गुजरात की Torrent Pharma अब JB Chemicals में हाथ आजमाएगी – फार्मा सेक्टर में भूचाल आने वाला है!
अरे भाई, भारतीय फार्मा इंडस्ट्री में तूफान आने वाला है! अहमदाबाद की मशहूर Torrent Pharma ने Mumbai की JB Chemicals & Pharmaceuticals में 19,500 करोड़ रुपये की बड़ी-बड़ी हिस्सेदारी खरीदने का फैसला किया है। सच कहूं तो ये कोई आम खबर नहीं है – ये तो भारत के फार्मा सेक्टर की दूसरी सबसे बड़ी डील होने जा रही है। सोचो, इतने बड़े अधिग्रहण (acquisition) के बाद मार्केट का नक्शा ही बदल जाएगा!
दो बड़े खिलाड़ी, एक मंच
अब सवाल यह है कि आखिर ये दोनों कंपनियां हैं कौन? Torrent Pharma, जिसकी कहानी 1959 से शुरू होती है, दिल और डायबिटीज की दवाओं में तो जैसे राजा है। वहीं JB Chemicals… अरे यार, 1976 वाली ये कंपनी तो औरतों की सेहत और जेनरिक दवाओं में अपना जलवा बिखेर चुकी है। दोनों का ये मिलन कुछ वैसा ही है जैसे कोई पावर कपल बन रहा हो!
मजे की बात ये कि एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि इस डील के बाद Torrent Pharma, Sun Pharma के पीछे नंबर 2 की पोजीशन पर आ जाएगी। ग्लोबल मार्केट में तो जैसे उसकी पकड़ और मजबूत हो जाएगी। पर सच पूछो तो ये सब इतना आसान भी नहीं है…
डील का असली मसला
तो बात ये है कि Torrent Pharma, JB Chemicals में 19,500 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी खरीदेगी – पैसे और शेयर्स दोनों के जरिए। इससे उसका मार्केट शेयर तो बढ़ेगा ही, साथ ही 50 से ज्यादा देशों में उसकी धाक जम जाएगी। लेकिन रुको! अभी तो पार्टी शुरू भी नहीं हुई। SEBI और दूसरे regulatory approvals का इंतज़ार तो अभी बाकी है। शायद 6-8 महीने और लगेंगे इस पूरी प्रक्रिया में।
मार्केट की राय – कुछ खुश, कुछ परेशान
Torrent Pharma के लोग तो बड़े उत्साहित हैं। उनका कहना है, “ये डील हमारी रिसर्च क्षमता को नई उड़ान देगी।” वहीं JB Chemicals के शेयरहोल्डर्स की खुशी का ठिकाना नहीं – क्योंकि कंपनी की कीमत तो आसमान छूने वाली है!
पर कुछ लोगों की चिंता भी समझ आती है। कह रहे हैं न कि ये डील छोटी कंपनियों के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है। Monopoly का खतरा तो हमेशा बना रहता है ऐसे बड़े सौदों में। सच्चाई ये है कि competition पर असर पड़ना तय है – पर अच्छा या बुरा, ये तो वक्त ही बताएगा।
आगे की राह
अब Torrent Pharma की नजर US और European markets पर टिकी हुई है। एक्सपर्ट्स की मानें तो drug prices पर भी इसका असर दिख सकता है। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो देखना ये है कि क्या ये कंपनी वाकई में global pharmaceutical industry का नया सितारा बन पाएगी?
अंत में बस इतना कि ये डील सिर्फ दो कंपनियों के लिए नहीं, पूरे भारतीय फार्मा सेक्टर के लिए turning point साबित हो सकती है। अब बस इंतज़ार है तो बस इस बात का कि ये भूचाल आखिर कितना बड़ा होगा!
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Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com