अमरनाथ यात्रा रूट पर बड़ा हादसा: पहलगाम बेस कैंप जा रहीं बसों की भिड़ंत, कई घायल

अमरनाथ यात्रा: पहलगाम में बस हादसा, क्या फिर से दोहराई जाएगी सुरक्षा की यही कहानी?

सुबह-सुबह एक झटके वाली खबर आई है जम्मू-कश्मीर से। पहलगाम बेस कैंप के पास अमरनाथ यात्रियों को ले जा रही दो बसें आपस में भिड़ गईं। और हां, दुख की बात ये कि कई श्रद्धालु घायल हो गए। स्थानीय प्रशासन ने तुरंत मदद के लिए अपनी टीमें भेज दीं – पुलिस, ambulance, सब कुछ मौके पर पहुंच गया। लेकिन सवाल तो यह है कि आखिर ये हादसे रुक क्यों नहीं रहे?

अमरनाथ यात्रा, जो हर साल लाखों भक्तों को खींच लाती है, उसकी सुरक्षा हमेशा से चिंता का विषय रही है। देखा जाए तो पहलगाम से अमरनाथ गुफा तक का रास्ता इतना संकरा और खतरनाक है कि वहां दो कारों का निकलना भी मुश्किल होता है। फिर भी हर साल यही नज़ारा – भीड़, भगदड़ और फिर ऐसी दुर्घटनाएं। ईमानदारी से कहूं तो traffic management पर ध्यान देना उतना ही जरूरी है जितना कि यात्रा का आयोजन करना।

जानकारी मिल रही है कि ये हादसा सुबह करीब साढ़े सात बजे हुआ। दो बसें सामने से आ रही थीं और… टकरा गईं। अभी तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक 15 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर है। सबको नजदीकी hospital में भर्ती कराया गया है। पुलिस जांच कर रही है, लेकिन असल सवाल तो ये है कि क्या सिर्फ जांच भर काफी है?

इस मामले में अलग-अलग लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। प्रशासन के एक officer का कहना है कि “घायलों का इलाज प्राथमिकता है” – जो सही भी है। लेकिन एक घायल के रिश्तेदार का सवाल भी तो वाजिब है: “क्या हर साल ऐसे हादसों के बाद ही सुरक्षा के इंतजाम याद आते हैं?” राजनीतिक दल भी मौके का फायदा उठाने में पीछे नहीं हैं। सच कहूं तो इन सबके बीच यात्री ही फंसे हुए हैं।

अब प्रशासन ने safety inspection बढ़ाने का ऐलान किया है। अच्छी बात है, लेकिन क्या ये सिर्फ दिखावा नहीं? यात्रियों को guidelines तो हर साल दिए जाते हैं, पर क्या उन पर अमल होता है? एक तरफ तो ये हादसा हुआ है, वहीं दूसरी ओर यात्रा में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते बनता है। बस, सरकार को समझना होगा कि भक्ति के साथ सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है।

वैसे इसी बीच एक और खबर चल रही है – राहुल गांधी वाले sanitary pads का मामला। भाजपा और कांग्रेस में तू-तू मैं-मैं चल रही है। लेकिन ये तो बताइए, क्या इन बहसों से किसी घायल की मदद हो पाएगी?

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अमरनाथ यात्रा हादसा: क्या हुआ, क्यों हुआ और अब क्या?

1. पहलगाम के पास वो दुर्घटना – असल में हुआ क्या?

देखिए, बात ये हुई कि पहलगाम बेस कैंप की तरफ जा रही दो बसें आपस में टकरा गईं। और हां, ये कोई मामूली एक्सीडेंट नहीं था – कई यात्री घायल हुए। अब सवाल ये उठ रहा है कि अमरनाथ जैसी व्यवस्थित यात्रा में ऐसा कैसे हो गया? सुरक्षा के नाम पर क्या सिर्फ कागजों में ही प्रोटोकॉल चल रहे हैं?

2. क्या अब यात्रा रोक दी गई है? सच जानिए

नहीं भई, यात्रा तो अभी भी चल रही है। लेकिन अधिकारियों ने (हादसे के बाद वाली हमेशा की तरह) सुरक्षा के नाम पर कुछ नए नियम थोप दिए हैं। पर सच कहूं? जब तक जमीन पर इम्प्लीमेंटेशन नहीं होगा, ये सब कागजी खानापूर्ति ही लगती है।

3. घायलों का क्या हाल? इलाज कहां चल रहा है?

ज्यादातर मरीजों को लोकल हॉस्पिटल्स में भर्ती कराया गया है। हालांकि 5-6 गंभीर केस को श्रीनगर रेफर किया गया – जहां बेहतर मेडिकल फैसिलिटीज हैं। एक अच्छी बात? अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं आई है। भगवान का शुक्र है।

4. अगर आप भी जा रहे हैं तो ये 4 बातें याद रखें

सुनिए, मैं आपको वही फॉर्मल सलाह नहीं दूंगा जो हर जगह लिखी मिलेगी। असलियत ये है:
– सीट बेल्ट? सिर्फ ड्राइवर के डर से नहीं, अपनी सुरक्षा के लिए पहनें
– ड्राइवर की स्पीड पर नजर रखें – अगर ज्यादा तेज चला रहा है तो एटीट्यूड न दिखाएं, सीधे कहें
– मौसम अपडेट्स के लिए सिर्फ ऑफिशियल सोर्सेज पर भरोसा करें
– और सबसे जरूरी – भीड़-भाड़ वाले समय में जाने से बचें। थोड़ा इंतजार कर लें, जान से ज्यादा कीमती कुछ नहीं!

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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