IIT में एडमिशन अब बिना JEE/GATE? सच में या सिर्फ ख़बरों का शोर?
अरे भई, अगर आपको कोई कहे कि अब IIT में दाखिला लेने के लिए JEE या GATE की ज़रूरत नहीं, तो पहला सवाल तो यही उठेगा – “ये सच में हो रहा है या फिर सिर्फ एक और वायरल खबर है?” लेकिन लगता है इस बार बात सच है! IITs अब ओलंपियाड, खेल, कला या दूसरे टैलेंट के आधार पर भी एडमिशन देने पर विचार कर रहे हैं। सोचिए, जो बच्चे पढ़ाई के अलावा किसी और चीज़ में एक्सपर्ट हैं, उनके लिए ये कितनी बड़ी राहत की बात होगी!
असल में देखा जाए तो IITs का पूरा एडमिशन सिस्टम दशकों से JEE Main, Advanced और GATE जैसी परीक्षाओं का गुलाम बना हुआ था। और हां, मान लीजिए – ये परीक्षाएं इतनी टफ होती हैं कि साल में लाखों बच्चे देते हैं, लेकिन सिलेक्ट होते हैं सिर्फ कुछ हज़ार। ईमानदारी से कहूं तो इसमें कितने ही टैलेंटेड बच्चे पीछे रह जाते हैं जो शायद Physics में कमजोर हैं लेकिन Coding में चाणक्य हैं। या फिर क्रिकेट में विराट कोहली जैसे, लेकिन Maths में थोड़े कच्चे।
तो अब नए प्रस्ताव में क्या है? अगर आपने NTSE, KVPY जैसे ओलंपियाड्स में अच्छा परफॉर्म किया है, या राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल या कला में नाम कमाया है, तो आपको सीधे एडमिशन का मौका मिल सकता है। हालांकि, एक शर्त है – 12वीं में Physics, Chemistry, Maths में कम से कम 75% चाहिए। और हां, सिर्फ सर्टिफिकेट दिखाने से काम नहीं चलेगा – इंटरव्यू और प्रैक्टिकल टेस्ट भी होगा। एक तरह से देखें तो ये IITs का अपना ही एक ‘टैलेंट हंट’ प्रोग्राम है!
लेकिन जैसा कि हर नए बदलाव के साथ होता है, यहां भी दो राय हैं। एक तरफ तो स्टूडेंट्स खुश हैं कि अब सिर्फ एक ही एग्जाम का दबाव नहीं। वहीं कुछ टीचर्स और एक्सपर्ट्स को डर है कि कहीं IITs का स्तर न गिर जाए। पर IIT प्रशासन का कहना साफ है – “हम सिर्फ बुकिश नॉलेज से आगे देख रहे हैं। असली टैलेंट कई रूपों में आता है।” और सच कहूं तो, ये तर्क समझ में आता है।
अभी ये प्रस्ताव IIT काउंसिल के पास है। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो 2024-25 से नए नियम लागू हो सकते हैं। और अगर ये सिस्टम काम कर गया, तो दूसरे बड़े इंस्टीट्यूट भी इसे फॉलो कर सकते हैं। ये बदलाव भारतीय एजुकेशन सिस्टम में एक बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है।
आखिर में, बस इतना कहूंगा – अब IIT का सपना देखने वाले हर उस बच्चे के लिए उम्मीद की एक नई किरण है जो JEE/GATE के जंगल में अपना टैलेंट खो बैठा था। क्योंकि असली प्रतिभा कभी एक ही रास्ते से नहीं आती, है न?
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com