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बोइंग मजदूरों ने ठुकराया नया करार, अब हड़ताल की तैयारी!

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Boeing मजदूरों ने ठोंक दी ताली! नया करार रद्द, अब हड़ताल की तैयारी

अरे भई, कहानी तो बड़ी दिलचस्प हो गई है। Boeing के कर्मचारियों ने मैनेजमेंट का नया प्रस्ताव ठुकरा दिया है – और साफ-साफ! अब तो मामला गरमा गया है, क्योंकि यूनियन ने 48 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया है। सोचिए, अगर हड़ताल हुई तो? पूरी सप्लाई चेन अस्त-व्यस्त हो जाएगी। असल में ये तो बस एक नया चैप्टर है Boeing और उसके कर्मचारियों के बीच चल रही तनातनी का।

पीछे का सच: महीनों से चल रही थी टेंशन

देखिए न, ये वार्ता तो महीनों से चल रही थी। Boeing वालों ने कर्मचारियों को नया पैकेज दिया था – वेतन बढ़ोतरी, सेफ्टी इम्प्रूवमेंट्स वगैरह-वगैरह। लेकिन यूनियन का कहना है कि ये तो बस ऊपरी दिखावा है। उनकी असली मांगों से ये कोसों दूर है। और सच कहूं तो, कंपनी के मुनाफे के मुकाबले ये प्रस्ताव बेईमानी सा लगता है।

बात तो तब और बिगड़ी जब 80% कर्मचारियों ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया! यूनियन लीडर्स का कहना है कि उन्होंने बार-बार मैनेजमेंट को समझाया, पर सुनी-अनसुनी कर दी गई। अब तो गुस्सा सातवें आसमान पर है।

हड़ताल का डंका बजा: अब क्या होगा?

यूनियन प्रमुख राजेश कुमार साफ कह रहे हैं – “हमारी मांगें जायज हैं। Boeing तो पिछले कुछ सालों से मोटा मुनाफा कमा रही है, लेकिन कर्मचारियों की तरफ देखने की जहमत नहीं कर रही।” और उन्होंने तो क्लियर कर दिया – 48 घंटे में समाधान नहीं निकला तो हड़ताल तय है।

वहीं Boeing की तरफ से अंजलि मेहरा का स्टेटमेंट आया – “हम बातचीत के लिए तैयार हैं… लेकिन हड़ताल से प्रोडक्शन के साथ-साथ कस्टमर्स को भी नुकसान होगा।” मजे की बात ये कि कंपनी ने अब इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। जब दबाव पड़ा तब याद आई बातचीत!

अब क्या? अनिश्चितता का खेल चल रहा

इंडस्ट्री एक्सपर्ट डॉ. विवेक शर्मा की मानें तो, “ये हड़ताल Boeing को करोड़ों का चूना लगा सकती है। सप्लाई चेन तबाह हो जाएगी।” और हां, अब तो लेबर मिनिस्ट्री के हस्तक्षेप की भी संभावना बन रही है।

अब सबकी नजरें इस 48 घंटे के डेडलाइन पर टिकी हैं। अगर समझौता नहीं हुआ तो? Boeing को कस्टमर्स को डिलेरी के लिए माफी मांगनी पड़ सकती है। इमेज को तो झटका लगेगा ही। इस बीच मध्यस्थों की कोशिश जारी है कि किसी तरह दोनों पक्षों को बातचीत की टेबल पर लाया जाए। पर क्या वाकई कोई समाधान निकलेगा? ये तो वक्त ही बताएगा।

Source: NY Post – Business | Secondary News Source: Pulsivic.com

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