ऑपरेशन सिंदूर: चीन ने कबूला, पर पाकिस्तान अभी भी कर रहा है बेशर्मी से इनकार!

Operation Sindhu: चीन ने झुककर माना, पर पाकिस्तान का झूठ अब भी जारी!

अभी कल की ही बात है जब भारत-चीन सीमा पर तनाव चरम पर था, और अचानक एक ऐसा खुलासा हुआ जिसने सबको चौंका दिया। सच कहूँ तो, चीन ने आखिरकार Operation Sindhu के दौरान पाकिस्तान को मिली सैन्य मदद को स्वीकार तो लिया… लेकिन हैरानी की बात ये है कि पाकिस्तान अभी भी “हमने कुछ नहीं किया” वाले राग अलापने में लगा हुआ है। सोचिए, जब एक पक्ष सच बोल रहा हो तो दूसरा क्यों झूठ पर अड़ा है? ये सवाल तो अब हर भारतीय के दिमाग में घूम रहा होगा।

पूरा माजरा क्या है? Operation Sindhu असल में था क्या?

देखिए, ये कोई आम military operation नहीं था। भारतीय सेना ने चुपके से चलाया था ये अभियान, जिसका मकसद था सीमा पार से हो रहे आतंकवादी हमलों को रोकना। मगर यहाँ twist ये आया कि हमारी intelligence agencies को पता चला कि पाकिस्तान को चीन से हथियारों की सप्लाई मिल रही थी! अब ये कोई नई बात तो नहीं – चीन-पाक दोस्ती तो जगजाहिर है – लेकिन पहली बार चीन ने खुलेआम ये मान लिया। है न दिलचस्प?

चीन का “हाँ” vs पाकिस्तान का “नहीं”

मामला तब गरमाया जब चीन के foreign ministry ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हाँ, हमने पाकिस्तान को defence equipment दिया था।” उनका कहना था कि ये तो बस routine military cooperation है। लेकिन भारत के लिए? बिल्कुल भी routine नहीं! और पाकिस्तान? उनका तो जवाब ही क्लासिक था – “हमें कुछ नहीं पता”। अरे भई, चीन तो मान चुका, फिर तुम क्यों नाटक कर रहे हो? ये वही पुरानी चाल है जिसमें पाकिस्तान हमेशा अपने किए से मुकर जाता है।

भारत ने क्या किया? और दुनिया क्या सोच रही है?

हमारी सरकार ने तुरंत जवाब दिया – और क्या जबरदस्त जवाब दिया! रक्षा मंत्रालय ने साफ कहा कि चीन का ये कदम पूरे region की stability के लिए खतरा है। वहीं international experts की राय है कि ये चीन की ‘String of Pearls’ strategy का हिस्सा हो सकता है – जिसमें वो पाकिस्तान के जरिए भारत को घेरना चाहता है। अब देखना ये है कि UN में ये मामला कितना गरमाता है।

अब आगे क्या? क्या होगा अगला मूव?

असल में, अभी तो ये सिर्फ शुरुआत है। भारत और चीन के बीच ये तनाव और बढ़ सकता है। कुछ analysts कह रहे हैं कि हम UN Security Council में इस issue को उठा सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ, पाकिस्तान का ये झूठ कब तक चलेगा? जब चीन खुद सच बोल चुका है तो इनका ड्रामा क्यों? सच कहूँ तो, अगले कुछ दिनों में कुछ भी हो सकता है – और हम सबकी नज़र इस पर टिकी हुई है।

एक बात तो तय है – ये game of thrones अभी खत्म नहीं हुआ!

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देखिए, चीन ने जब ऑपरेशन सिंदूर को मान लिया, तो ये तो साफ़ है कि भारत की मिलिट्री पावर को कोई ignore नहीं कर सकता। लेकिन साथ ही, पाकिस्तान का लगातार इनकार करना… है ना अजीब बात? जैसे कोई बच्चा जिद पकड़ ले कि “नहीं मानूंगा!”

असल में, ये पूरा मामला दो चीज़ें बताता है – एक तो भारत की बढ़ती ताकत, और दूसरा पाकिस्तान का वो mindset जो सच को स्वीकार ही नहीं करना चाहता। ईमानदारी से कहूं तो, अब तो उन्हें भी अपनी इस हठधर्मिता पर शर्म आनी चाहिए।

और हां, ये सिर्फ़ एक सैन्य ऑपरेशन की बात नहीं है। ये एक सबक है – जो दिखाता है कि कैसे एक देश अपनी गलतियों से सीखता है, और दूसरा… खैर, आप समझ ही गए होंगे।

तो क्या अब पाकिस्तान को सच स्वीकार करना चाहिए? मेरा मानना है कि हां, वक्त आ गया है। वरना आगे और भी शर्मिंदगी झेलनी पड़ेगी।

अगर आपको ये analysis सही लगे तो ज़रूर share करें – क्योंकि सच्चाई तो फैलनी ही चाहिए, है ना?

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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