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“एयरपोर्ट पर ट्रॉली के साथ धांधली! कपड़ों में छिपी यह चीज देखकर सन्न रह गए अधिकारी”

एयरपोर्ट पर ट्रॉली वाला मामला: कपड़ों में छिपे सोने के बिस्कुट ने उड़ा दिए अधिकारियों के होश!

सुनकर हैरान रह जाएंगे आप… चेन्नई एयरपोर्ट पर बुधवार को जो हुआ, वो किसी फिल्म सीन से कम नहीं था। सीआईएसएफ वालों की नजर पड़ी एक शख्स पर – ट्रॉली तो ठीक थी, लेकिन कपड़ों में कुछ शफ़-शफ़ कर रहा था। और जब पूरी तरह चेक किया गया तो पता चला – अरे बाप रे! सोने के बिस्कुट तो छिपाए थे अपने अंडरवियर में ही! है न मजेदार? X-ray स्कैनर और हाथ से तलाशी में ये सब देखकर तो सुरक्षाकर्मियों के भी पसीने छूट गए होंगे।

अब सवाल यह है कि ऐसा क्यों हो रहा है? दरअसल, पिछले छह महीने में तो smuggling के मामले 40% बढ़ गए हैं। सिर्फ चेन्नई में ही इस साल 12 केस! पर अच्छी बात ये है कि नए high-resolution body scanners और behavioral analysis तकनीक ने इस बार कामयाबी दिलाई। वरना कौन जानता, ये सोना कहाँ चला जाता!

मामले में और रोचक बात ये कि आरोपी कोई आम यात्री नहीं, बल्कि 32 साल का राहुल शर्मा नाम का frequent flyer है। दुबई से आया था, और साथ लाया था करीब 2 किलो सोना! कीमत? ठीक-ठाक 1.2 करोड़ रुपये से ऊपर! कस्टम वाले अधिकारी तो बस इतना कह रहे हैं – “भई, duty देना भूल गए क्या?” अब तो Customs Act और COFEPOSA के तहत केस दर्ज हो चुका है।

एयरपोर्ट के डिप्टी कमिश्नर साहब ने तो खैर बयान दे ही दिया – “हमारी टीम ने अच्छा काम किया। नए scanning equipment ने धोखेबाज़ को पकड़ने में मदद की।” पर सच कहूँ तो, यात्रियों का एक ग्रुप सही कह रहा है – “ऐसे मामलों से air travel पर भरोसा कम होता है। सरकार को और सख्त होना चाहिए।” सही नहीं कहा?

अब जांच तो पूरे जोरों पर है। शक ये भी है कि ये शख्स किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय smuggling गैंग से जुड़ा हो। उसकी पुरानी फ्लाइट्स और कॉन्टैक्ट्स की जाँच चल रही है। और हाँ, अच्छी खबर ये कि एयरपोर्ट अथॉरिटी अब और full-body scanners लगाने पर विचार कर रही है। साथ ही हम सभी यात्रियों से भी अपील है – कुछ शक-सा लगे तो तुरंत बताएँ।

खबर अभी जारी है… और सुरक्षा एजेंसियों का कहना साफ है – ऐसे मामलों में कोई रियायत नहीं! zero tolerance पॉलिसी। देखते हैं आगे क्या होता है…

एयरपोर्ट ट्रॉली धांधली – क्या सच में इतना बड़ा मामला है?

अरे भाई, हवाई अड्डे पर ट्रॉली लेकर चलने वालों को अब शक की निगाह से देखा जा रहा है। पर सच क्या है? आइए बात करते हैं…

1. ट्रॉली वालों की नई चालबाजियां

देखिए, कुछ चालाक लोगों ने ट्रॉली को अपना ‘गोल्डन टिकट’ समझ लिया है। कपड़ों के नीचे, सामान के अंदर – drugs से लेकर सोने तक छिपाने की कोशिशें हो रही हैं। हाल ही में दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट पर ऐसे कई cases सामने आए। पर सवाल यह है कि क्या यह नई ट्रेंड बन रहा है? शायद। इसीलिए security वाले अब और ज्यादा चौकस हो गए हैं।

2. क्या अब ट्रॉली इस्तेमाल करना रिस्की हो गया?

अरे नहीं यार! ऐसा बिल्कुल न सोचें। ट्रॉली तो वैसी ही safe है जैसी पहले थी। बस… थोड़ा सा अलर्ट रहने की जरूरत है। जैसे आप मेट्रो में बैग को अकेला नहीं छोड़ते, वैसे ही यहां भी। कोई शक-सा लगे तो तुरंत किसी स्टाफ को बता दें। सीधी सी बात है न?

3. एयरपोर्ट वाले क्या कर रहे हैं?

असल में बात यह है कि अब technology और manpower दोनों बढ़ा दी गई है। नई scanning machines, हर कोने में CCTV cameras… और तो और, plain clothes में security officers भी घूम रहे हैं। Random checking का सिस्टम भी शुरू किया गया है। मतलब? कोई भी predict नहीं कर सकता कि कब किसकी बारी है। स्मार्ट मूव!

4. कुछ शक-सा लगे तो क्या करें?

ईमानदारी से कहूं तो यहां आपकी भूमिका सबसे अहम है। कोई अजीब सी हरकत दिखे? कोई बार-बार ट्रॉली को छू रहा हो? तुरंत action लें! नजदीकी सुरक्षाकर्मी को बताएं। शर्माएं नहीं। वैसे तो हर एयरपोर्ट पर anonymous complaint का ऑप्शन भी होता है – helpline नंबर पर call या SMS कर सकते हैं। बस याद रखें, सतर्कता ही सुरक्षा है।

तो क्या सच में डरने की बात है? बिल्कुल नहीं! बस थोड़ी सी समझदारी और सजगता… और आपका सफर हो जाएगा और भी smooth। है न?

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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