भारत की ATAGS तोप: 48 KM तक मार, 25 गोले और गाइडेड फायर की ताकत – क्या यह दुनिया की सबसे बेस्ट है?
अरे भाई, भारत ने रक्षा टेक्नोलॉजी में एक ऐसा कमाल कर दिखाया है कि दुनिया के होश उड़ गए! DRDO की यह नई खिलौना (जो असल में खतरनाक तोप है) देखकर तो लगता है कि हमारे वैज्ञानिकों ने सच में जादू कर दिया। ATAGS नाम की यह तोप सिर्फ 48 किलोमीटर तक निशाना लगा सकती है – यानी दिल्ली से गुड़गांव की दूरी तक! और सबसे मजेदार बात? यह एक बार में 25 गोले भर सकती है। अब आप ही बताइए, क्या यह दुनिया की सबसे बेस्ट आर्टिलरी सिस्टम नहीं है?
स्वदेशी सपना: बोफोर्स का बदला लेने आई है ATAGS
याद है वो बोफोर्स स्कैंडल? अब उसका जवाब देने आ गई है हमारी अपनी ATAGS। 2013 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट की कहानी तो फिल्मी लगती है। सेना को चाहिए थी एक ऐसी तोप जो दुश्मन को दूर से ही धूल चटा दे। और हमारे वैज्ञानिकों ने बना डाली 155mm/52 कैलिबर की यह बेस्ट! पहले तो हम विदेशी तोपों पर निर्भर थे, लेकिन अब? ‘मेक इन इंडिया’ सिर्फ नारा नहीं, हकीकत बन चुका है। 2022 के पहले टेस्ट से लेकर अब तक तो यह और भी धाकड़ हो गई है!
क्या है इसकी खासियत? सुनकर दंग रह जाओगे!
असल में इसकी सबसे बड़ी ताकत है इसकी रेंज। 48 KM! यानी आप दिल्ली में बैठे-बैठे नोएडा में टारगेट मार सकते हैं (हालांकि ऐसा करना नहीं चाहिए वैसे)। गाइडेड मुनिशन टेक्नोलॉजी की वजह से इसकी एक्यूरेसी बिल्कुल शानदार है। एक मिनट में 5-6 राउंड फायर कर सकती है – यानी जब तक आप यह पैराग्राफ पढ़ेंगे, यह 10-12 गोले दाग चुकी होगी! और सबसे गर्व की बात? 90% से ज्यादा पार्ट्स भारत में ही बने हैं। बैरल से लेकर सस्पेंशन तक – सब देसी माल!
दुनिया में मचा हड़कंप: “ये कहाँ से आ गई?”
जब ATAGS का डेमो हुआ, तो विदेशी एक्सपर्ट्स की आँखें फटी की फटी रह गईं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तो खुशी से फूले नहीं समा रहे थे। DRDO का दावा है कि यह दुनिया की टॉप-5 तोपों में से एक है। और हमारे सैनिक? वो तो बस यही कह रहे हैं कि अब चीन और पाकिस्तान बॉर्डर पर मजा आ जाएगा! कई देश तो पहले ही इसे खरीदने के लिए लाइन में लग गए हैं। क्या यह भारत के डिफेंस एक्सपोर्ट का गेम-चेंजर साबित होगा?
आगे क्या? 150 तोपें और ग्लोबल डोमिनेंस!
अगले 2-3 सालों में भारतीय सेना 150 से ज्यादा ATAGS तोपें लेने वाली है। और तो और, मिडिल ईस्ट और साउथ ईस्ट एशिया के देश भी इस पर नजर गड़ाए बैठे हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो यह तोप भारत को आर्टिलरी टेक्नोलॉजी में वर्ल्ड लीडर बना सकती है। सच कहूँ तो, यह सिर्फ एक तोप नहीं, हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत और देश की ताकत का प्रतीक है। क्या आपको नहीं लगता कि ATAGS भारत के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगी?
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Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com