BSF जवान ने दिल्ली में ट्रेन बदलते वक्त लूट डाली ज्वेलरी शॉप – क्या है पूरा किस्सा?
सुनकर हैरानी होगी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने एक BSF जवान को गिरफ्तार किया है जिसने राजधानी में ही ज्वेलरी की दुकान लूटने की हिमाकत कर डाली। और सबसे चौंकाने वाली बात? ये वारदात तब हुई जब ये जवान दिल्ली से मध्य प्रदेश जाने के लिए ट्रेन बदल रहा था! पूर्वी दिल्ली के उस इलाके में, जहां रोजाना हजारों लोग आते-जाते हैं, इस 22 साल के जवान ने कैसे ये सब अंजाम दिया? सोचिए, जिस वर्दी पर हम भरोसा करते हैं, उसी का ये हाल…
क्या हुआ था असल में? एक सुरक्षाकर्मी की गिरती इज्जत
देखिए ना, ये मामला तो किसी फिल्म की स्क्रिप्ट लगता है। पूर्वी दिल्ली का वो इलाका जहां दिनभर भीड़ रहती है, वहां एक आदमी ज्वेलरी शॉप में घुसा और बंदूक दिखाकर लूटपाट कर बैठा। अब तक तो आम बात लगती है, है ना? लेकिन ट्विस्ट ये है कि ये कोई आम चोर नहीं, बल्कि BSF का जवान निकला! जिसे दिल्ली में ड्यूटी खत्म करके अपने गृह राज्य मध्य प्रदेश लौटना था। असल में, पुलिस को शक है कि इसने अपनी वर्दी और सरकारी पहचान का फायदा उठाकर पूरी प्लानिंग से ये काम किया। बड़ा दुखद है, सच कहूं तो।
CCTV से लेकर मोबाइल ट्रैकिंग तक: पुलिस कैसे पहुंची चोर तक?
अच्छी खबर ये है कि दिल्ली पुलिस ने बड़ी तेजी से काम किया। CCTV footage और mobile location tracking की मदद से आरोपी को पकड़ लिया गया। और हां, लूट का सारा सामान भी बरामद हो गया। BSF वालों ने भी मामले को गंभीरता से लिया है – उनका कहना है कि ऐसे केस में जीरो टॉलरेंस पॉलिसी फॉलो की जाती है। मतलब साफ है – इस जवान की नौकरी तो लगभग गई ही समझो।
सवाल तो उठने ही थे: क्या खोखली हो रही है हमारी सुरक्षा व्यवस्था?
ईमानदारी से कहूं तो, ये मामला सचमुच चिंताजनक है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सही कहा – जब सुरक्षाकर्मी ही कानून तोड़ेंगे, तो आम आदमी से क्या उम्मीद रखें? ज्वेलरी शॉप के मालिक की बात सुनिए: “मैंने तो उसकी वर्दी देखकर भी शक नहीं किया।” बड़ा दर्द है इन शब्दों में। एक तरफ तो हम इन्हीं लोगों पर अपनी सुरक्षा का भार सौंपते हैं, दूसरी तरफ ये हालात…
अब आगे क्या? क्या मिलेगा सख्त सजा?
अभी तो केवल शुरुआत है। IPC के तहत डकैती और हथियार अधिनियम के मुकदमे दर्ज होंगे। BSF वाले भी अपनी जांच कर रहे हैं। बड़ा सवाल ये है कि क्या ये अकेले ने ये काम किया या कोई और भी शामिल है? और हां, इस पूरे प्रकरण ने एक बहस फिर से छेड़ दी है – क्या सुरक्षा बलों में मनोवैज्ञानिक जांच और आंतरिक निगरानी व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है? जवाब तो आने वाला वक्त ही देगा, लेकिन ये मामला अभी लंबे समय तक चर्चा में रहने वाला है।
यह मामला सच में shocking है… और सोचने पर मजबूर कर देता है कि क्या हम वाकई किसी पर भी blind trust कर सकते हैं? एक BSF जवान, जिसे हमेशा से सम्मान की नज़र से देखा जाता है, उसी ने ये शैतानी हरकत कर डाली। ट्रेन बदलने का बहाना बनाकर! अब सवाल यह है कि uniform पहन लेने से कोई भगवान थोड़े ही बन जाता है?
लेकिन इस घटना से एक सबक तो मिलता ही है – अपराधी किसी भी चोगे में छिप सकता है। हालांकि, अच्छी बात यह है कि authorities ने तुरंत action लेकर दिखा दिया कि कानून की पकड़ से कोई नहीं बच सकता। चाहे वह कितनी ही बड़ी uniform क्यों न पहने हो।
अब आपसे मेरा सीधा सवाल – क्या हम इतने naive बनते जा रहे हैं? ऐसी घटनाओं के बाद भी क्या हम बिना सोचे-समझे किसी पर भरोसा करते रहेंगे? मेरा तो यही मानना है कि थोड़ी सी alertness हम सभी के लिए ज़रूरी है। किसी भी suspicious activity को notice करें तो तुरंत report करें। सच कहूं तो, यही सच्ची smartness है।
BSF जवान का ज्वेलरी शॉप वाला मामला – सारे सवाल, सारे जवाब
1. भईया, एक BSF जवान ने दिल्ली में ज्वेलरी शॉप ही क्यों लूटी?
सुनकर हैरानी होती है न? असल में, जो पता चला है वो ये कि ट्रेन बदलते वक्त financial problems ने उसके दिमाग पर हावी हो गई। लेकिन यार, समझ में नहीं आता कि कोई जवान ऐसा कैसे कर सकता है? खैर, पुलिस ने तो उसे पकड़ ही लिया, अब case की जांच चल रही है।
2. क्या ये पहली बार है जब ये जवान कुछ ऐसा करता है?
अभी तक जो खबरें आई हैं, उनके मुताबिक ये उसका पहला criminal case लगता है। पर ये भी सच है कि अक्सर पहली बार में ही पकड़े जाते हैं लोग। पुलिस वाले तो उसका past record खंगालने में लगे हुए हैं। देखते हैं क्या निकलकर आता है।
3. भई, इतने बड़े हंगामे में कितनी ज्वेलरी तो गई न?
अरे बताते हैं! शुरुआती reports तो लाखों रुपये की चोरी की बात कर रही हैं। पर यार, exact amount का तो investigation के बाद ही पता चलेगा। वैसे सोचो, ज्वेलरी शॉप में तो आमतौर पर कम से कम 10-15 लाख तो रहती ही होगी। है न?
4. सबसे बड़ा सवाल – BSF ने इस पर क्या action लिया?
देखो, BSF ने इसे बिल्कुल हल्के में नहीं लिया है। उन्होंने तुरंत जवान के खिलाफ departmental action शुरू कर दिया है। और अच्छी बात ये है कि वे पुलिस की investigation में पूरा cooperate भी कर रहे हैं। मतलब साफ है – कोई छूटने वाला नहीं है।
एक बात और। ऐसे मामले सुनकर दिल दुखता है। आखिर ये वही लोग हैं जो हमारी सीमाओं की रक्षा करते हैं। पर क्या करें, rules are rules।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com