ब्रिटिश F-35B का केरल कनेक्शन: क्या सच में फंसा है रॉयल नेवी का यह ‘चुपके से आने वाला’ जेट?
दोस्तों, केरल में पिछले तीन हफ्ते से एक ऐसा ड्रामा चल रहा है जो सीधे हॉलीवुड स्पाई थ्रिलर से निकला लगता है। सुनकर हैरान रह जाएंगे – ब्रिटेन की Royal Navy का F-35B stealth fighter हमारे यहाँ के एक एयरबेस पर फंसा पड़ा है! और हाँ, मामला सिर्फ इतना ही नहीं है। असल बात तो ये है कि हमारे वायुसेना वालों को इस जेट को छूने तक नहीं दिया जा रहा। अब आप ही बताइए, ऐसे में जासूसी के शक के बादल क्यों नहीं छाएंगे?
F-35B: जिसके पीछे पूरी दुनिया पागल है
अरे भई, ये कोई साधारण जेट थोड़े ही है! F-35B को दुनिया का सबसे खतरनाक (और सबसे sophisticated) stealth fighter माना जाता है। Lockheed Martin का ये शाही खिलौना ब्रिटेन के aircraft carriers की ताकत बढ़ाता है। पर सवाल तो ये है कि ये केरल के एयरबेस पर कैसे पहुंच गया? है न मजेदार बात? और तो और, दोनों सरकारें चुप्पी साधे बैठी हैं। कुछ तो गड़बड़ है, साफ दिख रहा है!
अभी तक क्या-क्या पता चला है?
ठीक-ठीक जानकारी तो किसी के पास नहीं, लेकिन सूत्रों की मानें तो ये जेट केरल के एक सुरक्षित एयरबेस पर पड़ा हुआ है। और यहाँ तो मजा आ गया – हमारे technicians को इसके पास जाने से रोका जा रहा है! ब्रिटिश अधिकारी मानो मुँह में पानी लिए बैठे हैं, जबकि हमारे लोग ‘तकनीकी खराबी’ की बात कर रहे हैं। पर कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया वालों का तो यहाँ तक कहना है कि शायद हमने जान-बूझकर इस stealth तकनीक को समझने की कोशिश की हो। हालांकि, ये सिर्फ अटकलें हैं फिलहाल।
दोनों तरफ से क्या रिएक्शन आया?
हमारे रक्षा मंत्रालय ने इसे “संवेदनशील मामला” बताया है और कहा है कि बातचीत चल रही है। वहीं ब्रिटिश High Commission वाले भी अपने ढंग से टालमटोल कर रहे हैं – “जाँच चल रही है, जल्द बयान आएगा” वाली फॉर्मल बातें। पर सच तो ये है कि अगर सच में हमने इस जेट की तकनीक को समझने की कोशिश की है, तो ये मामला बहुत बड़ा हो सकता है। राजनीति और सुरक्षा, दोनों ही मोर्चों पर!
अब आगे क्या होगा?
देखिए, अभी तो स्थिति बहुत fluid है। हो सकता है जल्द ही दोनों देशों के बीच high-level talks हों। अगर सच में technical fault है, तो जेट को ठीक करके वापस भेज दिया जाएगा। लेकिन… और ये बड़ा लेकिन है… अगर जासूसी के आरोप सही निकले, तो भारत-ब्रिटेन रिश्तों पर गहरा असर पड़ेगा। फिलहाल तो ये पूरा मामला रहस्य के अंधेरे में डूबा हुआ है। पर इतना तय है कि आने वाले दिनों में कुछ न कुछ बड़ा खुलासा होगा ही।
एक बात तो साफ है – ये पूरा प्रकरण दिखाता है कि आज के दौर में एक छोटी सी तकनीकी गड़बड़ी भी कैसे दो देशों के बीच तनाव पैदा कर सकती है। अंतरराष्ट्रीय राजनीति का ये खेल बड़ा ही दिलचस्प है, है न?
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Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com