सावन में ये 3 रंग पहनने से बचें! जानिए भोलेनाथ को कौन से कलर पसंद हैं
अरे भाई, सावन आ गया न! ये वो पावन महीना है जब हर शिवभक्त का दिल धड़कने लगता है। पर क्या आप जानते हैं कि आपके कपड़ों का रंग भी आपकी भक्ति पर असर डाल सकता है? सच कहूं तो, हम अक्सर इस बात को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। लेकिन देखा जाए तो रंग सिर्फ़ हमारी पर्सनैलिटी ही नहीं, हमारे मूड और एनर्जी को भी बदल देते हैं। तो फिर सावन जैसे पवित्र महीने में तो और सावधानी बरतनी चाहिए, है न?
सावन क्यों है ख़ास? और रंगों का क्या कनेक्शन?
असल में सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है – ये तो सब जानते हैं। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया कि इस समय प्रकृति भी कैसे बदल जाती है? चारों तरफ़ हरियाली, बारिश की बूंदें… एक अलग ही एनर्जी महसूस होती है। और हमारे ऋषि-मुनियों ने तो हर छोटी-बड़ी चीज़ पर रिसर्च कर रखी थी। उन्होंने ही बताया था कि कुछ रंग सावन में पहनने से बचना चाहिए। पर सवाल यह है कि क्यों?
मज़ेदार बात ये है कि भगवान शिव खुद भी तो रंगों से जुड़े हुए हैं। नीलकंठ कहलाते हैं न? तो फिर हमारे कपड़ों के रंगों का असर होगा ही। ईमानदारी से कहूं तो, ये कोई अंधविश्वास नहीं, बल्कि साइंस भी है। रंग हमारे माइंड को डायरेक्ट इफेक्ट करते हैं। है न कमाल की बात?
इन 3 रंगों से तो बनाएं दूरी!
काला रंग: जो लाता है नेगेटिविटी
भई, काला रंग तो वैसे भी शुभ माना नहीं जाता। सावन में तो बिल्कुल नहीं! आपने नोटिस किया होगा, काले कपड़े पहनने पर मूड थोड़ा हैवी हो जाता है। असल में ये रंग तामसिक एनर्जी को बढ़ावा देता है। और सावन में तो हमें शांति और सात्विकता चाहिए न? एक तरफ़ तो हम शिवजी की आराधना कर रहे हैं, दूसरी तरफ़ काले कपड़े पहनेंगे? ये तो बिल्कुल फिट नहीं बैठता।
लाल रंग: जोश है, पर…
अब लाल रंग की बात करें तो… वैसे तो ये मेरा फेवरिट कलर है। लेकिन सावन में? नहीं यार! देखिए न, लाल रंग पैशन और एनर्जी का प्रतीक है, पर कभी-कभी ये गुस्सा भी बढ़ा देता है। और सावन तो मेडिटेशन और शांति का समय है। सोचिए, आप मंदिर जा रहे हैं शिवजी के दर्शन के लिए और आपने चटख लाल कुर्ता पहन रखा है? थोड़ा अजीब लगेगा न?
नीला रंग: शिवजी के लिए रिजर्व्ड!
अब ये सुनकर आपको हैरानी होगी – नीला रंग भी नहीं? पर सच है भाई! शिवजी नीलकंठ हैं, ये उनका अपना स्पेशल कलर है। हमें इसे अपने कपड़ों में यूज़ नहीं करना चाहिए। एक तरह से देखें तो ये रंग उन्होंने विष पीकर हमारी रक्षा के लिए अपनाया था। तो इसे हमें अपने फैशन स्टेटमेंट के लिए यूज़ करना ठीक नहीं। समझ गए न बात?
ये 3 रंग हैं शिवजी के फेवरिट
सफेद रंग: प्योर और पीसफुल
अब बात करते हैं उन रंगों की जो सावन में पहनने चाहिए। सफेद रंग तो जैसे शिवजी का सिग्नेचर कलर है! ये रंग पवित्रता की तरह है – बिल्कुल साफ़ और निर्मल। क्या आपने नोटिस किया कि ज्यादातर साधु-संत सफेद कपड़े ही क्यों पहनते हैं? क्योंकि ये माइंड को कूल रखता है। और सावन में तो ये परफेक्ट है!
हरा रंग: नेचर का गिफ्ट
सावन में हरा रंग पहनना तो जैसे नेचर के साथ हार्मोनाइज़ हो जाना है। देखिए न, इस समय चारों तरफ़ हरियाली ही हरियाली। हरा रंग ग्रोथ और फ्रेशनेस का प्रतीक है। मेरा पर्सनल एक्सपीरियंस है कि हरा कपड़ा पहनने से मूड अच्छा हो जाता है। और शिवजी तो प्रकृति के देवता हैं न? तो ये रंग उन्हें ख़ासा पसंद होगा!
बैंगनी रंग: मिस्टीरियस और स्पिरिचुअल
बैंगनी रंग थोड़ा रहस्यमय सा लगता है न? जैसे शिवजी खुद हैं! ये रंग स्पिरिचुअल एनर्जी से भरपूर है। मेरे एक पंडित जी ने बताया था कि ये रंग थर्ड आई को एक्टिवेट करने में मदद करता है। और सावन में तो हमें अपनी स्पिरिचुअल जर्नी पर फोकस करना है न? तो ये रंग परफेक्ट चॉइस है।
कुछ ज़रूरी टिप्स
अब थोड़ा प्रैक्टिकल बात कर लेते हैं। सावन में कॉटन या सिल्क के कपड़े ही पहनें – सिंथेटिक से बचें। रंगों के साथ-साथ कपड़े का फैब्रिक भी मायने रखता है। और हां, ज़्यादा टाइट कपड़े न पहनें – आरामदायक होना ज़रूरी है। मेरा मानना है कि छोटी-छोटी इन बातों का ध्यान रखकर हम सावन का पूरा लाभ उठा सकते हैं।
आखिरी बात
दोस्तों, सावन का ये पावन महीना हमारे लिए बहुत ख़ास है। थोड़ा सा ध्यान रखकर हम इसे और भी मीनिंगफुल बना सकते हैं। रंगों का सही चुनाव करें, शिवजी की भक्ति में डूब जाएं… बस फिर देखिए कैसे जीवन में पॉजिटिविटी आती है। एकदम ज़बरदस्त। सच में।
सावन में कपड़ों के रंग: जानिए क्या पहनें और क्या नहीं?
सावन में ये 3 रंग avoid करना ही बेहतर – जानिए क्यों?
देखिए, सावन का महीना आते ही हर कोई भोले बाबा को खुश करने की कोशिश में लग जाता है। पर क्या आप जानते हैं कि काले, नीले और हरे रंग के कपड़े पहनकर आप अनजाने में उन्हें नाराज़ कर सकते हैं? सुनने में अजीब लगता है न? लेकिन पुराने लोग कहते हैं कि इन रंगों से शिवजी की कृपा कम मिलती है। अब आप ही बताइए, जब आसान सी बात है तो फिर जोखिम क्यों लें?
शिवजी को ये रंग पसंद हैं – एकदम कन्फर्म!
असल में बात ये है कि भोले नाथ को सफेद, लाल और बैंगनी रंग से खास लगाव है। खासकर सफेद रंग तो… वाह! जैसे चंद्रमा उनके सिर पर सजा हो। ये रंग शांति और पवित्रता का संदेश देते हैं। सच कहूं तो मुझे लगता है यही वजह है कि सावन में साधु-संत भी ज्यादातर सफेद वस्त्र ही पहनते दिखते हैं। क्या आपने कभी गौर किया?
डार्क कलर पहनने का मन करे तो क्या करें?
अरे भई, मौसम भी तो कुछ ऐसा होता है न सावन में – बारिश, ठंडक… मन करता है कुछ डार्क और म्यूट कलर पहन लें। लेकिन यहां तो बात भोले बाबा की खुशी की है! काले या गहरे नीले की जगह थोड़ा adjust कर लीजिए। हल्के पीले, क्रीम या फिर pastel shades क्यों नहीं? वैसे भी, bright colors तो इस मौसम में फोटोज के लिए परफेक्ट लगते हैं। है न?
कपड़े ही नहीं, इन चीजों का भी रखें ध्यान
एक बात और – सावन में सिर्फ कपड़े ही नहीं, बल्कि पूजा के फूलों से लेकर घर की सजावट तक का रंग मायने रखता है। मेरी दादी कहा करती थी – “लाल गुलाब या सफेद कनेर के फूल चढ़ाओ, शिवजी जल्दी प्रसन्न होते हैं।” सच कहूं तो मुझे लगता है ये सब मन को शांति देने का तरीका है। आखिरकार, हल्के रंगों का माहौल तो मन को अच्छा लगता ही है। क्या आपको नहीं लगता?
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com