ahmedabad plane crash 5 facts exposing usa claims 20250721125424279232

अहमदाबाद प्लेन क्रैश: 1 सेकेंड में दोनों फ्यूल स्विच बंद करना असंभव! अमेरिका की पोल खोलने वाली 5 चौंकाने वाली बातें

अहमदाबाद प्लेन क्रैश: क्या सच में 1 सेकंड में दोनों फ्यूल स्विच बंद करना मुमकिन है?

8 मई 2022 को अहमदाबाद एयरपोर्ट पर हुआ वो प्राइवेट प्लेन क्रैश फिर से चर्चा में है। और इस बार अमेरिकी मीडिया ने ऐसा दावा किया है जिसने सबको हैरान कर दिया है। उनका कहना है कि पायलटों ने सिर्फ 1 सेकंड में दोनों फ्यूल स्विच ऑफ कर दिए – जो कि विमानन एक्सपर्ट्स के मुताबिक नामुमकिन सा लगता है। सच क्या है? क्योंकि भारतीय जांच एजेंसियों की फाइनल रिपोर्ट अभी तक आई ही नहीं है। और यहीं से शुरू होता है पूरा विवाद।

क्या हुआ था उस दिन? एक नज़र पीछे

उस दिन का वो दृश्य आज भी लोगों को याद है – अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एक प्राइवेट प्लेन लैंडिंग के वक्त क्रैश हो गया। कई लोगों की जान चली गई। तब से लेकर आज तक जांच एजेंसियां ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर की जांच कर रही हैं। लेकिन अब अमेरिकी मीडिया के दावों ने पूरे केस को ही नया मोड़ दे दिया है। हालांकि, हमारे देश के एक्सपर्ट्स इन दावों को जल्दबाजी वाला कदम मान रहे हैं।

अमेरिकी रिपोर्ट ने उठाए ये 5 बड़े सवाल

अमेरिकी मीडिया की इस रिपोर्ट ने कुछ ऐसे सवाल खड़े किए हैं जिन पर गौर करना ज़रूरी है:

  1. दोनों इंजनों के फ्यूल स्विच एक साथ बंद करना – ये तो नॉर्मल प्रक्रिया है ही नहीं!
  2. 1 सेकंड? सच में? कोई टेक्निकली पॉसिबल नहीं लगता।
  3. कॉकपिट में कोई टेक्निकल खराबी नहीं मिली – तो फिर?
  4. इमरजेंसी प्रोटोकॉल को इग्नोर क्यों किया गया?
  5. अमेरिकन एविएशन एक्सपर्ट्स का क्लियर स्टैंड – ये ह्यूमन एरर था।

ये सारे पॉइंट्स केस को और उलझा रहे हैं, खासकर तब जब हमारी जांच अभी चल ही रही है।

क्या कह रहे हैं अलग-अलग पक्ष?

इन दावों पर भारतीय एविएशन सेक्टर की प्रतिक्रिया काफी सख्त रही है। हमारे देश के विमानन एक्सपर्ट्स तो अमेरिकी रिपोर्ट को “बिल्कुल गलत” बता रहे हैं। पायलट्स एसोसिएशन ने भी साफ कहा है – बिना पूरी जांच के निष्कर्ष निकालना ठीक नहीं। और पीड़ित परिवारों की बात? वो तो सरकार से तुरंत जवाब मांग रहे हैं।

अब आगे क्या? क्या होगा अगले कदम?

अब सबकी नज़रें भारतीय जांच एजेंसियों की फाइनल रिपोर्ट पर हैं, जो अगले 10-15 दिनों में आ सकती है। अगर इसमें पायलटों की गलती साबित होती है, तो एविएशन सेफ्टी रूल्स में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। वहीं, अमेरिकी मीडिया के इन दावों पर इंटरनेशनल लेवल पर डिबेट जारी रहेगी।

आखिरी बात: जब टेक्निकल केस बन जाए पॉलिटिकल इश्यू

ये केस अब सिर्फ एक प्लेन क्रैश की जांच से कहीं आगे निकल चुका है। अमेरिकी मीडिया के दावे और भारतीय प्रतिक्रियाओं ने इसे पॉलिटिकल और डिप्लोमेटिक डिबेट बना दिया है। आने वाले दिनों में नए फैक्ट्स सामने आ सकते हैं जो पूरे केस को नई दिशा दे दें। फिलहाल? इंतज़ार है सच्चाई का… और पूरा देश एक निष्पक्ष जांच का।

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Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

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