15,000 फीट पर आकाश मिसाइल का धमाकेदार टेस्ट! दुश्मनों के लिए ये चेतावनी क्यों है गेम-चेंजर?
अरे भाई, भारत ने तो एक बार फिर अपनी ताकत का लोहा मनवा दिया! आकाश प्राइम मिसाइल का जो टेस्ट हुआ, वो सच में कमाल का था। 15,000 फीट की ऊंचाई पर? यानी लगभग तीन एवरेस्ट ऊपर! और हमारी ये स्वदेशी मिसाइल बिल्कुल निशाने पर लगी। सच कहूं तो ये सिर्फ एक टेस्ट नहीं, बल्कि पूरे region में एक मैसेज है – कि अब भारत की सीमाएं किसी के लिए भी आसान नहीं हैं।
स्वदेशी ताकत की कहानी: DRDO का जादू
देखिए न, आकाश मिसाइल सिस्टम की कहानी ही कुछ अलग है। DRDO (Defence Research and Development Organisation) वालों ने तो जैसे जादू कर दिया। ये सिस्टम क्या नहीं कर सकता? दुश्मन के विमान? भेजो। Drones? कोई बात नहीं। Cruise missiles? वो भी हंसी-खेल में! और सबसे मजे की बात? हम इसे दूसरे देशों को भी बेच रहे हैं। आर्मेनिया ने तो खरीदा ही, साथ में ground support equipment और surveillance radar भी लिया। BEL वालों ने पूरा पैकेज दिया – जैसे कोई वेडिंग गिफ्ट हम दे रहे हों!
ऑपरेशन सिंदूर के बाद: अब और तेज, और स्मार्ट
अब ये मिसाइल पहले से कहीं बेहतर हो गई है। ऊंचाई पर काम करेगी, बुरे मौसम में भी निशाना नहीं चूकेगी। और सबसे बड़ी बात? अब हम इसे और देशों को बेचने वाले हैं। विशेषज्ञ कह रहे हैं कि global defence market में ये हमारा ट्रम्प कार्ड साबित होगा। सोचिए, जो मिसाइल हमने खुद बनाई, वो अब दुनिया भर में हमारी ताकत बनेगी!
देश-विदेश की प्रतिक्रियाएं: क्या कह रहा है दुनिया का मीडिया?
इस टेस्ट ने तो हंगामा मचा दिया! हमारे defence experts खुश, सरकारी अधिकारी गर्व से फूले नहीं समा रहे। “Make in India” का ये सच्चा उदाहरण है। और international media? वो तो भारत की बढ़ती military power की तारीफ करते नहीं थक रहे। कई देशों की नजर अब इस टेक्नोलॉजी पर है – शायद उनके मन में भी यही सवाल होगा: “हमें कब मिलेगा ये सिस्टम?”
भविष्य की योजनाएं: कहां तक जाएगी ये उड़ान?
अब तो वियतनाम, फिलीपींस और Middle East के देशों को भी हम ये सिस्टम देने वाले हैं। और DRDO वालों ने तो अगली पीढ़ी की मिसाइलों पर काम शुरू कर दिया है – और भी घातक, और भी सटीक! एक तरफ तो हमारा defence market share बढ़ेगा, दूसरी तरफ हम एक बड़े defence exporter बन जाएंगे। सोचिए, कितना बड़ा बदलाव आएगा!
सुरक्षा और आत्मनिर्भरता: दोनों हाथों में लड्डू
ये टेस्ट साबित करता है कि भारत अब defence technology में कितना आगे निकल चुका है। सुरक्षा मजबूत हो रही है, आत्मनिर्भरता बढ़ रही है। और जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, दुनिया में हमारी पहचान और मजबूत होगी। ये टेस्ट उसी रास्ते पर एक बड़ा कदम है। सच कहूं तो, मुझे तो गर्व हो रहा है – आपको नहीं हो रहा?
आकाश मिसाइल पर एक साधारण सी गाइड – जानिए वो सब जो आप जानना चाहते हैं
1. आकाश मिसाइल आखिर है क्या? और कितनी कारगर है ये असल में?
देखिए, आकाश हमारी देश की खास surface-to-air मिसाइल है जो दुश्मन के हवाई जहाज और drones को धूल चटाने में माहिर है। सच कहूं तो 30km तक के दायरे में ये निशाना साध लेती है – और वो भी बेहद सटीक तरीके से। कुछ-कुछ वैसे ही जैसे आप PUBG में sniper से headshot मारते हैं, बस ये real life version है!
2. 15,000 फीट की टेस्टिंग… ये ऊंचाई इतनी खास क्यों?
असल में बात ये है कि इतनी ऊंचाई पर टेस्ट करके हमने साबित कर दिया कि आकाश high-altitude पर भी दुश्मन को धूल चटा सकती है। थोड़ा ऐसे समझिए – जैसे आप पहाड़ी इलाके में भी बिना रुके क्रिकेट की बॉल फेंक सकते हों। हमारी air defense अब और भी ज्यादा मजबूत हो गई है, ये तो तय है।
3. सवाल ये उठता है कि क्या पाकिस्तान और चीन को डरना चाहिए?
ईमानदारी से? बिल्कुल! आकाश हमारे defense system का गेम-चेंजर है। Long range और pin-point accuracy की बात करें तो ये पड़ोसी देशों के लिए सिरदर्द बन चुकी है। एक तरफ तो हम शांति चाहते हैं, लेकिन दूसरी तरफ ऐसी ताकत होना… जाने-अनजाने में security का confidence बढ़ा देता है।
4. क्या सच में पूरी तरह ‘मेड इन इंडिया’ है ये मिसाइल?
बिल्कुल भैया! DRDO (यानी हमारा Defense Research and Development Organization) ने इसे घर में ही develop किया है। ‘मेड इन इंडिया’ का ये एक जीता-जागता उदाहरण है। सोचिए, अगर हम ऐसी चीजें खुद बना सकते हैं तो defense में हम कितने आत्मनिर्भर हो रहे हैं? गर्व की बात है, सच में।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com