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उत्तराखंड के 7 जिलों में 5 अगस्त को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, 6 जिलों के स्कूल बंद

उत्तराखंड में फिर से मौसम का कहर, स्कूल बंद और ऑरेंज अलर्ट!

अरे भई, उत्तराखंड वालों को फिर से मौसम ने जकड़ लिया है। 5 अगस्त को मौसम विभाग ने सात जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है – और ये कोई मामूली चेतावनी नहीं है। देहरादून से लेकर पौड़ी तक, भारी बारिश की आशंका के चलते प्रशासन ने छह जिलों में स्कूल बंद करने का फैसला किया है। सच कहूं तो, ये सिर्फ एक दिन की बात नहीं है… हर साल यही होता है।

अब सवाल यह है कि आखिर देहरादून जैसे शहर हर बारिश में क्यों डूब जाते हैं? असल में बात ये है कि पहले यहां 83 नहरें हुआ करती थीं – बारिश का पानी बिना रुकावट बह जाता था। लेकिन “विकास” के नाम पर? सबको अंडरग्राउंड कर दिया! अब पानी के निकास का कोई सिस्टम ही नहीं बचा। क्या यही है हमारी शहरी योजना? हर साल यही दृश्य… जलभराव, ट्रैफिक जाम, और फिर सबकुछ ठप्प।

जिन जिलों में अलर्ट है, उनमें देहरादून, हरिद्वार, टिहरी जैसे बड़े इलाके शामिल हैं। और हां, NDRF की टीमें पहले से ही तैनात कर दी गई हैं – जो अच्छी बात है। लेकिन सवाल ये है कि क्या ये सिर्फ एक बैंड-ऐड सॉल्यूशन नहीं? मुख्यमंत्री धामी जी ने लोगों से सावधानी बरतने को कहा है… पर क्या सरकार को भी कुछ सावधानी बरतने की ज़रूरत नहीं?

एक देहरादून वासी का कहना था – “हर बारिश में यही हालात! नगर निगम वालों को drainage system की याद तभी आती है जब पानी घुटनों तक पहुंच जाता है।” और सच में, उनकी बात में दम है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटे और तेज बारिश होगी… यानी स्थिति और खराब हो सकती है।

अब तो नदियों का जलस्तर भी खतरनाक स्तर पर पहुंच सकता है। पहाड़ी इलाकों में रहने वालों को तो और भी सतर्क रहना होगा – भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने निचले इलाकों के लोगों को पहले ही अलर्ट कर दिया है… पर क्या ये काफी है?

सच तो ये है कि अब सिर्फ राहत कार्यों से काम नहीं चलेगा। disaster management plan बनाना होगा… drainage system ठीक करना होगा… वरना हर साल यही नज़ारा दोहराता रहेगा। विकास के नाम पर प्रकृति से छेड़छाड़ का नतीजा हम भुगत ही रहे हैं। क्या अब भी हम सबक नहीं लेंगे?

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उत्तराखंड में बारिश और ऑरेंज अलर्ट – जानिए वो सब जो आपके लिए ज़रूरी है

1. उत्तराखंड के किन 7 जिलों में ऑरेंज अलर्ट है?

देखिए, मौसम विभाग ने 5 अगस्त को उत्तराखंड के 7 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अब आप सोच रहे होंगे – कौन से जिले? तो लिस्ट कुछ यूँ है – देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और हमारा प्यारा नैनीताल। यानी पहाड़ों का बड़ा हिस्सा इसकी चपेट में है।

2. क्या सभी जिलों के स्कूल बंद हैं?

अरे नहीं! ऐसा नहीं है। असल में सिर्फ 6 जिलों में स्कूल बंद किए गए हैं – देहरादून से लेकर उत्तरकाशी तक। नैनीताल? वहाँ तो स्कूल चल रहे हैं, लेकिन हाँ, पैरेंट्स को थोड़ा अलर्ट रहना चाहिए। मेरा सुझाव? स्कूल से एक बार कॉन्फर्म ज़रूर कर लें।

3. ऑरेंज अलर्ट मतलब? समझिए आसान भाषा में

अच्छा सवाल! ऑरेंज अलर्ट का मतलब ये नहीं कि आप संतरे खाने लगें (हँसी)। सीरियसली, ये एक वॉर्निंग है कि भारी बारिश, भूस्खलन या बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। ऐसे में क्या करें? सरकारी एडवाइजरी फॉलो करें और घर में एक्स्ट्रा सामान रखें। बस इतना ही।

4. क्या इस दौरान ट्रैवल करना चाहिए?

ईमानदारी से कहूँ तो… नहीं। खासकर अगर आपका प्लान हिल स्टेशन्स या नदी वाले इलाकों में है। लेकिन अगर बहुत ज़रूरी है तो? तो फिर weather update और route condition को दिन में तीन-चार बार चेक करें। और हाँ, अपने साथ पावर बैंक और ड्राई स्नैक्स ज़रूर रखें। सुरक्षित रहिए, घूमने का मौका तो फिर भी मिलेगा!

Source: NDTV Khabar – Latest | Secondary News Source: Pulsivic.com

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