“BCCI ने साफ किया: विराट-रोहित का टेस्ट रिटायरमेंट बोर्ड की मर्जी नहीं, खिलाड़ियों का फैसला!”

BCCI का साफ़ स्टैंड: विराट-रोहित ने खुद लिया टेस्ट रिटायरमेंट का फैसला, बोर्ड का कोई दखल नहीं!

अरे भाई, क्रिकेट की दुनिया में तूफान ला देने वाली ये खबर सुनकर हैरान हो गए न? BCCI ने आखिरकार विराट कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट रिटायरमेंट पर अपना पक्ष रख ही दिया। और सुनकर हैरानी होगी – ये पूरा मामला बोर्ड की कोई चाल नहीं थी, बल्कि दोनों खिलाड़ियों का अपना निजी फैसला था। सच कहूं तो जब ये खबर आई थी, तो मेरे दिमाग में भी यही सवाल आया था – “कहीं ये BCCI का कोई प्लान तो नहीं?” लेकिन लगता है हम सब गलत थे!

असल में देखा जाए तो ये पूरा ड्रामा तब शुरू हुआ जब विराट और रोहित ने ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद अचानक टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। रोहित ने तो अपना इंस्टाग्राम स्टोरी ही रोने वाले इमोजी के साथ पोस्ट कर दिया, वहीं विराट ने एक इमोशनल लंबा पोस्ट लिखा। पर सच्चाई ये है कि जब से ये फैसला आया, क्रिकेट फैंस के बीच सवाल उठने लगे थे। कुछ लोग तो यहां तक कह रहे थे कि BCCI ने नए खिलाड़ियों को जगह बनाने के लिए उन पर दबाव डाला। लेकिन अब बोर्ड ने इन अफवाहों पर पानी फेर दिया है।

एक BCCI अधिकारी ने तो बड़ी साफ़-साफ़ बात कही – “ये 100% खिलाड़ियों का अपना चॉइस था। हमने कभी उन्हें रिटायर होने के लिए नहीं कहा।” और हां, ये जानकर खुशी होगी कि दोनों अभी भी T20 और ODI में खेलेंगे। मतलब अभी तो पार्टी जारी है! लेकिन सच ये भी है कि टेस्ट क्रिकेट से उनका जाना भारतीय क्रिकेट के लिए एक युग का अंत तो है ही।

अब सवाल ये उठता है कि क्रिकेट एक्सपर्ट्स इस पर क्या सोचते हैं? सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज तो इसे सही समय पर लिया गया फैसला मान रहे हैं। उनका कहना है – “नई पीढ़ी को मौका मिलना चाहिए।” वहीं सोशल मीडिया पर फैंस के रिएक्शन तो देखने लायक हैं! कुछ लोगों को ये फैसला बिल्कुल पसंद नहीं आया, वहीं कुछ का कहना है कि अब युवाओं को मौका मिलेगा। टीम के कोच ने भी दोनों के योगदान को याद किया है – और सच कहूं तो उनकी विरासत तो हमेशा याद रखी जाएगी।

तो अब आगे क्या? BCCI अब शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल जैसे युवाओं पर दांव लगाएगा। वहीं हमारे स्टार्स विराट और रोहित T20 वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी जैसी बड़ी टूर्नामेंट्स पर फोकस करेंगे। एक तरफ तो नई टैलेंट को मौका मिलेगा, दूसरी तरफ हमारे अनुभवी खिलाड़ी limited-overs में अपना जलवा बिखेरते रहेंगे।

अंत में एक बात साफ है – BCCI के इस क्लैरिफिकेशन के बाद अब कोई कंफ्यूजन नहीं रहा। विराट और रोहित ने अपनी मर्जी से ये फैसला लिया। और हां, अब भारतीय क्रिकेट नई दिशा में आगे बढ़ेगा। एक युग का अंत हुआ है, लेकिन नए युग की शुरुआत भी तो होनी ही थी!

यह भी पढ़ें:

BCCI और खिलाड़ियों के फैसले: क्या सच में है ये सारी अफवाहें?

1. क्या BCCI विराट-रोहित को टेस्ट क्रिकेट से फोर्स कर सकता है रिटायर?

सीधा जवाब – नहीं। देखिए, BCCI ने खुद ही क्लियर कर दिया है कि ये फैसला पूरी तरह खिलाड़ियों का होता है। वैसे भी, कल्पना कीजिए, क्या कोई बोर्ड विराट कोहली जैसे लीजेंड को जबरन रिटायर करवा सकता है? बिल्कुल नहीं।

2. सच बताएं, क्या विराट और रोहित ने सोचा है टेस्ट छोड़ने के बारे में?

अभी तक तो कोई ऑफिशियल बयान नहीं आया है। और सच कहूं तो, दोनों अभी पूरी तरह फिट हैं और फॉर्म में भी। पर एक बात – आजकल के दौर में कुछ भी असंभव नहीं, है न?

3. अचानक BCCI को यह स्टेटमेंट जारी करने की क्या जरूरत पड़ी?

असल में बात ये है कि मीडिया में कुछ ज्यादा ही स्पेकुलेशन चल रहा था। BCCI ने बस ये क्लियर करना चाहा कि रिटायरमेंट जैसे पर्सनल फैसलों में उनका कोई दखल नहीं। समझ गए न मेरा पॉइंट?

4. IPL की चकाचौंध में क्या टेस्ट क्रिकेट पीछे छूट रहा है?

ये सवाल तो बहुत पूछा जा रहा है। सच तो ये है कि IPL और T20 का क्रेज बढ़ा है, ये तो सच है। लेकिन क्या टेस्ट क्रिकेट की अहमियत कम हुई है? मेरी नजर में तो बिल्कुल नहीं। अभी भी हर खिलाड़ी का सपना होता है टेस्ट कैप पहनना। पर हां, प्रायोरिटीज बदल रही हैं, ये भी सच है।

Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

More From Author

फौजा सिंह हत्यारा गिरफ्तार: फॉच्यूनर से टक्कर के बाद था फरार

NEET-UG बिजली कटौती मामला: 75 छात्रों का रिजल्ट जारी, हाईकोर्ट ने दोबारा परीक्षा से इनकार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent Comments