चारपाई में खटमल क्यों आते हैं? और कैसे भगाएं इन्हें आयुर्वेदिक तरीके से
अरे भई, चारपाई पर खटमल? सच में ये एक बुरे सपने से कम नहीं! वो भी कैसे-कैसे… छोटे-छोटे लाल-भूरे दाने छोड़ जाते हैं, और खुजली? अल्लाह ही मालिक है! असल में ये Bedbugs रात के समय ही एक्टिव होते हैं – जब आप गहरी नींद में होते हैं तब ये आपका खून चूसने लगते हैं। बिल्कुल वैम्पायर की तरह! पर सवाल यह है कि आखिर ये आते कहाँ से हैं? देखिए, गंदगी तो एक कारण है ही, लेकिन कई बार ट्रेन-होटल से लाए कपड़ों के साथ भी ये घर में घुस आते हैं। पर घबराइए मत, आयुर्वेद में इसका बढ़िया इलाज है।
पहचानिए कि आपकी चारपाई में हैं खटमल?
अब ये तो जानना ज़रूरी है न! वैसे पहचानना मुश्किल नहीं – अगर सुबह उठकर आपको शरीर पर छोटे-छोटे लाल दाने दिखें और खुजली हो तो समझ जाइए… ये खटमल का काम है। और हाँ, बिस्तर पर काले-भूरे धब्बे देखें तो? वो इनका मल है (हाँ, थोड़ा गंदा लगता है)। कभी-कभी तकिए के नीचे सफेद छोटे-छोटे अंडे भी दिख जाते हैं। रात को सोते वक्त अगर लगे कि कोई काट रहा है… तो बस, पक्का खटमल ही हैं!
ये खटमल आते क्यों हैं भला?
सुनिए, एक मिथक तोड़ दूँ – साफ घर में भी खटमल आ सकते हैं! हालांकि गंदगी में ये ज़्यादा पनपते हैं। असल में ये ट्रैवल करके आते हैं – होटल, ट्रेन, यहाँ तक कि सिनेमा हॉल की सीट से भी! और याद रखिए, ये नमी और गर्मी बहुत पसंद करते हैं। मानो इनका पसंदीदा रिसॉर्ट हो आपका बिस्तर!
खटमल भगाने के 5 जबरदस्त देसी नुस्खे
1. नीम का तेल (Neem Oil): नीम तो है ही नेचुरल पेस्ट कंट्रोलर! मैं तो कहता हूँ, नीम के तेल को पानी में मिलाकर स्प्रे बना लीजिए और चारपाई पर छिड़क दीजिए। खटमल भागेंगे दूर-दूर तक!
2. लैवेंडर ऑयल (Lavender Oil): ये न सिर्फ आपको रिलैक्स करेगा बल्कि खटमलों को भी ‘रिलैक्स’ करवा देगा – मतलब भगा देगा! कॉटन बॉल पर कुछ बूँदें डालकर बिस्तर के कोनों में रख दें। काम की बात!
3. धूप दिखाइए इन्हें: खटमल गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाते। तो क्या करें? चारपाई को धूप में रख दें! और चादरें? गर्म पानी से धोएँ। सीधा-साधा उपाय है।
4. बेकिंग सोडा + नमक: ये कॉम्बो खटमलों के लिए जानलेवा है! बराबर मात्रा में मिलाकर छिड़क दें, फिर वैक्यूम से साफ कर लें। हो गया काम!
5. कपूर (Camphor): दादी माँ का नुस्खा! कपूर के टुकड़े कपड़े में बाँधकर चारपाई के नीचे रख दें। खटमल तो भागेंगे ही, साथ में माहौल भी फ्रेश हो जाएगा।
खटमल के काटने से बचने के लिए क्या खाएँ?
सुनिए, अगर खटमल काट भी लें तो कम से कम खुजली न हो इसके लिए डाइट पर ध्यान दें। हरी सब्जियाँ, दालें, अंडे – ये सब खाइए क्योंकि इनमें विटामिन-बी होता है। और लहसुन? वो तो सुपरफूड है! पर मीठा कम खाइए, वरना खुजली बढ़ सकती है।
डॉक्टर के पास कब जाएँ?
अगर घरेलू उपाय करने के बाद भी ये मुसीबत न जाए, या फिर दाने पकने लगें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ। और अगर बार-बार आ रहे हों तो? Professional Pest Control को बुलाने में ही भलाई है। सच कहूँ तो कभी-कभी घरेलू नुस्खों की भी एक लिमिट होती है!
तो ये थे कुछ आसान उपाय। इन्हें अपनाइए, और मज़े की नींद लीजिए। वैसे भी, साफ-सफाई ही तो है असली मंत्र। है न?
चारपाई में खटमल (Bed Bugs) – वो सवाल जो आप पूछना चाहते हैं लेकिन शर्माते हैं!
1. चारपाई में खटमल क्यों आते हैं? सच्चाई जो कोई नहीं बताता
असल में ये छोटे दानव (Bed Bugs) आपके घर में VIP ट्रीटमेंट की उम्मीद लेकर आते हैं! मजाक कर रहा हूँ, लेकिन सच यही है कि ये गंदगी और नमी को देखकर ऐसे आते हैं जैसे कोई 5-स्टार होटल का ऑफर मिला हो। रात के अंधेरे में ये आपके खून का पार्टी शुरू कर देते हैं – और है ना बेहूदा बात?
2. क्या खटमल के काटने से कोई गंभीर बीमारी हो सकती है?
ईमानदारी से कहूं तो अगर आपको कोई कहे कि Bed Bugs से मलेरिया होगा, तो समझ जाइए वो झूठ बोल रहा है। हाँ, खुजली और लाल दाने तो होते ही हैं – वो भी ऐसे कि रात भर नींद उड़ा दे। कुछ लोगों को एलर्जी भी हो जाती है, पर ये कीड़े डेंगू-मलेरिया वाले मच्छरों जितने खतरनाक नहीं होते। फिर भी… किसे पसंद है ऐसे अनचाहे मेहमान?
3. खटमल भगाने का सबसे आसान देसी नुस्खा? दादी माँ के राज़!
अब सुनिए एक कारगर फॉर्मूला – नीम की पत्तियाँ बिछा दीजिए चारपाई पर। काम नहीं कर रहा? थोड़ा नीम का तेल लगाइए। फिर भी नहीं? तो लैवेंडर ऑयल या तेजपत्ते का ताबीज बनाकर रख लीजिए। ये सब नेचुरल तरीके हैं जो सैकड़ों साल से काम करते आ रहे हैं। और हाँ, महंगे केमिकल्स से पहले इन्हें ट्राई करके देखिएगा ज़रूर!
4. सबसे बड़ा डर – क्या ये शैतान दोबारा आ सकते हैं?
बिल्कुल! ये ऐसे ही वापस आते हैं जैसे आपके वो रिश्तेदार जिन्हें आप छुट्टियों में घर आने से मना कर देते हैं। अगर पूरी तरह सफाई न की जाए, या कोनों में अंडे छुपे रह जाएँ, तो ये दोबारा पार्टी शुरू कर देते हैं। इसलिए मेरी सलाह? हफ्ते में एक बार देसी नुस्खे वाला स्प्रे ज़रूर करें। सतर्कता ही बचाव है वरना… फिर से वही कहानी!
Source: NDTV Khabar – Latest | Secondary News Source: Pulsivic.com