सोनी बनाम टेंसेंट: क्या ‘हॉरिजन’ की चोरी कर बना दी नई गेम?
अरे भाई, गेमिंग दुनिया में तूफान आ गया है! सोनी ने टेंसेंट पर मुकदमा ठोक दिया है, और बात सिर्फ कॉपी-पेस्ट की नहीं… पूरी गेमिंग कम्युनिटी अब दो खेमों में बंट गई है। असल में, टेंसेंट की आने वाली गेम ‘लाइट ऑफ मोतीराम’ को लेकर यह तूमार चल रहा है। सोनी का कहना है कि यह उनकी बेस्टसेलर ‘हॉरिजन’ सीरीज की सीधी नकल है। पर सवाल यह है – क्या यह सचमुच चोरी है या फिर सिर्फ ‘इन्स्पिरेशन’ का मामला?
क्यों भड़का यह विवाद? पूरी कहानी
देखिए न, ‘हॉरिजन’ तो वैसे भी गेमिंग वर्ल्ड का रॉकस्टार है। पोस्ट-एपोकैलिप्टिक दुनिया, रोबोटिक डायनासोर… ये सब मिलाकर जो अनोखा कॉम्बो बना, उसने Players का दिल जीत लिया। अब टेंसेंट की तरफ से आया ‘लाइट ऑफ मोतीराम’ का ट्रेलर देखिए – वही जंगल, वही कैरेक्टर्स की स्टाइलिंग, वही गेमप्ले! सोनी का तो यहां तक कहना है कि इसमें “कॉपी-पेस्ट” की बदबू आ रही है। हालांकि याद रखिए, यह पहली बार नहीं जब गेमिंग इंडस्ट्री में ऐसा झगड़ा हुआ हो। लेकिन इस बार दोनों प्लेयर्स बड़े-बड़े हैं – सोनी और टेंसेंट!
कोर्ट में क्या-क्या चल रहा है?
सोनी ने अपने केस में क्या-क्या गिनाया है, सुनिए:
– कैरेक्टर डिज़ाइन में 90% समानता
– वर्ल्ड बिल्डिंग कॉन्सेप्ट एक जैसा
– स्टोरीटेलिंग का अंदाज़ तक मिलता-जुलता
अब टेंसेंट की तरफ से चुप्पी… शायद वकीलों से सलाह-मशविरा चल रहा होगा। पर सोशल मीडिया पर तो आग लगी हुई है – ट्रेलर वायरल, डिबेट्स चल रही हैं। कुछ एक्सपर्ट्स की राय है कि अगर सोनी के पास सबूतों का पक्का डाटा है, तो टेंसेंट को या तो गेम में बदलाव करने पड़ेंगे या फिर रिलीज़ डेट ही आगे खिसकानी पड़ सकती है। बड़ा मसला है यार!
गेमर्स और एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं?
कम्युनिटी अभी दो हिस्सों में बंटी हुई है:
1. एक ग्रुप कहता है – “अरे साफ-साफ नकल दिख रही है!”
2. दूसरा ग्रुप कहता है – “यार, एक ही जेनर की गेम्स में तो ऐसा होता ही है”
कानूनी पेंच तो और भी गहरा है। गेम मैकेनिक्स को कॉपी करना… ये ग्रे एरिया है। सोनी का स्टैंड क्लियर है – “हमें अपनी क्रिएटिविटी की सुरक्षा के लिए यह केस लड़ना पड़ रहा है।” सच कहूं तो, यह सिर्फ दो कंपनियों का मामला नहीं रहा… पूरी इंडस्ट्री के लिए प्रीसेडेंट सेट हो सकता है।
आगे क्या? 3 संभावित परिणाम
1. रिलीज़ रोक: अगर सोनी जीत जाती है, तो टेंसेंट को गेम रोकनी पड़ सकती है
2. बदलाव करो: मैकेनिक्स या कैरेक्टर्स में बड़े बदलाव की नौबत आ सकती है
3. सेटलमेंट: दोनों कंपनियां कोर्ट के बाहर समझौता कर लें
एक बात तय है – यह केस गेमिंग इंडस्ट्री के फ्यूचर को शेप करेगा। चाहे आप गेमर हों, डेवलपर हों या सिर्फ टेक एन्थूजियास्ट… यह केस आपको प्रभावित करेगा। तो क्या आपको लगता है कि यह सचमुच कॉपी का केस है? कमेंट में बताइए!
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‘सोनी vs टेंसेंट’ गेम कॉपीराइट केस – जानिए पूरी कहानी
सोनी ने टेंसेंट के खिलाफ केस क्यों किया? असल मामला क्या है?
देखिए, मामला कुछ ऐसा है – सोनी का कहना है कि टेंसेंट का गेम ‘लाइट ऑफ मोतीराम’ उनके बेस्टसेलर ‘हॉरिजन’ की सीधी नकल है। वो भी कैसी? गेमप्ले, कॉन्सेप्ट, यहाँ तक कि विजुअल्स तक में समानताएं! अब आप ही बताइए, क्या ये सिर्फ संयोग हो सकता है? मुझे तो नहीं लगता।
‘हॉरिजन’ और ‘लाइट ऑफ मोतीराम’ में क्या-क्या मिलता-जुलता है?
एक तरफ तो दोनों गेम्स पोस्ट-एपोकैलिप्टिक दुनिया में सेट हैं। फिर चाहे वो ओपन-वर्ल्ड एडवेंचर हो या फाइटिंग मैकेनिक्स – सब कुछ एक जैसा! सोनी का तो यहाँ तक दावा है कि उनके कुछ यूनिक फीचर्स तक उठा लिए गए। है न दिलचस्प?
क्या ये टेंसेंट का पहला विवाद है? बिल्कुल नहीं!
अरे भाई, टेंसेंट तो इस मामले में पुराना खिलाड़ी है! पहले भी कई बार उन पर दूसरे गेम्स की ‘इन्स्पिरेशन’ लेने के आरोप लग चुके हैं। मजे की बात ये कि हर बार उनके गेम्स में किसी न किसी पॉपुलर गेम की झलक दिख ही जाती है। संयोग? शायद नहीं!
इस केस का असर: गेमिंग इंडस्ट्री के लिए गेम-चेंजर?
असल में देखा जाए तो ये केस सिर्फ दो कंपनियों का मामला नहीं है। अगर सोनी जीतती है, तो ये एक तरह का बेंचमार्क सेट कर देगा। बड़ी कंपनियों को अपने ओरिजिनल आइडियाज को प्रोटेक्ट करने का एक तरीका मिल जाएगा। पर सवाल ये है – क्या छोटे डेवलपर्स के लिए ये अच्छा होगा? ये तो समय ही बताएगा।
Source: IGN – All Games | Secondary News Source: Pulsivic.com