F-35B स्टील्थ फाइटर जेट ने छोड़ा केरल का आसमान, लेकिन पीछे छोड़ गया एक किस्सा जो याद रहेगा!
अरे भाई, तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर जो हुआ वो किसी फिल्म सीन से कम नहीं था। सोचो न, ब्रिटिश रॉयल नेवी का चर्चित F-35B स्टील्थ फाइटर जेट – जिसकी कीमत शायद हमारे पूरे मोहल्ले के बजट से ज़्यादा होगी – पूरे 39 दिन तक यहाँ अटका रहा! और जब यह सोमवार को उड़ान भरने में कामयाब हुआ, तो ब्रिटिश टीम ने जो किया वो तो सच में ‘वाह वाह’ करने वाला था। एक ऐसा जेस्चर जो दोस्त, यकीनन भारत और ब्रिटेन के रिश्तों में नया अध्याय जोड़ देगा।
वो अनपेक्षित लैंडिंग जिसने बना दिया इतिहास
कहानी शुरू होती है 39 दिन पहले… मानो कोई थ्रिलर मूवी का प्लॉट हो। दुनिया के सबसे एडवांस्ड स्टील्थ जेट्स में से एक F-35B अचानक तकनीकी गड़बड़ी के चलते तिरुवनंतपुरम में उतर गया। सच कहूँ तो, ये जेट तो ब्रिटिश नेवी का गर्व है – हमारे यहाँ बोलचाल की भाषा में कहें तो “दिल का टुकड़ा” वाली बात। और फिर शुरू हुआ वो मिशन जिसमें भारतीय और ब्रिटिश इंजीनियर्स ने मिलकर इस 8 करोड़ डॉलर के खिलौने को दोबारा उड़ान के लिए तैयार किया। क्या मुश्किल रही होगी ये काम? अंदाज़ा लगाना भी मुश्किल है!
और फिर वो दिन आया… जब F-35B ने लिया विदाई का सलाम
लगभग डेढ़ महीने की मेहनत के बाद आखिरकार वो पल आ ही गया। पर असली मज़ा तो तब आया जब ब्रिटिश टीम ने एयरपोर्ट को एक स्पेशल गिफ्ट दिया – एक memorial plaque और कुछ प्रतीकात्मक चीज़ें। ये कोई औपचारिकता नहीं थी दोस्त, बल्कि सच्चे दिल से की गई शुक्रिया थी। और हाँ, ये भारत-ब्रिटेन के बीच बढ़ते डिफेंस टाई-अप्स का भी सबूत है। क्या आने वाले दिनों में और भी ऐसे सहयोग देखने को मिलेंगे? समय बताएगा…
लोग क्या कह रहे हैं? सुनिए ज़मीनी राय!
एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने तो इसे “एक ऐतिहासिक पल” बताया। उनके चेहरे पर जो गर्व था वो शब्दों से बाहर था। वहीं ब्रिटिश टीम के प्रवक्ता ने भारतीयों के सहयोग को “अद्भुत” बताया। पर मज़ा तो तब आया जब हमने स्थानीय लोगों से बात की। एक युवा तो बस इतना कह पाया – “सर, ये F-35B देखकर ऐसा लगा जैसे हॉलीवुड मूवी से कोई सीन सामने आ गया हो!” सच में, ये अनुभव तिरुवनंतपुरम वालों के लिए जीवनभर याद रहने वाला है।
आगे क्या? इस घटना के दूरगामी असर
देखिए न, इस एक घटना ने तिरुवनंतपुरम को ग्लोबल स्पॉटलाइट में ला दिया है। डिफेंस एक्सपर्ट्स की मानें तो ये भारत और ब्रिटेन के तकनीकी सहयोग को नई रफ्तार दे सकता है। क्या हमारी वायुसेना भी F-35B जैसे जेट्स में दिलचस्पी लेगी? बहुत संभावना है। और हाँ, टूरिज्म के लिहाज़ से भी ये शहर अब अंतरराष्ट्रीय नक्शे पर है। कुल मिलाकर, ये कोई साधारण घटना नहीं थी दोस्त। जब वो जेट उड़ा, तो साथ ले गया केरल का प्यार, और छोड़ गया एक ऐसा रिश्ता जिसकी गूँज लंबे समय तक सुनाई देगी।
एक बात तो तय है – केरल इस किस्से को कभी नहीं भूल पाएगा। वैसे भी, ऐसी यादें ही तो ज़िंदगी को खास बनाती हैं न?
F-35B स्टील्थ फाइटर: जानिए क्यों है ये जेट इतना ख़ास?
F-35B स्टील्थ फाइटर – क्या है इसकी असली ताकत?
देखिए, F-35B कोई आम जेट नहीं है। ये 5th जनरेशन का स्टील्थ फाइटर है जो VTOL (Vertical Take-Off and Landing) कर सकता है। मतलब? बिना रनवे के उड़ान भरना और उतरना! पर असली बात ये है कि इसकी stealth technology और supercruise capability इसे दूसरे जेट्स से कहीं आगे ले जाती है। सच कहूं तो, ये टेक्नोलॉजी आज के समय में सबसे एडवांस्ड मानी जाती है।
ब्रिटिश रॉयल एयर फोर्स का ‘केरल गिफ्ट’ – सिर्फ एक शो या कुछ और?
अब ये तो बड़ा दिलचस्प मामला है! ब्रिटिश एयर फोर्स ने F-35B के साथ केरल में एक special flypast किया। क्यों? असल में, ये UK और भारत के बीच बढ़ते defense relations का एक तरह का प्रतीक था। पर साथ ही, ये केरल के लोगों के लिए एक यादगार पल भी बन गया। क्या आपने उसका वीडियो देखा? एकदम ज़बरदस्त था!
क्या भारतीय वायुसेना में भी दिखेगा F-35B?
सीधा जवाब – अभी तक तो नहीं। भारतीय वायुसेना ने अभी official तौर पर कुछ नहीं कहा है। लेकिन… हाल के सालों में भारत और USA के बीच defense deals बढ़े हैं। तो क्या पता, future में कुछ हो जाए! आखिरकार, हमें भी तो अपनी सुरक्षा के लिए बेस्ट टेक्नोलॉजी चाहिए, है न?
VTOL टेक्नोलॉजी – ये जादू कैसे काम करता है?
अरे, ये कोई जादू नहीं, बल्कि शुद्ध विज्ञान है! F-35B में एक unique lift fan system लगा है। सोचिए – जैसे हेलीकॉप्टर उड़ता है, वैसे ही ये जेट भी vertically उड़ान भर लेता है। और यही इसे खास बनाता है। छोटे airstrips या aircraft carriers पर भी ये आराम से operate कर सकता है। कमाल की बात है, है न?
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com