बंगाल की खाड़ी का कहर: UP-बिहार डूबा, दिल्ली को मूसलाधार बारिश का डर!
अरे भई, प्रकृति माँ इस बार बहुत नाराज़ लग रही हैं। बंगाल की खाड़ी में जो बवंडर उठा है, उसका असर तो देखो – उत्तर प्रदेश और बिहार तो जैसे पानी-पानी हो गए हैं। और अब दिल्ली वालों के लिए भी खबर अच्छी नहीं है। मौसम वालों ने अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है। सच कहूँ तो, ये साल का मानसून बिल्कुल अलग ही मूड में है!
पूरी कहानी क्या है?
देखिए न, इस बार मानसून ने तो जैसे जल्दी आने का ऐलान कर दिया था। और अब नतीजा सामने है – कई राज्यों में सामान्य से ज़्यादा बारिश हो रही है। असल में बंगाल की खाड़ी में low pressure area बना हुआ है, जिसकी वजह से ये सब हो रहा है। पिछले हफ्ते से ही बिहार और UP में नदियाँ उफान पर थीं, अब तो हालात और भी बिगड़ गए हैं। क्या करें, प्रकृति के आगे तो हम सब बेबस हैं न!
कहाँ क्या चल रहा है?
बिहार और UP: यहाँ तो जैसे सुनामी आ गई हो। गंगा, घाघरा और कोसी नदी ने तो सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। सैकड़ों लोगों को तो सुरक्षित निकाल लिया गया है, लेकिन अभी भी कई फंसे हुए हैं। NDRF वाले दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन स्थिति बहुत गंभीर है।
दिल्ली-एनसीआर: अब यहाँ भी मुसीबत आने वाली है। मौसम वालों ने अगले 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी दी है। यमुना का लेवल तो पहले से ही चिंताजनक है। अगर और बारिश हुई तो… खैर, सोचकर ही डर लगता है!
बाकी राज्य: पंजाब से लेकर हिमाचल तक, सबको अलर्ट पर रहने की ज़रूरत है। Waterlogging तो होगी ही, नदियों का क्या होगा, ये तो भगवान ही जाने!
क्या कह रहे हैं लोग?
सरकार: बिहार और UP सरकार ने तो जैसे पूरा मशीनरी लगा दिया है। राहत शिविर, खाने-पीने का इंतज़ाम… पर क्या ये काफी होगा?
मौसम विभाग: उनका कहना है कि अगले 48 घंटे और संभलकर रहने की ज़रूरत है। “हम निगरानी कर रहे हैं,” ये तो उनका रटा-रटाया जवाब है न!
आम लोग: बिहार के रामकिशोर जी का दर्द सुनिए – “खेत डूबे, घर डूबा… अब तो रोटी का भी जुगाड़ नहीं।” सच में, ये तस्वीर दिल दहला देने वाली है।
आगे क्या?
मौसम वालों की मानें तो अगले दो दिन और मुश्किल हो सकते हैं। राज्य सरकारों ने disaster management टीमों को पूरी तरह तैनात कर दिया है। पर सवाल यह है कि क्या ये काफी होगा? Helpline numbers जारी कर दिए गए हैं, लेकिन क्या मदद सब तक पहुँच पाएगी?
अंत में: हालात गंभीर हैं, ये तो स्पष्ट है। हम सबको सावधान रहना होगा और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना होगा। वैसे भी, प्रकृति के आगे हमारी क्या चलती है!
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Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com