सोहम पारेख: वो ‘माउस जगलर’ जिसने 5 नौकरियों से कमाए 2.5 लाख रोज… पर अब क्यों फंस गया?
अरे भाई, कहानी तो सुनो! सोहम पारेख, जिसे हम ‘माउस जगलर’ के नाम से जानते थे, अचानक चर्चा में आ गया है। पर इस बार उसकी तारीफ़ होने की बजाय… उल्टा सवाल हो रहे हैं। क्या सच में वो एक साथ 5 नौकरियां करके कंपनियों को चकमा दे रहा था? अमेरिका के एक फाउंडर ने तो सीधे ट्वीट कर दिया – “ये पूरा एक धोखा था!”
असल में बात ये है कि सोहम ने खुद ही बताया था कि वो ‘माउस जगलिंग’ तकनीक से एक साथ 5 जॉब्स मैनेज करता है। सुनने में तो लगता है कमाल का है न? पर अब पता चला कि शायद ये तकनीक सिर्फ़ टाइम मैनेजमेंट नहीं, बल्कि कंपनियों को गुमराह करने का तरीका था। है न मजेदार बात?
तो क्या हुआ अचानक? देखिए, मामला तब गरमाया जब:
- एक अमेरिकी स्टार्टअप वाला बोला – “ये हमारे समय का दुरुपयोग कर रहा था!”
- फिर दूसरा उद्यमी भी आ गया शिकायत लेकर
- और अब तो #MouseJuggler ट्रेंड कर रहा है ट्विटर पर
ईमानदारी से कहूं तो, इस पर दो तरह की राय चल रही है। एक तरफ़ तो फाउंडर्स गुस्से में हैं – “ये तो सीधा फ्रॉड है!” वहीं कुछ लोग कहते हैं – “अरे यार, इसे मल्टीटास्किंग का ही तो नाम है।” पर सवाल ये है कि क्या सच में ये ईमानदारी से मल्टीटास्किंग थी… या फिर चालाकी से एक से ज्यादा जगह सैलरी लेने का तरीका?
अब आगे क्या? मेरे ख़्याल से तो:
- कंपनियां अब और सख़्त हो जाएंगी remote work पर
- नई पॉलिसीज़ आ सकती हैं माउस एक्टिविटी ट्रैक करने के लिए
- और हां, अगर सबूत मिले तो कानूनी केस भी हो सकता है
सच कहूं तो, ये पूरा मामला work from home कल्चर के उस ग्रे एरिया को दिखाता है जहां नियम अभी साफ़ नहीं हैं। एक तरफ़ तो फ्लेक्सिबिलिटी अच्छी है, पर दूसरी तरफ़… ऐसे लोग सिस्टम का फायदा उठा लेते हैं। क्या आपको नहीं लगता कि अब इस पर गंभीरता से बात होनी चाहिए?
फिलहाल तो सोहम ने कुछ नहीं कहा। पर ये केस आने वाले दिनों में remote work policies पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है। देखते हैं आगे क्या होता है… क्योंकि जहां तकनीक है, वहां नए तरीके से धोखाधड़ी भी तो होगी ही। है न?
सोहम पारेख के बारे में वो सवाल जो आप पूछना चाहते हैं (FAQs)
1. सोहम पारेख कौन हैं और ये ‘माउस जगलर’ वाली बात क्या है?
देखिए, सोहम कोई बहुत बड़े industrialist तो नहीं, लेकिन इन्होंने एक ऐसा कमाल किया जिसने सबका ध्यान खींचा। सोचिए, सिर्फ एक computer mouse से रोज के 2.5 लाख! है न मजेदार? असल में, ये ‘माउस जगलर’ concept online surveys, data entry जैसे छोटे-छोटे कामों को smart तरीके से manage करके पैसे कमाने का तरीका है। बिल्कुल वैसे ही जैसे कोई जगलर एक साथ कई चीजें संभालता है।
2. सोहम का ये ‘5 नौकरियों वाला राज’ क्या चीज है?
असल में राज कुछ खास नहीं, बस common sense की बात है। सोहम ने कभी एक ही income source पर depend नहीं रहना सीखा। freelancing से लेकर affiliate marketing तक, content creation से लेकर online coaching तक – इन्होंने अपने अंडे एक ही टोकरी में नहीं रखे। और सच कहूं तो आज के digital दौर में यही तो smart strategy है न?
3. क्या हम भी सोहम की तरह माउस जगलिंग से पैसे कमा सकते हैं?
सीधा जवाब – हां! लेकिन… (हमेशा एक ‘लेकिन’ तो होता ही है न?) ये कोई जादू की छड़ी नहीं जो छूते ही पैसे गिरने लगें। सोहम ने भी शुरुआत में digital tools सीखने में महीनों लगाए। अगर आपको लगता है कि बिना मेहनत के ये काम करेगा, तो माफ कीजिएगा – reality check जरूरी है!
4. सोहम की success से हम क्या सीख सकते हैं?
एक तरफ तो ये कहानी हमें दिखाती है कि 9-to-5 job ही सबकुछ नहीं। लेकिन दूसरी तरफ, ये हमें ये भी सिखाती है कि overnight success जैसी कोई चीज नहीं होती। सोहम ने अपनी creativity और consistency से साबित किया कि अगर दिमाग लगाया जाए तो online दुनिया में opportunities की कोई कमी नहीं। और हां, passion के बिना तो बात बनती ही नहीं – ये तो मैं गारंटी से कह सकता हूं!
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com