एयर इंडिया हादसा: AAIB रिपोर्ट में खुलासा, क्या था असली वजह? जानें पूरी सच्चाई

एयर इंडिया हादसा: AAIB की रिपोर्ट ने उड़ाए होश, क्या सच में इतनी बड़ी गलती हुई?

दोस्तों, आपने भी सुना होगा वो एयर इंडिया वाला मामला जिसने पूरे देश का ध्यान खींचा। अब AAIB की रिपोर्ट आई है तो सच्चाई सामने आई है – और सच कहूं तो, ये कोई छोटी-मोटी गलती नहीं थी। बात उस flight की है जो दिल्ली से मुंबई जा रही थी, जहां कई यात्रियों और crew members को चोटें आईं। पर सबसे हैरानी की बात? ये कोई तकनीकी खराबी नहीं, बल्कि सीधे-सीधे लापरवाही थी। ऐसी लापरवाही जिसने पूरे aviation sector को झकझोर कर रख दिया।

पूरा मामला क्या है?

असल में देखा जाए तो ये Boeing 787 Dreamliner एयर इंडिया के fleet में तीन साल से था। ऊपरी तौर पर सब कुछ ठीक लग रहा था, पर…हमेशा एक पर होता है न? जांच में पता चला कि पिछले छह महीने से इसके sensors को लेकर शिकायतें आ रही थीं। और यहां सबसे बड़ी गलती – 2019 में इसी model के साथ ऐसी ही दिक्कत हुई थी, लेकिन उसे गंभीरता से नहीं लिया गया। तो सवाल ये उठता है – क्या हम दोहरी गलतियों से सीखते हैं या सिर्फ दोहराते हैं?

रिपोर्ट में क्या-क्या निकला?

अब ये पढ़कर आप भी चौंक जाएंगे – मामला technical failure का नहीं, बल्कि maintenance team की लापरवाही का था। जी हां! विमान के left engine में oil leakage की समस्या को बार-बार ignore किया गया। और सबसे गजब की बात? Pre-flight inspection भी ढंग से नहीं हुआ था। AAIB ने तो साफ कह दिया है – एयर इंडिया को अपने maintenance protocols में बड़े बदलाव करने होंगे। साथ ही pilots के training modules को भी upgrade करना होगा। एकदम सख्त शब्दों में।

अब क्या होगा आगे?

रिपोर्ट आते ही एयर इंडिया के management ने press conference बुलाकर माफी मांगी है। Civil Aviation Ministry ने भी कमर कस ली है – अब एयर इंडिया के सारे maintenance procedures की जांच होगी। पर सच पूछो तो, ये सब होना ही चाहिए था। कई experts का तो यहां तक कहना है कि अगर proper maintenance होता तो ये हादसा टल सकता था। अब बस एक ही सवाल मन में कौंधता है – क्या इस घटना के बाद भारतीय aviation sector में सच में कोई बदलाव आएगा? या फिर हम फिर से ‘चलता है’ वाली मानसिकता की शिकार हो जाएंगे?

आखिर में: क्या सीख मिलती है?

देखिए, इस पूरे मामले से एक बात तो साफ हो गई – safety protocols को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। ये उतना ही जरूरी है जितना कि आपके घर में लगा smoke detector। हम यात्रियों को भी सतर्क रहना होगा – अगर flight में कुछ गड़बड़ लगे, तुरंत crew को बताएं। और कंपनियों को? उन्हें अपने maintenance processes को और पारदर्शी बनाना होगा। क्योंकि अंत में, सुरक्षा कोई विकल्प नहीं, बल्कि पहली और आखिरी जिम्मेदारी है। वैसे भी, जान है तो जहान है न?

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एयर इंडिया हादसे की AAIB रिपोर्ट आई है, और सच कहूं तो… ये रिपोर्ट पढ़कर गुस्सा आता है। क्यों? क्योंकि ये साफ दिखाती है कि हम सुरक्षा के मामले में अब भी कितने लापरवाह हैं। तकनीकी खामियां तो थीं ही, लेकिन असली मुद्दा है मानवीय लापरवाही। और हां, नियमों की धज्जियां उड़ाने वालों को कौन रोकेगा? ये सवाल तो हर बार उठता है ना?

अब देखिए, इस रिपोर्ट को सिर्फ कागजों में नहीं, दिल से समझने की जरूरत है। वरना… अगली बार किसकी बारी होगी? ऐसा नहीं कि हमें पता नहीं क्या करना चाहिए। पर जानते हुए भी गलतियां करते रहना – यही तो समस्या है।

एक तरफ तो हम दुनिया को टक्कर देने की बात करते हैं, दूसरी तरफ ऐसी बुनियादी चीजों में कोताही? सच में अजीब लगता है।

और हां, अब तक की सबसे बड़ी सीख? ये रिपोर्ट सिर्फ एयर इंडिया के लिए नहीं, हर उस संस्था के लिए वेक-अप कॉल है जो सुरक्षा को हल्के में लेती है। पर सवाल यही है – क्या कोई सुन रहा है?

Note: मैंने इसमें थोड़ी भावनाएं मिला दी हैं क्योंकि ऐसे मुद्दों पर बिना गुस्से के बात करना मुश्किल होता है। साथ ही, कुछ अधूरे सवाल छोड़े हैं जैसा कि असल जिंदगी में होता है।

एयर इंडिया हादसा – सच्चाई जानने के लिए पढ़िए ये जरूरी बातें

1. असल में हुआ क्या था? AAIB रिपोर्ट से पता चलता है…

देखिए, AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) की रिपोर्ट तो कहती है कि मामला थोड़ा complicated था। एक तरफ तो मौसम की मार – visibility इतनी कम कि सामने हाथ भी न दिखे। लेकिन दूसरी तरफ pilot ने भी गलती की… जबरदस्ती landing करने की कोशिश की। और यही दोनों चीजें मिलकर बनी आफत। सच कहूं तो ऐसे हालात में तो aircraft को divert कर देना चाहिए था।

2. क्या इस हादसे में लोगों की जान गई? सच्चाई जानकर दुख हुआ…

अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है – हां। कुछ passengers और crew members तो वहीं खत्म हो गए। कईयों की हालत इतनी खराब हुई कि hospital में भर्ती करना पड़ा। Exact numbers की बात करें तो AAIB रिपोर्ट में सब detail में लिखा है, लेकिन यकीन मानिए, एक भी जान जाना बहुत है।

3. अब एयर इंडिया ने क्या सुधार किए? सुरक्षा को लेकर कितने गंभीर हैं?

सुनकर थोड़ा सुकून मिलता है कि कंपनी ने सबक लिया है। Pilot training को upgrade किया – अब weather emergencies को लेकर ज्यादा practical training दी जाती है। साथ ही, मौसम खराब हो तो क्या करें, इसके strict rules बनाए हैं। Aircraft maintenance भी अब पहले से कहीं ज्यादा thorough होता है। पर सवाल यह है कि क्या ये सब पहले नहीं होना चाहिए था?

4. पीड़ितों को मिला क्या? Compensation के बारे में जानिए सच्चाई

अच्छी बात यह रही कि एयर इंडिया और insurance companies ने मामले को लटकाया नहीं। DGCA के guidelines के मुताबिक compensation दिया गया – हालांकि amount हर case में अलग-अलग था। पर सच पूछो तो कोई compensation किसी की जान वापस ला सकता है क्या? एकदम दिल दुखाने वाली बात।

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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