BOJ को अभी ब्याज दरें बढ़ानी चाहिए? बोर्ड मेंबर तामुरा ने उठाई बड़ी बहस
क्या हो रहा है?
बैंक ऑफ जापान (BOJ) के बोर्ड मेंबर नाओकी तामुरा ने एक बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि BOJ को ब्याज दरें बढ़ाने पर तुरंत विचार करना चाहिए। असल में, उनका मानना है कि जापान अपने 2% मुद्रास्फीति के लक्ष्य को समय से पहले ही हिट कर सकता है। यह बयान आते ही पूरी दुनिया के Economists इस पर चर्चा करने लगे हैं।
आखिर ब्याज दरें क्यों बढ़ानी चाहिए?
मुद्रास्फीति का टारगेट पूरा होने वाला है
देखिए, BOJ का मुख्य लक्ष्य है 2% मुद्रास्फीति बनाए रखना। अब ताजा आंकड़े बताते हैं कि जापान में कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। तामुरा को लगता है कि अगर यही ट्रेंड चला, तो टारगेट समय से पहले ही पूरा हो जाएगा। इसीलिए उन्होंने ब्याज दरें बढ़ाने की बात कही है।
इकोनॉमी को सपोर्ट करने की जरूरत
सालों से नेगेटिव इंटरेस्ट रेट की वजह से जापानी इकोनॉमी पर दबाव बना हुआ है। येन की वैल्यू गिर रही है, एक्सपोर्ट्स पर असर पड़ रहा है। ऊपर से ग्लोबल इकोनॉमी की हालत भी ठीक नहीं। तामुरा का मानना है कि अब पॉलिसी बदलने का समय आ गया है।
तामुरा के बयान की खास बातें
अभी एक्शन लेना जरूरी
तामुरा साफ कह रहे हैं – BOJ को इंतजार नहीं करना चाहिए। उन्होंने पॉलिसी में फ्लेक्सिबिलिटी की बात भी की, ताकि मौके के हिसाब से फैसले लिए जा सकें।
किन चीजों से है खतरा?
उन्होंने ग्लोबल रिसेशन और एनर्जी प्राइस के उतार-चढ़ाव को बड़ा रिस्क बताया। साथ ही, घरेलू डिमांड और वेज ग्रोथ पर भी नजर रखने की जरूरत बताई।
BOJ की करंट पॉलिसी क्या है?
नेगेटिव इंटरेस्ट रेट का दौर
2016 से BOJ नेगेटिव इंटरेस्ट रेट पॉलिसी चला रहा है। आइडिया था – लोन लेना आसान बनाना और इकोनॉमिक ग्रोथ को बढ़ावा देना। लेकिन इसके साइड इफेक्ट्स भी हुए, जैसे बैंकों के प्रॉफिट पर दबाव और फाइनेंशियल मार्केट में डिस्टॉर्शन।
YCC पॉलिसी क्या करती है?
BOJ ने यील्ड कर्व कंट्रोल (YCC) पॉलिसी अपनाई है जो लॉन्ग-टर्म इंटरेस्ट रेट को कंट्रोल करती है। हालांकि इसकी असल एफेक्टिवनेस को लेकर अभी भी बहस चल रही है।
ब्याज दर बढ़ने के क्या हो सकते हैं असर?
जापान की इकोनॉमी पर क्या होगा?
ब्याज दर बढ़ने से लोन महंगे होंगे, जिसका सीधा असर कंज्यूमर स्पेंडिंग और बिजनेस पर पड़ेगा। लेकिन अच्छी बात यह कि इन्वेस्टर्स को बेहतर रिटर्न मिल सकता है।
इंटरनेशनल मार्केट कैसे रिएक्ट करेंगे?
अगर BOJ रेट बढ़ाता है तो येन की वैल्यू में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स भी जापानी बॉन्ड और स्टॉक मार्केट में अपनी स्ट्रैटेजी बदल सकते हैं।
Experts और मार्केट क्या कह रहे हैं?
एक्सपर्ट्स की राय
कुछ Experts तामुरा के बयान को सही दिशा में कदम मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे जल्दबाजी बता रहे हैं। मार्केट में इसको लेकर मिक्स्ड रिएक्शन है।
मार्केट का रिस्पॉन्स
इस बयान के बाद जापानी स्टॉक मार्केट में वॉलैटिलिटी देखी गई। बॉन्ड यील्ड भी ऊपर-नीचे हो रहे हैं। अब सबकी नजर BOJ की अगली मीटिंग पर है।
तो क्या होगा आगे?
BOJ के सामने बड़ी चुनौती है – इकोनॉमिक स्टेबिलिटी और इन्फ्लेशन टारगेट को एक साथ मैनेज करना। तामुरा के बयान ने एक बड़ी डिबेट छेड़ दी है। आने वाले दिनों में BOJ के फैसले न सिर्फ जापान बल्कि पूरी ग्लोबल इकोनॉमी को प्रभावित कर सकते हैं। सबको अब इंतजार है अगले मूव का।
Source: Dow Jones – Social Economy | Secondary News Source: Pulsivic.com