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बदरीनाथ हाइवे पर भीषण हादसा: उफनती अलकनंदा में बस गिरने से 1 मृत, 11 लापता!

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बदरीनाथ हाइवे पर भयानक हादसा: उफनती अलकनंदा में बस गिरी, 1 की मौत, 11 लापता!

क्या हुआ था?

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में आज सुबह एक ऐसा हादसा हुआ जिसने सबको हिला दिया। बदरीनाथ हाइवे पर एक टेंपो ट्रेवलर उफनती अलकनंदा नदी में जा गिरा। अभी तक की जानकारी के मुताबिक, 1 शख्स की मौत हो चुकी है जबकि 11 लोग अभी भी लापता हैं। असल में वाहन में कुल 18 लोग सवार थे, जिनमें से 5-6 यात्री हादसे के वक्त बाहर फेंक दिए गए। ये घटना इतनी गंभीर है कि अब केंद्र और राज्य सरकार दोनों की नींद उड़ गई है।

हादसे की पूरी कहानी

कब और कहाँ हुआ?

ये सब आज सुबह करीब 9:30 बजे रुद्रप्रयाग के धोलतीर इलाके में हुआ। उस वक्त बारिश हो रही थी और सड़कें पूरी तरह फिसलन भरी थीं। स्थानीय लोग बताते हैं कि वाहन नदी किनारे से फिसलकर सीधे 200 मीटर नीचे अलकनंदा में जा गिरा।

वाहन और सवारों के बारे में

दुर्घटनाग्रस्त वाहन एक टेंपो ट्रेवलर था जो श्रीनगर से बदरीनाथ की तरफ जा रहा था। ज्यादातर यात्री तीर्थयात्री थे – कुल 18 लोगों में 5 महिलाएं और 2 बच्चे भी शामिल थे।

आखिर हुआ क्यों?

शुरुआती जानकारी

जो पता चला है, उसके मुताबिक खराब सड़क हालात और ड्राइवर की लापरवाही मुख्य वजह रही। Experts का कहना है कि वाहन के ब्रेक फेल होने की भी आशंका है। इस इलाके में तो ऐसे हादसे अक्सर होते रहते हैं।

अधिकारियों की राय

रुद्रप्रयाग के DM ने बताया, “हमारी सभी टीम्स पूरी ताकत से राहत कार्य में जुटी हैं। NDRF और SDRF के जवान लापता लोगों को ढूंढने में लगे हैं।” वहीं Traffic Experts का मानना है कि इस रूट पर वाहनों की ओवरलोडिंग और रफ्तार बड़ी समस्या है।

बचाव अभियान

क्या किया जा रहा है?

खबर मिलते ही NDRF, SDRF और पुलिस की टीमें मौके पर पहुँच गईं। नदी का पानी उफान पर होने और मौसम खराब होने के बावजूद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। Helicopter से भी लापता लोगों की तलाश की जा रही है।

घायलों का हाल

अब तक बचाए गए 6 यात्रियों को AIIMS ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। लापता लोगों की तलाश के लिए नदी के निचले इलाकों में Special Teams लगाई गई हैं।

प्रतिक्रियाएँ और असर

नेताओं की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताया है और पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने Twitter पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।

यातायात पर असर

इस घटना के बाद बदरीनाथ हाइवे पर कुछ घंटों तक जाम की स्थिति रही। प्रशासन ने इस रूट पर सभी Heavy Vehicles को रोक दिया है। Experts का कहना है कि अब इस रूट पर Safety Standards को और सख्त करने की जरूरत है।

आखिर में

ये हादसा उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में Road Safety की गंभीर समस्या को फिर से उजागर करता है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बेहतर Road Infrastructure, सख्त Traffic Rules और Driver Training Programs की सख्त जरूरत है। हम सभी पीड़ित परिवारों के दुख में शामिल हैं और प्रशासन से तेज राहत कार्य की उम्मीद करते हैं।

Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

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