एयर इंडिया का झूठा ऑफर? टिकट खरीदकर भी ‘बेटिकट’ यात्रियों की कहानी!
क्या आपने कभी सोचा है कि एक टिकट खरीदने के बाद भी आप बिना टिकट वाले यात्री बन सकते हैं? जी हाँ, एयर इंडिया के कुछ यात्रियों के साथ ऐसा ही हुआ। एक ‘स्पेशल ऑफर’ जो असल में सिरदर्द बन गया। कल्पना कीजिए – आप अपग्रेड के लिए पैसे चुकाते हैं, और बदले में आपकी मूल टिकट गायब! ये कोई कॉमेडी शो नहीं, बल्कि असली ज़िंदगी की कहानी है। पंकज गुप्ता जैसे यात्रियों को तो सोशल मीडिया पर चिल्लाना पड़ा तब जाकर समाधान मिला। सच में, ये मामला एयर इंडिया के सिस्टम की हालत बयां करने के लिए काफी है।
क्या हुआ था असल में?
देखिए, एयर इंडिया ने एक शानदार ऑफर दिया था – टिकट अपग्रेड करो और बिजनेस क्लास में उड़ान भरो। लेकिन यहाँ वो मशहूर कहावत याद आती है – “देने वाला जब भी देता, छत्ता फोड़कर देता!” कई यात्रियों के साथ ऐसा ही हुआ। पेमेंट करते ही पुरानी टिकट गायब, नई टिकट कन्फर्म नहीं। एयरपोर्ट पर पहुँचे तो पता चला – “सर, आपके पास कोई वैध टिकट नहीं है।” है न मजेदार? वो भी तब जब आपने पैसे दे दिए हों!
सोशल मीडिया ने बचाई रात
अब सवाल यह है कि आखिर यात्रियों को न्याय कैसे मिला? जवाब है – ट्विटर की ताकत! पंकज गुप्ता जैसे यात्रियों ने जब #AirIndiaScam ट्रेंड करवाया, तभी एयरलाइन ने कान खोले। हालांकि, सच तो ये है कि ऐसी गलतियों से कंपनी की विश्वसनीयता पर सवाल तो उठते ही हैं। 15,000 रुपये देकर एयरपोर्ट पर बेइज्जती सहनी पड़े, ये तो किसी भी ग्राहक के लिए नाकाबिले-बर्दाश्त है।
क्या कह रहे हैं लोग?
एयर इंडिया का कहना है, “हम जांच कर रहे हैं।” वहीं एक यात्री का कटाक्ष देखिए – “अगर ये ‘मेक इन इंडिया’ है तो हम भारत छोड़ देंगे!” सोशल मीडिया पर तो माहौल गर्म है। कोई कह रहा है, “पहले विमान ठीक से चलाओ, फिर ऑफर देना।” सच कहूँ तो, ग्राहकों का गुस्सा जायज़ ही लगता है।
अब क्या?
एयर इंडिया ने जांच का ऐलान तो कर दिया है, लेकिन यात्रियों का भरोसा जीतने के लिए ये काफी नहीं। DGCA को भी इस मामले में दखल देना चाहिए। वैसे, अगर आप भी कभी टिकट अपग्रेड करवाने जाएँ, तो एक काम जरूर करें – कस्टमर केयर से कॉल रिकॉर्डिंग करवा लें। आजकल के जमाने में ये सावधानी जरूरी हो गई है।
आखिरी बात: ये पूरा मामला बताता है कि बड़े-बड़े ऑफरों के पीछे छुपी हो सकती है बड़ी मुसीबतें। अगली बार कोई ‘लुभावना’ ऑफर देखकर सीधे जुटाने की बजाय, थोड़ा रिसर्च जरूर कर लें। वैसे भी, हम भारतीयों को तो ‘जुगाड़’ करने की आदत होती ही है – पर कभी-कभी यही जुगाड़ हमारे लिए मुसीबत बन जाता है!
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एयर इंडिया का वो झूठा ऑफर: क्या हुआ था और आप क्या कर सकते हैं?
1. पूरा मामला क्या है? क्या एयर इंडिया ने सच में धोखा दिया?
देखिए, बात ये हुई थी कि एयर इंडिया ने एक बेहद लुभावना promotional offer चलाया – सस्ते में फ्लाइट टिकट्स का सपना! लेकिन यहाँ दिक्कत क्या आई? कई लोगों ने पैसे तो दे दिए, पर टिकट मिला ही नहीं। सच कहूँ तो, ‘बेटिकट’ होने का एहसास किसी को भी बुरा लगेगा, है न? असल में, एयरलाइन ने बुकिंग कन्फर्म ही नहीं की, जबकि पैसे कट गए।
2. क्या एयर इंडिया ने कुछ कदम उठाए? या फिर बस माफी माँगकर छोड़ दिया?
ऐसा नहीं है कि कुछ हुआ ही नहीं। कंपनी ने मामले को गंभीरता से लिया है (देर से ही सही)। Affected यात्रियों को refund या alternative flights देने का वादा किया गया है। पर सच्चाई ये है कि अभी भी बहुत से लोग अपने पैसे वापस पाने के लिए इंतज़ार कर रहे हैं। सरकारी कंपनी होने के बावजूद, process इतनी धीमी क्यों है? अच्छा सवाल है!
3. अरे भई! अगर मेरे साथ भी ऐसा हो जाए तो? पैसे डूब जाएँगे क्या?
शांत हो जाइए! घबराने की कोई बात नहीं। पहला कदम तो ये कि एयर इंडिया की customer care पर जमकर बात करें – complaint दर्ज कराना न भूलें। और हाँ, call recording ज़रूर कर लें। अगर 2-3 दिन में कोई action नहीं होता, तो DGCA (Directorate General of Civil Aviation) को लिखित शिकायत भेज दें। Consumer forum तक जाने से भी न हिचकिचाएँ। एक तरह से, आपके पास options तो हैं ही।
4. सच-सच बताइए, क्या अब भी एयर इंडिया के ऑफर्स पर भरोसा करना चाहिए?
ईमानदारी से कहूँ तो… थोड़ा सावधानी बरतनी पड़ेगी। हाँ, ये एक government-owned एयरलाइन है, पर इस तरह के cases के बाद भरोसा थोड़ा तो डगमगाएगा ही न? मेरा सुझाव? कोई भी ऑफर देखकर सीधे ‘Book Now’ पर क्लिक करने से पहले:
– Terms and conditions को ध्यान से पढ़ें (हाँ, वो बोरिंग छोटे अक्षर वाला हिस्सा भी!)
– Online reviews ज़रूर check करें
– Social media पर पता करें कि दूसरों का अनुभव कैसा रहा
थोड़ी सी सतर्कता आपको बड़ी मुसीबत से बचा सकती है। सच कहूँ तो, ये rule सिर्फ एयर इंडिया के लिए नहीं, किसी भी एयरलाइन के साथ apply होता है। है न?
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com