अर्जुन मार्क 3: भारत का वो AI टैंक जो युद्ध के नियम ही बदल देगा!
सुनकर थोड़ा साइंस फिक्शन जैसा लगता है न? पर DRDO ने सच में ऐसा टैंक बना डाला है जो हमारी सेना को एक बड़ा एडवांटेज देगा। अर्जुन मार्क 3 सिर्फ एक टैंक नहीं, बल्कि एक सुपर-स्मार्ट युद्ध मशीन है जो खुद फैसले ले सकती है। सोचो, जैसे आपका फोन फेस अनलॉक करता है, वैसे ही ये टैंक दुश्मन को पहचानकर ऑटोमैटिक एक्शन लेता है। कमाल की बात है, है न?
देसी तकनीक का जलवा
याद है पुराने अर्जुन टैंक? वो भी कम जबरदस्त नहीं थे। लेकिन इस नए वर्जन ने तो सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। असल में, हमारे वैज्ञानिकों ने इसमें AI और autonomous टेक्नोलॉजी डालकर इसे और भी खतरनाक बना दिया है। ‘मेक इन इंडिया’ का ये शायद सबसे बड़ा उदाहरण है। गर्व होता है ये सोचकर कि ये पूरी तरह स्वदेशी है!
क्या खास है इसमें?
इसकी सबसे झकास फीचर? बिना इंसानी मदद के काम करने की क्षमता। मतलब, ये टैंक:
– खुद ही दुश्मन को स्कैन करता है
– रिस्क का आंकलन करता है
– और जवाबी एक्शन लेता है
और हां, ये सब कुछ सेकंड्स में! पर सवाल यह है कि क्या ये 100% विश्वसनीय है? DRDO के मुताबिक टेस्टिंग रिजल्ट्स बहुत अच्छे रहे हैं। लेकिन मैं समझता हूं, थोड़ा और टेस्टिंग तो चाहिए ही, है न?
क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स?
ज्यादातर डिफेंस एक्सपर्ट्स इसे गेम-चेंजर मान रहे हैं। सेना के कुछ अधिकारियों ने तो इसे “फ्यूचर ऑफ वारफेयर” तक कह दिया। पर कुछ लोगों को इसकी AI टेक्नोलॉजी पर शक भी है। सोशल मीडिया पर तो माहौल ऐसा है जैसे हमने कोई सुपरहीरो बना लिया हो!
आगे क्या?
अभी तो ये शुरुआत है। DRDO इसका मास प्रोडक्शन शुरू करने की प्लानिंग कर रहा है। और सुनो, एक दिन हम इसे एक्सपोर्ट भी कर सकते हैं। AI की दुनिया में नए-नए अपडेट्स आते रहते हैं, तो इसमें और फीचर्स भी जोड़े जा सकते हैं। सच कहूं तो, अर्जुन मार्क 3 सिर्फ एक टैंक नहीं, बल्कि भारत की तकनीकी ताकत का प्रतीक बन चुका है। क्या पता, आने वाले सालों में ये वैश्विक स्टैंडर्ड्स ही बदल दे!
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अर्जुन मार्क 3 AI टैंक: जानिए वो सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं!
अर्जुन मार्क 3 में AI का क्या कमाल है?
देखिए, ये कोई साधारण टैंक नहीं है। इसका AI system सच में ‘स्मार्ट’ है – जैसे आपका वो दोस्त जो हर चीज़ में आगे निकल जाता है! ये दुश्मन को पहचानता है, real-time में फैसले लेता है और फिर… बैंग! अपने आप फायर कर देता है। है न कमाल की बात? मतलब ये टैंक खुद ही सोच-समझकर जवाब दे सकता है।
क्या ये विदेशी टैंक्स को टक्कर दे पाएगा?
अब यहाँ बात दिलचस्प हो जाती है। Russia का T-14 Armata और America का Abrams अच्छे हैं, लेकिन… हमारा अर्जुन मार्क 3 कहाँ कम है? इसकी stealth technology, firepower और AI capabilities देखकर तो experts भी हैरान हैं। सच कहूँ तो global standards पर ये बिल्कुल खरा उतरता है। एकदम ज़बरदस्त!
इसका सबसे धमाकेदार फीचर क्या है?
अरे भई, ‘auto-pilot mode’ तो सुनकर ही मज़ा आ गया न? सोचिए – बिना ड्राइवर के चलता हुआ टैंक! और वो भी इतना smart कि दुश्मन के missiles को खुद ही detect करके counter-attack कर दे। ये कोई साइंस फिक्शन नहीं, हमारी असलियत है। क्या बात है न?
इसकी कीमत कितनी होगी?
अभी official figures तो सरकार ने बताई नहीं… पर experts की मानें तो ये 50-60 करोड़ ($6-7 million) के बीच हो सकता है। महंगा लगता है? पर सोचिए – इसकी technology long term में कितनी savings कराएगी। जैसे महंगा smartphone लेकर 5 साल चलाना! हालांकि, exact cost का पता तो बजट आने पर ही चलेगा।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com