इन 5 बीटेक कोर्सेस से बचो वरना… पछताओगे!
भाई, B.Tech करना है? सुन लो एक सच्ची बात – ये सिर्फ डिग्री नहीं, पूरे 4 साल और लाखों रुपये का सवाल है। हर साल न जाने कितने बच्चे “इंजीनियर बनने” के चक्कर में ऐसे कोर्सेस में फंस जाते हैं जिनका आजकल कोई भविष्य ही नहीं। सच कहूं तो, कुछ ब्रांचेस तो ऐसी हैं जहां डिग्री लेकर भी आपको चाय की दुकान चलाने वाले से कम सैलरी मिलेगी। आज हम ऐसे ही 5 कोर्सेस की पोल खोल रहे हैं जिनसे दूर भागो!
1. बीटेक इन टेक्सटाइल इंजीनियरिंग – कपड़ों से ज्यादा फटे हुए सपने मिलेंगे
सुनने में तो अच्छा लगता है न? पर असलियत… बिल्कुल उलट। भारत में टेक्सटाइल इंडस्ट्री की हालत वैसी ही है जैसे बिना थ्रेड के पुराना कुर्ता – टूटने वाला। ज्यादातर कंपनियां 15-20 हज़ार में ही काम चला लेती हैं। मेरे एक दोस्त ने यही कोर्स किया था, आज बंगलुरु में बाइक डिलीवरी कर रहा है। अगर मैन्युफैक्चरिंग में दिलचस्पी है तो मैकेनिकल या केमिकल में जाओ – कम से कम जॉब तो मिलेगी!
2. बीटेक इन एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग – खेतों में उगाओगे अनाज, कमाओगे…?
यहां तो सच में मुश्किल है भाई। हमारे देश में किसानों की हालत देख लो – क्या लगता है उनके लिए काम करने वाले इंजीनियर्स की क्या स्थिति होगी? सरकारी नौकरी का लालच देकर कॉलेज फीस वसूल लेते हैं, पर PSC परीक्षाओं में सीटें गिनी-चुनी होती हैं। बायोटेक्नोलॉजी या फूड टेक्नोलॉजी जैसे कोर्सेस में जाओ तो बेहतर। वैसे भी, क्या खाक इंजीनियरिंग करोगे? खेती तो बाप-दादा भी बिना डिग्री के कर लेते हैं!
3. बीटेक इन पेट्रोलियम इंजीनियरिंग – जिसका भविष्य तेल की तरह खत्म हो रहा
10 साल पहले तक ये गोल्डन कोर्स हुआ करता था। आज? बिल्कुल कोयले की खान जैसा – अंधेरा। पूरी दुनिया इलेक्ट्रिक वाहनों और renewable energy की तरफ भाग रही है। विदेशी कंपनियों पर निर्भरता इतनी कि… अरे भई, अगर गलफुला सकते हो तभी इस फील्ड में आओ। नहीं तो मैकेनिकल या केमिकल ही सही रहेगा। सच कहूं तो अब तो ऑयल वाले भी बैटरी टेक्नोलॉजी सीख रहे हैं!
4. बीटेक इन माइनिंग इंजीनियरिंग – जान जोखिम में डालकर… क्या पाओगे?
इस कोर्स के बारे में सोचते ही मुझे दो चीजें याद आती हैं – ‘खून खराबा’ और ‘पर्यावरण एक्टिविस्ट्स’। काम की जगहें दूर-दराज के इलाकों में, सुरक्षा का ढोंग, और फिर सरकारी नियमों की वजह से प्रोजेक्ट्स रुकते रहते हैं। मेरे चाचा जी इसी फील्ड में थे – अब सिविल इंजीनियरिंग की कंपनी में क्लर्क की नौकरी करते हैं। सीधी सी बात है – अगर जोखिम उठाना ही है तो स्टॉक मार्केट में पैसे लगाओ, इस कोर्स में नहीं!
5. बीटेक इन ओशन इंजीनियरिंग – समंदर जितना गहरा है इसका संकट
अरे भई, हमारे यहां तो समुद्र किनारे बैठकर मछली खाने वालों की कमी नहीं, पर ओशन इंजीनियरिंग में काम करने वाले? न के बराबर! रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन्स में 2-4 सीटें, विदेशी कंपनियों के लिए विदेश जाना… बहुत मुश्किल है यार। अगर समुद्र से ही प्यार है तो नेवल आर्किटेक्चर या मरीन इंजीनियरिंग देख लो। वरना तो… समझदारी इसी में है कि इस कोर्स से दूर ही रहो।
तो फिर कौन सा कोर्स चुनें? ये है मेरा सुझाव
देखो, बात सीधी है – आज के समय में CSE, EEE, मैकेनिकल जैसे कोर्सेस ही सबसे सुरक्षित दांव हैं। पर सिर्फ मार्केट ट्रेंड देखकर मत चुनना। एक तरफ तो जॉब ऑपर्चुनिटी देखो, दूसरी तरफ अपनी रुचि भी। मैंने देखा है कितने ही बच्चे सिर्फ पैसों के लालच में CSE में आ जाते हैं और फिर कोडिंग से नफरत करने लगते हैं। ऐसा मत करो! एक बात और – किसी अच्छे करियर काउंसलर से जरूर मिल लो। 2-4 हज़ार खर्च करके भी सही, गलत रास्ते पर चलने से तो बेहतर है न?
आखिरी बात (बहुत जरूरी!)
सुनो, ये सिर्फ मेरी राय है। हो सकता है 5 साल बाद ओशन इंजीनियरिंग ही सबसे हॉट कोर्स बन जाए! पर अभी के हालात देखकर तो यही लगता है कि इन कोर्सेस से दूर ही रहना चाहिए। एक बात याद रखना – डिग्री से ज्यादा जरूरी स्किल्स हैं। चाहे कोई भी कोर्स करो, एक्स्ट्रा स्किल्स सीखते रहो। वरना आजकल तो CSE वाले भी बेरोजगार घूम रहे हैं। है न मजेदार बात?
लोग अक्सर पूछते हैं…
Q: अगर मुझे टेक्सटाइल में ही दिलचस्पी है तो?
A: भई, दिलचस्पी है तो जरूर करो! पर साथ में मैनेजमेंट या डिजाइनिंग की कोई स्पेशलाइजेशन जरूर ले लो। सीधे टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में तो… ठीक है, आपकी मर्जी!
Q: पेट्रोलियम में जॉब नहीं मिलेगी, ये पक्का है?
A: पक्का तो कुछ नहीं होता यार! पर अगर तुम्हारे पापा किसी ऑयल कंपनी में हों तो ही इस फील्ड में आओ। वरना… समझदारी इसी में है कि दूसरे ऑप्शन्स देखो।
Q: सबसे ज्यादा सैलरी किस कोर्स में मिलती है?
A: अरे भाई, सैलरी तो आजकल स्किल्स पर निर्भर करती है! पर अगर औसत की बात करें तो CSE और EEE अभी भी सबसे आगे हैं। पर याद रखो – सिर्फ पैसे के लिए कोर्स मत चुनना!
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Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com