बेकर ह्यूजेस ने चार्ट को 13.6 बिलियन डॉलर में खरीदा – और यहाँ क्यों यह डील गेम-चेंजर है!
अरे भाई, तेल-गैस वालों की दुनिया में तूफान आ गया है! Baker Hughes ने Chart Industries को खरीदने का ऐलान कर दिया – और कीमत? पूरे 13.6 बिलियन डॉलर (यानी हमारे 1.13 लाख करोड़ रुपये से भी ज़्यादा)। सच कहूँ तो यह कोई साधारण खबर नहीं है। असल में तो Chart पहले Flowserve के साथ डेटिंग कर रहा था, लेकिन Baker Hughes ने बीच में ही बेहतर प्रपोज़ल रखकर सारा गेम बदल दिया। क्या बात है न?
यह डील इतनी खास क्यों?
देखिए, Chart Industries कोई छोटी-मोटी कंपनी नहीं है। ये वो लोग हैं जिन्हें cryogenic technology और LNG (liquefied natural gas) के मामले में कोई टक्कर नहीं दे सकता। अब जबकि पूरी दुनिया clean energy की तरफ भाग रही है, Baker Hughes ने सही समय पर सही चाल चली है। सोचिए – hydrogen और LNG का भविष्य कितना बड़ा है, और अब Baker Hughes को इसमें पहले से ही मजबूत पकड़ मिल गई!
डील की कुछ खास बातें:
- कीमत तो 13.6 बिलियन डॉलर है ही, लेकिन पेमेंट cash और shares दोनों में होगा
- Flowserve के साथ पहले का डील अब रद्द – बेचारे खाली हाथ रह गए!
- Baker Hughes को मिल गया future energy का सुपर वेपन
लोग क्या कह रहे हैं?
Baker Hughes के CEO तो मानो सातवें आसमान पर हैं – उनका कहना है कि यह डील कंपनी को energy transition में लीडर बना देगा। Chart के लोग भी खुश नज़र आ रहे हैं। लेकिन कुछ विश्लेषक चिंता जता रहे हैं – कहीं यह oil & gas सेक्टर में बहुत ज़्यादा एकाधिकार तो नहीं बना देगा? हालांकि, अभी तो डील को regulators की मंजूरी मिलनी बाकी है।
आगे क्या होगा?
शॉर्ट टर्म में? Baker Hughes के शेयरों में ज़रूर उछाल आएगा। Flowserve को अपनी रणनीति बदलनी पड़ सकती है। लेकिन असली खेल तो लॉन्ग टर्म में होगा – यह डील clean energy सेक्टर को नया आकार देगी। क्या यह oil & gas इंडस्ट्री का टर्निंग पॉइंट साबित होगा? वक्त बताएगा।
एक बात तो तय है – Baker Hughes ने साबित कर दिया कि वह सिर्फ तेल-गैस वाली पुरानी कंपनी नहीं है। Future-ready बनने के लिए उन्होंने बिल्कुल सही कदम उठाया है। अब देखना यह है कि यह डील कितना जादू दिखाती है!
बेकर ह्यूजेस का $13.6 बिलियन वाला बड़ा खेल – जानिए क्या है पूरा माजरा!
चार्ट को खरीदने की ज़रूरत ही क्यों पड़ी?
देखिए, बेकर ह्यूजेस ने यह deal सिर्फ़ ऐसे ही नहीं किया। असल में उनका oilfield services का business पहले से ही बड़ा था, लेकिन चार्ट की advanced technology और market में उनकी पकड़ ने इसे और भी मजबूत बना दिया। सोचिए, जैसे कोई बड़ा खिलाड़ी अपनी टीम में एक और स्टार प्लेयर जोड़ ले!
क्या यह डील इतनी बड़ी है कि पूरी industry हिल जाए?
अरे भाई, $13.6 बिलियन तो कोई मज़ाक नहीं होता! यह deal oil & gas sector में भूचाल ला देगी – इतना तय है। बेकर ह्यूजेस अब और भी बड़ा खिलाड़ी बन गया है। पर सवाल यह है कि क्या competitors बस देखते रहेंगे? ज़ाहिर है, अब competition और तेज़ होगा।
क्या अब बेकर ह्यूजेस का कोई सानी नहीं रहा?
ईमानदारी से कहूं तो… हां, इस deal के बाद वो अपने competitors से काफी आगे निकल गए हैं। लेकिन याद रखिए, oil & gas industry में कोई भी player पूरी तरह से हावी नहीं हो पाता। फिलहाल तो उन्होंने बाज़ी मार ली है, यह सच है।
क्या आम कर्मचारियों और ग्राहकों को फायदा होगा?
शुरुआत में थोड़ी उथल-पुथल तो होगी ही – नए सिस्टम, नई टीमें। पर लंबे समय में देखें तो… एक तरफ employees को बेहतर resources मिलेंगे, दूसरी तरफ customers को और advanced services। थोड़ा धैर्य रखने की ज़रूरत है, बस।
Source: Financial Times – Companies | Secondary News Source: Pulsivic.com