“भाजपा छोड़ राजद में शामिल हुए ‘राम अयोध्या’, अब सामाजिक न्याय की राजनीति करने की घोषणा!”

भाजपा छोड़ राजद में शामिल हुए ‘राम अयोध्या’ – अब क्या बदलेगा बिहार की राजनीति में?

अरे भई, बिहार की राजनीति में तो बवाल मच गया है! जी हाँ, भाजपा के बड़े नेता और पूर्व विधायक ‘राम अयोध्या’ उर्फ भोला बिन्द ने तो बड़ा धमाकेदार फैसला ले लिया। पार्टी छोड़कर राजद में शामिल हो गए। और साथ ही ऐलान कर दिया कि अब वो सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। सच कहूँ तो, ये मामला सिर्फ एक नेता का पार्टी बदलना नहीं है… बिहार की सियासत का पूरा समीकरण ही बदल सकता है!

देखिए, राम अयोध्या कोई नौसिखिया नेता तो हैं नहीं। भाजपा में रहते हुए भी वो अपनी अलग पहचान बना चुके थे। पर पिछले कुछ महीनों से कुछ तो चल रहा था। पार्टी की policies और decision-making process से वो खुश नहीं थे, खासकर पिछड़े वर्गों के मुद्दों को लेकर। ईमानदारी से कहूँ तो, ये तनाव तो काफी देर से चल रहा था, बस अब सार्वजनिक हो गया। और राजद वालों ने तो मानो दिवाली मना ली हो – उनके senior leader रणविजय साहू ने इसे party का बड़ा strategic gain बता दिया!

अब सबसे मजेदार बात ये है कि भाजपा की प्रतिक्रिया… यानी कोई प्रतिक्रिया ही नहीं! official statement जारी नहीं की अभी तक। पर press conference में राम अयोध्या ने जो बोला, वो साफ-साफ सुनाई दे रहा है: “अब मेरा एक ही मकसद – सामाजिक न्याय। राजद के मंच से मैं पिछड़ों की आवाज बनूँगा।” सुनकर लगता है जैसे कोई नया राजनीतिक storm आने वाला है।

अब reactions की बात करें तो… हर तरफ अलग-अलग बयान। राजद वाले तो जैसे खुशी से उछल पड़े। रणविजय साहू ने कहा, “हमारे लिए गर्व की बात है।” वहीं भाजपा के एक नेता (बेनाम, naturally!) ने कहा, “personal decision है।” मतलब साफ है न? political analyst डॉ. अरुण कुमार तो यहाँ तक कह रहे हैं कि OBC और EBC वोट बैंक पर इसका बड़ा असर हो सकता है।

तो अब सवाल ये है – आगे क्या? मेरी समझ से तो राजद इन्हें कोई बड़ी responsibility देगी ही। और भाजपा? उन्हें अपनी caste equations पर फिर से सोचना पड़ेगा। 2025 के चुनाव दूर नहीं, और ये political shift तो जैसे बिहार की सियासत में नया chapter लिख देगा। एक बात तय है – अब बिहार की राजनीति में मजा आने वाला है!

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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