Sawan 2025: ये 5 शिव मंदिर जहां मन की बात सुनते हैं भोले बाबा!
अरे भई, सावन आने वाला है ना? वो महीना जब हर शिवभक्त का दिल धड़कने लगता है। सच कहूं तो, ये वक्त है जब भोलेनाथ की कृपा सिर्फ बारिश की बूंदों की तरह नहीं, बल्कि झरने की तरह बरसती है। ‘ऊँ नमः शिवाय’ का जाप और जलाभिषेक तो हर जगह होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में कुछ ऐसे मंदिर भी हैं जहां मन की बात बिना कहे ही पूरी हो जाती है? सच्ची बात है यार! इन मंदिरों की कहानियां सुनकर तो लगता है जैसे शिवजी खुद हर पल यहां मौजूद हैं। चलिए, इस सावन में घूम आते हैं इन 5 खास मंदिरों के दर्शन।
छत्तीसगढ़ का वो अधूरा मंदिर जहां पूरी होती हैं सारी दुआएं
दोस्तों, ये किस्सा तो बड़ा ही दिलचस्प है। रायगढ़ में ये अधूरा मंदिर… नाम से अधूरा है, लेकिन काम तो पूरा कर देता है! स्थानीय लोग तो यही कहते हैं कि यहां की दीवारें अधूरी हैं, मगर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। क्या राज है इसके पीछे? शायद शिवजी को ये अधूरापन ही पसंद आ गया।
सबसे मजेदार बात? यहां कोई formal पूजा-पाठ नहीं। जैसा दिल करे, वैसा भाव लेकर चले आओ। और हां, वो प्राचीन कुंड… उसका पानी तो मानो अमृत ही है। अगर जाना है तो रायगढ़ railway station से आसानी से पहुंच सकते हैं। हवाई जहाज से आने वालों के लिए रायपुर airport सबसे नजदीक है। एक बार जाना, फिर देखना कैसे सब कुछ बदल जाता है!
और भी हैं 4 ऐसे मंदिर जहां शिवजी सुनते हैं आपकी हर बात
1. बैजनाथ धाम, झारखंड – जहां हर कामना होती है पूरी
देवघर वाला ये ‘कामना लिंग’ तो कमाल का है यार! सच्चे दिल से मांगो, भोले बाबा दे देते हैं। और तो और, यहां तो शिवलिंग पर खुद ब खुद बहता रहता है पानी… नैचुरल शॉवर की तरह! क्या कहने!
2. त्र्यंबकेश्वर, नासिक – जहां पितरों को मिलती है शांति
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक… पर यहां की खास बात है वो कुशावर्त कुंड। लोग कहते हैं यहां पिंडदान करने से पितृ दोष दूर हो जाते हैं। सावन में तो यहां का माहौल ही कुछ और होता है – शब्दों से बयां नहीं कर सकते!
3. कालभैरव मंदिर, उज्जैन – जहां शराब चढ़ती है भगवान को
अब ये सुनकर हैरान मत होइए! यहां तो भक्त शिवजी के कालभैरव रूप को मदिरा चढ़ाते हैं। और मान्यता है कि वो हर मुराद पूरी कर देते हैं। मंदिर का वातावरण… उफ्फ… कुछ ऐसा कि रोंगटे खड़े हो जाएं!
4. गुसाईनाथ मंदिर, उत्तराखंड – जहां हवा में ही है मोक्ष
हिमालय की गोद में बसा ये मंदिर तक पहुंचना थोड़ा मुश्किल जरूर है, लेकिन जो पहुंच गया समझो मोक्ष पा गया। यहां की हवा में ही ऐसी spiritual energy है कि मन की हर बात पूरी हो जाती है। एक बार जाने का मौका मिल जाए तो क्या कहने!
सावन में इन मंदिरों के दर्शन के फायदे
असल में बात ये है कि सावन में इन मंदिरों की यात्रा करने से क्या-क्या फायदे मिलते हैं। पहली बात तो ये कि मन को जो शांति मिलती है, वो कहीं और नहीं मिल सकती। दूसरा, यकीन मानिए, इन मंदिरों में आस्था का ऐसा ज्वार उठता है कि हर मनोकामना पूरी होती ही है। और तीसरा… अरे भई, ये मंदिर ऐसे-ऐसे खूबसूरत जगहों पर हैं कि यात्रा ही तीर्थ बन जाती है। क्या चाहिए और?
आखिरी बात
दोस्तों, सावन तो वैसे भी शिवजी का महीना है। लेकिन अगर इस बार आप इन मंदिरों के दर्शन कर लें, तो समझिए जिंदगी बदल जाएगी। बस एक बात का ध्यान रखना – local guidelines फॉलो करना और possible crowds के लिए तैयार रहना। सावन 2025 में शिवजी की कृपा पाने का ये सुनहरा मौका मत चूकिएगा। हर हर महादेव!
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1. ये पांच मंदिर कौन से हैं और कहाँ मिलेंगे?
अरे भाई, अगर बात करें भारत के सबसे मशहूर और चमत्कारिक शिव मंदिरों की, तो ये पांच नाम ज़रूर आते हैं – काशी विश्वनाथ (वाराणसी), केदारनाथ (उत्तराखंड), सोमनाथ (गुजरात), महाकालेश्वर (उज्जैन), और अमरनाथ की पवित्र गुफा (जम्मू-कश्मीर)। सच कहूँ तो हर मंदिर की अपनी एक अलग ही vibe है, और लोगों का मानना है कि यहाँ की divine energy का अनुभव ही कुछ और है।
2. सच में यहाँ मन्नतें पूरी होती हैं? या सिर्फ़ लोगों की मान्यता है?
देखो, इसका जवाब थोड़ा tricky है। मैंने खुद कई लोगों को यहाँ आकर अपनी कहानियाँ साझा करते सुना है। कुछ का कहना है कि उनकी years पुरानी मनोकामना यहाँ आते ही पूरी हो गई। लेकिन यहाँ catch क्या है? शायद ये कि आपका विश्वास कितना strong है। जैसे मेरी दादी कहती थीं – “भगवान तक पहुँचने का रास्ता दिल से होकर जाता है।” सच्चे मन से की गई प्रार्थना का असर ज़रूर होता है।
3. Sawan 2025 में कब जाएँ ये मंदिर? भीड़ से बचने का कोई तरीका?
असल में Sawan का महीना (जुलाई-अगस्त 2025) तो वैसे भी भक्तों का favorite time होता है। अगर आप भीड़भाड़ से बचना चाहते हैं, तो मेरा personal suggestion – सुबह 4-5 बजे का time perfect रहेगा। वैसे weekends में तो हालात और भी tight हो जाते हैं। और हाँ, केदारनाथ और अमरनाथ के लिए तो weather update देखना ही भूलना नहीं! मैंने पिछले साल एक दोस्त की यात्रा इसलिए cancel होते देखी थी क्योंकि बारिश ने सारे plans ही बिगाड़ दिए थे।
4. क्या इन मंदिरों में जाने के लिए कोई खास नियम हैं? क्या पहले से पता होना चाहिए?
अच्छा सवाल पूछा! हर मंदिर के अपने-अपने rules हैं जो थोड़े अलग हो सकते हैं। मिसाल के तौर पर, केदारनाथ में तो mobile फोन तक ले जाने पर restriction है। वहीं अमरनाथ यात्रा के लिए पहले से registration करवाना ज़रूरी है। एक common बात ये कि ज्यादातर मंदिरों में shoes बाहर ही उतारने होते हैं और decent dressing follow करनी होती है। Pro tip: जहाँ जा रहे हैं, उसका official website एक बार ज़रूर check कर लें। मैंने कई बार देखा है कि लोग बिना जानकारी के जाते हैं और फिर परेशान होते हैं।
Source: NDTV Khabar – Latest | Secondary News Source: Pulsivic.com