black sea corridor india strategy turkey azerbaijan china p 20250702132845288224

“ब्लैक सी कॉरिडोर: भारत कैसे साधेगा तुर्की, अजरबैजान, चीन और पाकिस्तान को? दोस्त देश की मदद से रणनीति!”

ब्लैक सी कॉरिडोर: भारत की चाल या चुनौती?

अभी-अभी एक दिलचस्प खबर आई है – भारत ने Black Sea Corridor पर अपनी नज़रें गड़ा दी हैं। सोचिए, यूरोप और एशिया के बीच एक नया व्यापार रास्ता जिसमें भारत की बड़ी भूमिका हो सकती है। बात तो बढ़िया है, लेकिन… हमेशा की तरह एक ‘लेकिन’ ज़रूर आता है न? चीन, तुर्की, पाकिस्तान जैसे देश इस रास्ते पर पहले से कब्ज़ा जमाए बैठे हैं। तो सवाल यह है कि क्या भारत इस जंगल में अपना रास्ता बना पाएगा?

पूरी कहानी समझिए

Black Sea Corridor को समझना है तो INSTC (International North-South Transport Corridor) को समझना होगा। ये कोई नई बात नहीं, लेकिन अब गेम चेंजर हो सकता है। देखिए न, चीन तो BRI (Belt and Road Initiative) के ज़रिए पूरे एशिया में अपने पैर पसार चुका है। अजरबैजान? उनका। जॉर्जिया? उनका। पर हमारा पुराना दोस्त आर्मेनिया अब भारत की तरफ देख रहा है। क्या ये मौका हाथ से जाने देंगे?

ताज़ा अपडेट: क्या चल रहा है?

पिछले कुछ महीनों में कुछ बड़े फैसले हुए हैं:
– भारत ने आर्मेनिया को military और infrastructure सपोर्ट देने का वादा किया है (बिल्कुल सही समय पर!)
– तुर्की-पाकिस्तान गैंग परेशान है (हैरानी की बात नहीं)
– ईरान… अरे भई, अमेरिका के चक्कर में वो कुछ ठीक से कर भी नहीं पा रहे
– और चीन? वो तो बस मौके की ताक में है

असल में बात ये है कि ये सिर्फ एक trade route नहीं, बल्कि पूरे region का power equation बदलने वाला मामला है।

कौन क्या बोला?

दिलचस्प बात ये है कि हर कोई अलग राग अलाप रहा है:
– भारत का MEA बोल रहा है – “ये तो हमारी Central Asia policy का हिस्सा है”
– आर्मेनिया खुश है – “भारत भाई, तुम आओगे न?”
– चीन का media चिल्ला रहा है – “ये हमारे BRI को चुनौती है!”
– और पाकिस्तान? वो तो हमेशा की तरह conspiracy theories बना रहा है

आगे की राह

अब सवाल ये उठता है कि भारत के लिए ये कितना मुमकिन है? सच कहूँ तो बहुत मुश्किल, पर नामुमकिन नहीं। देखिए न:
– आर्मेनिया और ईरान के साथ partnership मजबूत करनी होगी
– अमेरिका-यूरोप को convince करना होगा
– और सबसे बड़ी बात – चीन की चालों को पढ़ना होगा

एक तरफ तो opportunity है, दूसरी तरफ challenge। पर जैसा कि हम जानते हैं – भारत अकेले खेलने वाला देश नहीं है। अगले 5 साल देखने वाले होंगे कि ये chess game किसके हक में जाती है।

आपको क्या लगता है? क्या भारत इस जटिल geopolitical puzzle को solve कर पाएगा? कमेंट में बताइए!

यह भी पढ़ें:

Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

More From Author

ex congress mla asp clash police intervention reason 20250702125257230326

“पूर्व कांग्रेस MLA और ASP में जबरदस्त झड़प – पुलिस ने रोकने की असली वजह सामने आई!”

pakistan unsc chair india challenge 20250702135326600679

“UNSC का अध्यक्ष बना पाकिस्तान: क्या भारत के लिए बड़ी चुनौती बनेगी अंतरराष्ट्रीय मंच पर?”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent Comments