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लखनऊ का शुभांशु शुक्ला: अंतरिक्ष में तिरंगा लहराकर मां को दिया वादा पूरा

अरे भई, क्या बात है! भारत के अंतरिक्ष इतिहास में आज एक ऐसा पल जुड़ गया जिस पर हर भारतीय को गर्व होगा। लखनऊ के हमारे शुभांशु भैया ने सचमुच कमाल कर दिया – न सिर्फ अंतरिक्ष में तिरंगा फहराया, बल्कि मां को दिया वादा भी पूरा किया। याद है जब वो ISRO के मिशन पर जा रहे थे तो उन्होंने मां से क्या कहा था? “मां, बस 14 दिन… फिर लौट आऊंगा।” और देखो आज? सच्चे देशभक्त की तरह वादा निभाया।

असल में बात ये है कि शुभांशु की कहानी कोई फिल्मी कहानी नहीं है। लखनऊ के एक आम मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाला ये लड़का कैसे ISRO तक पहुंचा? मेहनत। बस। और वो भी ऐसी कि आज पूरा देश उनके नाम का जयकारा लगा रहा है। सोचो तो सही, जब उन्हें इस मिशन के लिए चुना गया होगा, तो पहला ख्याल क्या आया होगा? हां, अपनी मां का। क्योंकि भारतीय बच्चों के लिए मां का विश्वास ही तो सबसे बड़ी ताकत होती है।

और फिर वो पल आया… अंतरिक्ष में तिरंगा लहराते हुए शुभांशु का चेहरा। सोशल मीडिया पर तो मानो तूफान आ गया – #ProudIndian ट्रेंड कर रहा है, #ShubhanshuShukla के नाम से लोग मीम्स बना रहे हैं। ISRO ने भी क्या शानदार तरीके से उन्हें सम्मानित किया। पर सबसे मार्मिक तो उनकी मां की बातें थीं: “मेरा बेटा…” बस इतना कहते ही आंसू छलक आए। सच में, ऐसे पल जिंदगी में कभी-कभी आते हैं।

अब सवाल ये उठता है कि आगे क्या? देखा जाए तो ये सिर्फ शुभांशु की कहानी नहीं है। ये तो हर उस भारतीय युवा के लिए प्रेरणा है जो सपने देखता है। ISRO पहले से ही उन्हें अगले मिशन में शामिल करने की बात कर रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने तो खास सम्मान का ऐलान कर दिया है। पर असल बात ये है कि इस घटना ने साबित कर दिया – जब देश का युवा ठान ले, तो अंतरिक्ष भी उसके सामने घुटने टेक देता है।

एक बात और… क्या आपने नोटिस किया कि ये पूरी कहानी कितनी ‘देसी’ है? मां का वादा, छोटे शहर का लड़का, और फिर अंतरिक्ष में तिरंगा। भारत की तरक्की की असली तस्वीर यही है। शुभांशु भैया, आपने सच में दिखा दिया कि “स्काई इज नॉट द लिमिट!”

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SEO क्या है? – वो सवाल जो हर कोई पूछता है!

अरे भाई, आजकल तो हर दूसरा आदमी SEO की बात कर रहा है। लेकिन असल में ये है क्या? चलो, बिना घुमाए सीधे बात करते हैं।

1. SEO का मतलब? (हिंदी में समझिए!)

देखो, SEO का पूरा नाम है “Search Engine Optimization”। पर नाम से क्या फर्क पड़ता है? असल बात ये है कि ये एक ऐसी प्रक्रिया है जो आपकी वेबसाइट को Google या Bing जैसे सर्च इंजन्स में ऊपर लाने में मदद करती है। सोचो जैसे कि आपकी दुकान को मॉल के मेन गेट पर लगा दिया जाए!

2. Online business के लिए SEO क्यों जरूरी है?

अब ये सवाल तो बिल्कुल सही! ईमानदारी से कहूं तो, SEO उतना ही जरूरी है जितना कि किसी दुकान के लिए अच्छी लोकेशन। सोचो – जब आप कुछ खरीदना चाहते हैं तो क्या करते हैं? गूगल पर सर्च करते हैं न? अगर आपकी वेबसाइट टॉप पर आ जाए तो… समझ गए न मेरा प्वाइंट?

एक और बात – SEO से मिलने वाला ट्रैफिक फ्री होता है। और भईया, फ्री में मिलेगा तो क्या ही कहने!

3. On-Page और Off-Page SEO – फर्क समझिए

यहां थोड़ा ध्यान देना पड़ेगा। On-Page SEO मतलब वो सब जो आप अपनी वेबसाइट के अंदर करते हैं – जैसे कि कंटेंट लिखना, मेटा टैग्स डालना, हेडिंग्स का ख्याल रखना। वहीं Off-Page SEO… ये तो बिल्कुल वैसा ही है जैसे आपके लिए दूसरे लोग अच्छी बातें करें। इसमें आते हैं बैकलिंक्स, सोशल मीडिया पर शेयर करना, और लोगों को आपके ब्रैंड के बारे में बात करवाना।

4. क्या पैसे खर्च किए बिना SEO हो सकता है?

सुनकर खुश हो जाओगे – हां, बिल्कुल! मेरा मतलब, paid tools जैसे Ahrefs या SEMrush अच्छे हैं पर… जरूरी? बिल्कुल नहीं। Google Search Console और Google Analytics जैसे फ्री टूल्स भी कमाल का डेटा देते हैं। शुरुआत तो इनसे ही कर लो। बाद में जब पैसे होंगे, तब महंगे टूल्स लेना।

एक बात और – tools से ज्यादा जरूरी है समझदारी से काम लेना। है न?

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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