छुट्टी दे दी थी – official leave नहीं, बल्कि अपनी personal leave में से। छोटी सी बात? शायद। पर impact? मैं आज तक नहीं भूला।

तो क्या सीखा आज?

देखिए, workplace culture कोई rocket science नहीं है। थोड़ा सा दिल लगाइए, थोड़ा सा सुनिए, और बाकी चीज़ें अपने आप बनती चली जाएंगी। ये 5 points तो बस शुरुआत हैं – असली मजा तो तब है जब आप इन्हें अपने तरीके से customize करते हैं।

आपकी बारी!
अपने experience से कोई interesting workplace culture tip share करें न! क्या आपकी company में कोई unique practice है जो काम करती है? Comments में बताइए – promise करता हूँ, पूरा पढ़ूंगा!

Source: ZDNet – AI | Secondary News Source: Pulsivic.com

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