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अंशुल कंबोज की यह गलती पड़ी भारी! रविंद्र जडेजा का फूटा गुस्सा, टीम इंडिया को हुआ नुकसान

अंशुल कंबोज की यह गलती पड़ी भारी! रविंद्र जडेजा का फूटा गुस्सा, टीम इंडिया को हुआ नुकसान

मैनचेस्टर टेस्ट की ये तस्वीर देखकर तो लग रहा था जैसे टीम इंडिया के पैरों तले ज़मीन खिसक गई हो। पहली पारी में बल्लेबाजी फ्लॉप हो गई, और फिर गेंदबाजी-फील्डिंग में भी वो जान ही नहीं दिखी। ऐसे में अंशुल कंबोज की वो फील्डिंग चूक… अरे भाई, जिसे देखकर तो रविंद्र जडेजा का गुस्सा फूटना लाज़मी था! मैदान पर ही उन्होंने कंबोज को ऐसी खरी-खोटी सुनाई कि माहौल ही बदल गया। सच कहूं तो, ये न सिर्फ मैच के नतीजे को बिगाड़ सकता है, बल्कि टीम के अंदरूनी रिश्तों पर भी सवाल खड़े कर देता है।

मामले की पृष्ठभूमि: क्या हुआ असल में?

देखिए, इस सीरीज में तो हमारी टीम शानदार खेल रही थी। लेकिन मैनचेस्टर टेस्ट में? बस पहली ही पारी में बल्लेबाजी धराशायी। अंशुल कंबोज को इस मैच में बड़ी ज़िम्मेदारी दी गई थी, पर उनकी गेंदबाजी भी फीकी रही और फील्डिंग तो… हद हो गई! रविंद्र जडेजा जैसे अनुभवी खिलाड़ी से तो आप उम्मीद करते हैं कि वो युवाओं को संभालेंगे, लेकिन इस बार उनका धैर्य भी जवाब दे गया। और सही भी है – जब टीम पहले से ही दबाव में हो, तो ऐसी गलतियां तो बर्दाश्त से बाहर हो जाती हैं।

मुख्य अपडेट: क्या हुआ दूसरे दिन?

सीन बदलकर मैच का दूसरा दिन। इंग्लैंड बल्लेबाजी कर रहा है, और अंशुल कंबोज ने एक ऐसा कैच ड्रॉप किया जो स्कूल लेवल के खिलाड़ी भी पकड़ लेते। नतीजा? विरोधी टीम को फ्री गिफ्ट मिल गया और रनों का दबाव बढ़ता चला गया। जडेजा का गुस्सा तो समझ आता है – उन्होंने तुरंत कंबोज को खूब लताड़ा। मैदान पर ही तीखी बहस हो गई। और भईया, ये दृश्य तो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया! कुछ लोग इसे टीम में तनाव का संकेत मान रहे हैं, तो कुछ कह रहे हैं कि ये तो क्रिकेट का ही हिस्सा है। आपकी क्या राय है?

प्रतिक्रियाएं: किसने क्या कहा?

मैच के बाद जडेजा ने कहा, “देखो, मैच के दबाव में कभी-कभी गुस्सा आ ही जाता है। हम सब टीम के लिए ही तो खेल रहे हैं, लेकिन ऐसी गलतियों की कीमत पूरी टीम को चुकानी पड़ती है।” वहीं कंबोज ने बड़ी ही शालीनता से अपनी गलती मानी: “ये मेरी ही चूक थी, और मैं इसे सुधारूंगा। जडेजा सर का अनुभव हमारे लिए मार्गदर्शन है।” फैन्स की प्रतिक्रिया? कुछ कह रहे हैं जडेजा सही थे, तो कुछ को लगता है कि युवा खिलाड़ियों को इस तरह डांटने से उनका कॉन्फिडेंस डाउन हो सकता है। आप किसके साथ हैं?

आगे क्या होगा? टीम इंडिया के लिए चुनौती

अब सवाल यह है कि आगे क्या? टीम मैनेजमेंट शायद कंबोज के साथ विशेष सेशन रखे ताकि उनका मनोबल बना रहे। और जडेजा-कंबोज के बीच के इस तनाव को दूर करने के लिए वरिष्ठ खिलाड़ियों को हस्तक्षेप करना पड़ सकता है। एक तरफ तो प्रदर्शन सुधारना ज़रूरी है, दूसरी तरफ टीम की एकता भी बनाए रखनी है। ये घटना हमें याद दिलाती है कि दबाव के पलों में टीम स्पिरिट कितनी अहम हो जाती है। क्या आपको लगता है टीम इंडिया इससे उबर पाएगी? कमेंट में बताइएगा ज़रूर!

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अंशुल कंबोज की वह गलती… सच कहूं तो मैं भी देखकर हैरान रह गया! सिर्फ टीम इंडिया को ही नहीं, पूरे मैच का मूड ही बदल दिया। और रविंद्र जडेजा का गुस्सा? भाई, वो तो किसी को भी चौंका देने वाला था।

असल में ये घटना हमें एक बड़ा सबक दे गई – क्रिकेट में कोई भी छोटी सी चूक… एक पल की लापरवाही… पूरे मैच का रुख बदल सकती है। ठीक वैसे ही जैसे एक छोटी सी चिंगारी पूरे जंगल को जला देती है।

Team India को अब सच में सावधान हो जाना चाहिए। मैच का pressure, expectations, fans की उम्मीदें… ये सब handle करना आसान नहीं। लेकिन यही तो professional cricket है न? अगले मैच में क्या होगा? देखते हैं…

इस पूरे विवाद के बारे में और जानने के लिए… वैसे मैंने कुछ interesting points नोट किए हैं। चलिए, आगे बढ़ते हैं!

अंशुल कंबोज और जडेजा का विवाद – वो सारे सवाल जो आप पूछना चाहते हैं!

अंशुल ने ऐसा क्या कर दिया जिससे जडेजा का गुस्सा फूट पड़ा?

देखिए, मैच का वो मोड़ था जब अंशुल से एक छोटी सी fielding गलती हो गई। और भईया, छोटी गलती भी कभी-कभी बड़ी महंगी पड़ जाती है! जडेजा साहब का गुस्सा तो समझ आता है – आखिर match का वो crucial पल था जब टीम को हर run की जरूरत थी। पर सवाल यह है कि क्या इतना गुस्सा दिखाना सही था? चलिए आगे बात करते हैं…

क्या इस एक गलती ने पूरी टीम का गेम बिगाड़ दिया?

सच कहूं तो हां! Cricket में momentum का बहुत बड़ा रोल होता है। एक छोटी सी गलती… और पूरी टीम का दबाव में आ जाना… फिर scoreboard पर असर। यह तो वैसा ही है जैसे दौड़ते हुए किसी के पैर में चोट लग जाए – बाकी का रेस कैसे भागोगे? हालांकि, professional players होते हैं ये, recover भी कर लेते हैं। लेकिन उस दिन तो कुछ ज्यादा ही बुरा हुआ।

जडेजा का गुस्सा: सही या गलत?

अब यहां दो राय हैं। एक तरफ वो fans जो कहते हैं – “भई passion दिखाना गलत थोड़े ही है! टीम के लिए जलना तो जायज है।” और दूसरी तरफ वो लोग जो मानते हैं कि senior player को थोड़ा cool रहना चाहिए था। मेरी निजी राय? ईमानदारी से कहूं तो दोनों ही पक्षों में कुछ सच्चाई है। पर यह तो तय है कि social media पर इसकी खूब चर्चा हुई!

क्या अंशुल ने इस पर कुछ कहा?

Official तौर पर तो नहीं। पर sources यही बता रहे हैं कि वो इस experience से learn करके वापसी करेंगे। और सच कहूं तो यही तो खेल की खूबसूरती है न? गिरोगे, उठोगे, सीखोगे और आगे बढ़ोगे। Wait and watch का मामला है अभी।

Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

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