क्या आंखों के इन्फेक्शन में ब्रेस्ट मिल्क डालना सही है? डॉक्टर का चौंकाने वाला जवाब!

क्या आंखों के इन्फेक्शन में ब्रेस्ट मिल्क डालना सही है? डॉक्टर की सलाह जानकर चौंक जाएंगे आप!

भई, आजकल तो छोटे बच्चों में आंखों का इन्फेक्शन (conjunctivitis) आम बात हो गई है। जब बच्चे की आंखें लाल हो जाती हैं या उनसे पानी बहने लगता है, तो मां-बाप का घबराना लाज़मी है। और फिर शुरू होते हैं घरेलू नुस्खे! इन्हीं में एक बहुत चर्चित नुस्खा है – आंखों में मां का दूध डालना। सच कहूं तो मैंने भी अपने पहले बच्चे के साथ यही किया था। गूगल पर ढेर सारे आर्टिकल मिल जाएंगे जो बताते हैं कि ब्रेस्ट मिल्क में मौजूद antibodies संक्रमण को ठीक कर देते हैं। लेकिन सच्चाई क्या है? चलो, आज हम डॉक्टर्स की असली राय और साइंस के आधार पर इस बात को समझते हैं।

आंखों का इन्फेक्शन – पहचानें लक्षण और वजह

पहले तो ये समझ लें कि conjunctivitis होता क्यों है। देखा जाए तो आंखें लाल होना, सूजन आना, पानी बहना या कभी-कभी मवाद जैसा डिस्चार्ज – ये सब इसके मुख्य लक्षण हैं। बच्चा आंखें मलता रहता है, रोशनी में परेशानी महसूस करता है। मेरी बहन का बच्चा तो एक बार इतना रोया कि हम सबकी नींद हराम हो गई!

असल में, ये इन्फेक्शन बैक्टीरिया या वायरस की वजह से होता है। कभी-कभार एलर्जी भी जिम्मेदार होती है – जैसे धूल, पराग या किसी केमिकल की वजह से। नवजात शिशुओं की तो बात ही अलग है – उन्हें तो जन्म के समय ही neonatal conjunctivitis का खतरा रहता है। है न मुश्किल?

ब्रेस्ट मिल्क – फायदा या नुकसान?

तो अब सवाल यह उठता है – क्या सच में मां का दूध आंखों के लिए अच्छा है? सुनने में तो यह बिल्कुल लाजवाब उपाय लगता है। हां, यह सच है कि ब्रेस्ट मिल्क में antibodies होते हैं जो बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। लेकिन भई, यहां एक बड़ा ‘लेकिन’ है! डॉक्टर्स की मानें तो ब्रेस्ट मिल्क पूरी तरह sterile नहीं होता। मतलब, इसमें मौजूद बैक्टीरिया आंखों के संक्रमण को और बढ़ा सकते हैं। सोचिए, कहीं आपका प्यार भरा इलाज ही समस्या न बन जाए!

क्या हैं सेफ घरेलू उपाय?

अगर इन्फेक्शन हल्का है तो कुछ घरेलू नुस्खे काम आ सकते हैं। सबसे पहले तो साफ़ cotton को गुनगुने पानी में भिगोकर आंखों को हल्के से साफ़ करें। ब्रेस्ट मिल्क पिलाने से तो immunity ज़रूर बढ़ेगी, लेकिन आंखों में डालने का जोखिम न उठाएं। मेरी दादी कहती थीं फिटकरी के पानी से आंख धोने की, लेकिन आजकल के डॉक्टर्स इसे बिना सलाह के करने से मना करते हैं।

बच्चे की डाइट में क्या शामिल करें?

इस दौरान खान-पान पर खास ध्यान देना चाहिए। विटामिन-ए वाली चीज़ें जैसे गाजर, पालक, दूध – ये सब आंखों के लिए बढ़िया होते हैं। मेरा तो यही नियम है – जितने रंग के फल-सब्ज़ियां, उतना बेहतर! संतरे, बेरीज जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फल भी immunity बूस्ट करते हैं। और हां, पानी की कमी न होने दें – नारियल पानी तो गोल्ड है!

डॉक्टर के पास कब जाएं?

कुछ लक्षण ऐसे होते हैं जिन्हें बिल्कुल नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। अगर आंखों से पीला या हरा डिस्चार्ज हो, बच्चे को तेज बुखार हो, या 1-2 दिन में आराम न मिले – तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं। मेरे पड़ोसी ने एक बार लापरवाही की थी – बच्चे की आंखों की रोशनी तक प्रभावित हुई थी। सच कहूं तो डर लगता है सोचकर!

आखिर में बस इतना ही – ब्रेस्ट मिल्क बच्चे के लिए अमृत है, लेकिन हर चीज़ का सही इस्तेमाल ज़रूरी है। आंखों पर कुछ भी ट्राई करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना ही समझदारी है। वैसे भी, मां का दूध पीने से ही बच्चे को सारे फायदे मिल जाते हैं – आंखों में डालने की क्या ज़रूरत है भई?

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सच क्या है? क्या ब्रेस्ट मिल्क से आंख का इन्फेक्शन ठीक हो सकता है?

देखिए, ये बात तो हर दूसरी माँ कहती सुनाई देती है – “बेटा, थोड़ा दूध डाल दो, सब ठीक हो जाएगा!” लेकिन असलियत? डॉक्टर्स की मानें तो ये सलाह उतनी ही खतरनाक है जितना कि आँख में नींबू का रस डालना! हाँ, ब्रेस्ट मिल्क में कुछ एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, पर ये आँखों के लिए बिल्कुल भी safe नहीं। उल्टा, इन्फेक्शन और बिगाड़ सकता है। सच कहूँ तो घरेलू नुस्खों पर भरोसा करने से अच्छा है कि एक बार डॉक्टर से पूछ लिया जाए।

अरे भई! बच्चों की आँखों में ब्रेस्ट मिल्क डालने के क्या नुकसान हो सकते हैं?

छोटे बच्चे की आँखें? उनकी तो बात ही अलग है! नाजुक से पंखुड़ी जैसी… ऐसे में ब्रेस्ट मिल्क डालना ठीक वैसा ही है जैसे खुले घाव पर मिर्ची पाउडर छिड़क देना। Irritation, redness तो होगा ही, कई बार तो infection इतना बढ़ जाता है कि हॉस्पिटल तक जाना पड़ जाता है। मेरा सुझाव? कोई भी घरेलू उपाय आजमाने से पहले तीन बार सोच लें।

तो फिर डॉक्टर साहब क्या कहते हैं इस बारे में?

डॉक्टर्स की सलाह बिल्कुल स्पष्ट है – “भाभी जी, ये घर के नुस्खे छोड़िए!” उनका कहना है कि prescribed eye drops या ointment ही सही इलाज है। वो भी पूरी मात्रा में और पूरे समय तक। ब्रेस्ट मिल्क जैसे shortcuts तो बस मुसीबत को न्यौता देने जैसे हैं। सच पूछो तो आँखों के साथ जोखिम लेने से अच्छा है proper treatment करवाया जाए।

एक सवाल और – क्या ब्रेस्ट मिल्क किसी भी इन्फेक्शन में काम आता है?

असल बात ये है कि हर चीज़ का अपना सही जगह इस्तेमाल होता है। जैसे मोबाइल चार्जर से आप गैस नहीं जला सकते (हँसी)। वैसे ही ब्रेस्ट मिल्क में immune-boosting properties होती हैं, मगर ये कोई जादू की छड़ी तो है नहीं! आँखों जैसे sensitive एरिया के लिए तो medical treatment ही राजा है। बाकी? डॉक्टर की सलाह पर भरोसा करिए – वो आपकी भलाई के लिए ही तो कहते हैं!

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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