कश्मीर में बड़ी कार्रवाई! 3 आतंकी ढेर, क्या पहलगाम कांड का रिश्ता? | LIVE अपडेट
सुबह-सुबह जब हम चाय की चुस्कियां ले रहे थे, कश्मीर के एक दुर्गम इलाके से खबर आई – सुरक्षा बलों ने रातभर चले ऑपरेशन में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। अब आप सोच रहे होंगे, ये कोई रूटीन ऑपरेशन था? बिल्कुल नहीं! ये तो पहलगाम में हुए उस खौफनाक हमले का जवाब था, जहां बेकसूर पर्यटकों को निशाना बनाया गया था। सूत्रों की मानें तो ये Lashkar-e-Taiba के मछली के बड़े शिकारी थे, जो पहलगाम कांड की साजिश में शामिल थे।
पर पूरी बात समझने के लिए थोड़ा पीछे जाना होगा। याद है वो 15 जून का दिन? जब पहलगाम की खूबसूरत वादियों में गूंजी गोलियों की आवाज ने दो मासूम जिंदगियां छीन लीं। उसके बाद तो सुरक्षा बलों ने जैसे आतंकियों को सबक सिखाने की ठान ली। सच कहूं तो पिछले कुछ महीनों से कश्मीर में आतंकी घटनाओं का ग्राफ बढ़ा है – सोपोर हो या बारामूला, हर जगह ये नापाक हरकतें।
आज की कार्रवाई की बात करें तो… वाह! क्या मिशन रहा होगा। रात भर चली खोजबीन, और फिर सुबह 5:30 बजे जैसे चिड़ियों का शिकार हुआ। चार घंटे तक चली गोलीबारी – एक तरफ हमारे जांबाज जवान, दूसरी तरफ आतंकी। नतीजा? तीन आतंकी ढेर। हां, दो जवान जरूर हल्के घायल हुए, पर उनकी बहादुरी की दास्तान अलग है। मौके से मिला सामान? AK-47s, ग्रेनेड, गोला-बारूद – जैसे कोई छोटी सी आर्मी छिपा रखी थी। शुरुआती जांच तो यही कह रही है कि ये पाकिस्तान में ट्रेंड हुए थे और कश्मीर में लंबे समय से सक्रिय।
अब तो हर तरफ इस ऑपरेशन पर चर्चा है। LG मनोज सिन्हा ने तो इसे “आतंकवाद के खिलाफ मील का पत्थर” बता दिया। CRPF के एक बड़े अधिकारी (जो नाम नहीं लेना चाहते) ने हमें बताया – “ये तो बस शुरुआत है, पहलगाम का हिसाब-किताब अभी बाकी है।” वहीं स्थानीय नेता शाहिद अहमद का कहना है कि “जब तक कश्मीर पूरी तरह शांत नहीं हो जाता, हमें लड़ाई जारी रखनी होगी।” पर कुछ लोगों की चिंता भी सही है – कहीं ये ऑपरेशन अशांति की नई लहर न ले आए।
अब सवाल ये कि आगे क्या? सूत्र तो यही कह रहे हैं कि और छापेमारी हो सकती है, क्योंकि आतंकियों का जाल अभी पूरी तरह साफ नहीं हुआ है। पहलगाम कांड के दूसरे संदिग्ध अभी भी फरार हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ये ऑपरेशन कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था को नई दिशा दे सकता है, खासकर अमरनथ यात्रा के मद्देनजर जो अब दूर नहीं।
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जम्मू-कश्मीर में सेना की यह बड़ी कामयाबी… सच कहूं तो, ये खबर सुनकर दिल को सुकून मिलता है। आतंकवाद के खिलाफ हमारे जवानों की हिम्मत कभी कम नहीं होती, है न? पहलगाम हमले के पीछे कौन था, इसकी जांच तो चल रही है, लेकिन ये ऑपरेशन साफ दिखाता है कि हमारी सुरक्षा बलों की नींव कितनी मजबूत है।
असल में, ऐसे मौके पर याद आता है कि देश की सुरक्षा सिर्फ सरकार या सेना की जिम्मेदारी नहीं – हम सबकी भी है। तो क्यों न इस जीत पर थोड़ा गर्व महसूस करें? LIVE अपडेट्स के लिए हमारे साथ जुड़े रहिए, और हां… जय हिन्द तो बोलिए! 😊
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कश्मीर ऑपरेशन और आतंकवाद – वो सवाल जो आप पूछना चाहते हैं
1. कश्मीर में आतंकियों के ढेर होने की खबर… सच या झूठ?
सच तो ये है कि खबर 100% सही है। पर सवाल ये उठता है – क्या सिर्फ 3 आतंकियों का खात्मा बड़ी सफलता है? देखिए, भारतीय सुरक्षा बलों ने पहलगाम हमले से जुड़े इन आतंकवादियों को मार गिराया है। और ये कोई छोटी बात नहीं। सच कहूं तो, ऐसे ऑपरेशन्स में हर सफलता मायने रखती है।
2. ये ऑपरेशन हुआ कहाँ था? और किसने किया ये कमाल?
असल में जगह के बारे में ज्यादा डिटेल्स नहीं दी जा रही – ‘सीक्रेट लोकेशन’ बस इतना ही पता चला है। लेकिन इतना जरूर पक्का है कि भारतीय सेना और J&K पुलिस की joint टीम ने मिलकर ये ऑपरेशन अंजाम दिया। थोड़ा रहस्य बरकरार रखना भी जरूरी होता है, है न?
3. पहलगाम हमला और इन आतंकियों का कनेक्शन? सच्चाई क्या है?
अब यहां दिलचस्प बात ये है कि सुरक्षा एजेंसियों को मिले सबूत – arms से लेकर documents तक – साफ इशारा कर रहे हैं कि ये लोग पहलगाम हमले की प्लानिंग में शामिल थे। इंटरोगेशन में भी यही बात सामने आई। पर सवाल ये कि क्या ये सारे मास्टरमाइंड थे? शायद नहीं, लेकिन छोटे मछली पकड़ने से भी बड़ी मछली मिलती है।
4. क्या इससे कश्मीर में शांति आएगी? असली सवाल यही है!
सुनिए, हर सफल ऑपरेशन मायने रखता है। ये निश्चित रूप से एक बड़ी कामयाबी है – potential हमलों को रोकने की दिशा में। पर मैं ईमानदारी से कहूं तो… कश्मीर जैसे sensitive एरिया में स्थिति एक रात में नहीं बदलती। सेना अभी भी high alert पर है – और ये सही भी है। थोड़ा सा ढील दो, और स्थिति फिर से… आप समझ ही गए होंगे।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com