Site icon surkhiya.com

** “स्कूल जाने की उम्र में शुरू किया यह कारोबार, 4 साल में ही लाखों कमा रहा है बच्चा!”

child entrepreneur earns millions school age 20250704040436954817

स्कूल की उम्र में लाखों कमाने वाला ये बच्चा! कैसे?

अक्सर हम सोचते हैं कि बड़ी सफलता के लिए बड़ी डिग्री चाहिए, बड़ा अनुभव चाहिए। लेकिन बिहार के प्रभु रंजन ने तो ये धारणा ही तोड़ दी! स्कूल के दिनों में शुरू की मशरूम की खेती, और आज? सालाना 15 लाख से ऊपर की कमाई! अब सवाल ये है कि क्या सच में उम्र या संसाधनों की कमी मायने रखती है? शायद नहीं, जब जुनून हो और थोड़ी सी सूझबूझ हो।

पिछवाड़े से शुरू हुई ये कहानी

प्रभु की कहानी तो वाकई किसी फिल्म जैसी है। छोटे से गाँव में पैदा हुए, स्कूल जाते थे, और एक दिन… मशरूम! है न मजेदार? पर असल में बात इतनी आसान नहीं थी। घरवालों को भरोसा नहीं था, पैसे की कमी थी, गाँव वाले ताने मारते थे। लेकिन प्रभु ने YouTube videos देख-देख कर खुद ही सीख लिया। शुरुआत में कितनी गलतियाँ हुईं, ये तो वो ही बता पाएँगे। पर देखा जाए तो यही गलतियाँ उनकी सबसे बड़ी टीचर बनीं।

फटाफट सीखने का जुनून

यहाँ मजेदार बात ये है कि प्रभु ने पारंपरिक तरीकों से हटकर scientific approach अपनाया। वो बताते हैं, “पहले साल तो मैंने सिर्फ ट्रायल-एरर किया। लेकिन फिर मैंने online courses join किए, government schemes के बारे में पता लगाया।” और यकीन मानिए, इसका नतीजा? उनका छोटा सा बिजनेस अब Amazon और Flipkart जैसे platforms पर पहुँच चुका है। क्या बात है न?

गाँव वालों की आँखें खोल दीं

अब तो पूरा गाँव इनके पीछे चल पड़ा है! एक स्थानी किसान मुझे बताते हैं, “पहले तो हम हँसते थे। आज वही प्रभु हमें ट्रेनिंग दे रहा है।” जिला अधिकारी तक इनके काम की तारीफ करते नहीं थकते। पर सबसे मजेदार बात? अब तो शहर के लोग भी इनसे सीखने आते हैं। क्या कभी सोचा था कि मशरूम की खेती से ये सब होगा?

आगे क्या है प्लान?

प्रभु अब processing unit लगाने की सोच रहे हैं। मतलब सीधा-सादा मशरूम नहीं, बल्कि pickles, powders – value added products! और सबसे अच्छी बात? वो दूसरे युवाओं को भी साथ लेकर चलना चाहते हैं। उनका कहना है, “अकेले तो बस इतना ही कर पाऊँगा। लेकिन अगर 10 लोग जुड़ें, तो पूरे इलाके की तस्वीर बदल सकती है।”

सच कहूँ तो, प्रभु की कहानी सिर्फ पैसे कमाने की नहीं है। ये उस माइंडसेट के बारे में है जो problems में opportunities देखता है। जो कहता है – “चलो, कोशिश करते हैं!” और शायद यही सोच हम सबको सीखनी चाहिए। है न?

यह भी पढ़ें:

“स्कूल जाने की उम्र में Business शुरू करने वाले बच्चे – जानिए सबकुछ!”

1. ये बच्चा आखिर कर क्या रहा है?

देखिए, इस छोटे से दिमाग ने एक बिल्कुल अलग ही रास्ता चुना है। वो बनाता है हाथ से बनी चीज़ें – greeting cards से लेकर paper bags तक। और सबसे मजेदार बात? सारा सामान eco-friendly! मतलब पर्यावरण को भी नुकसान नहीं, business भी चल रहा। क्या बात है न?

2. चार साल में लाखों! ये मुमकिन कैसे हुआ?

असल में बात सिर्फ पैसे की नहीं है। इसकी success के पीछे तीन चीज़ें काम कर रही हैं:
– पहला, उसकी creativity जो products में दिखती है
– दूसरा, social media पर जबरदस्त presence (Instagram, Facebook – सब पर है!)
– और सबसे important? माँ-बाप का वो support जो हर कदम पर साथ देता है

बिना इनमें से किसी एक के भी शायद ये मुमकिन नहीं होता।

3. भई, स्कूल और business साथ-साथ? कैसे manage करता होगा?

सच कहूँ तो ये सवाल मेरे दिमाग में भी आया था! हालांकि, इसका जवाब बड़ा दिलचस्प है। देखिए:
– स्कूल टाइम तो पढ़ाई
– बाकी समय में business
– weekends पूरी तरह business के नाम

पर यहाँ सबसे बड़ी बात? टाइम मैनेजमेंट। और हाँ, parents की मदद तो है ही। बिना इसके शायद नामुमकिन होता।

4. क्या मेरा बच्चा भी ऐसा कुछ कर सकता है?

ऐसा क्यों नहीं! हर बच्चे में कोई न कोई talent जरूर होता है। बस जरूरत है:
– उसकी interest को पहचानने की
– छोटे स्तर से शुरुआत करने की
– और सबसे important – आपका support और guidance

पर एक बात याद रखिए – ये race नहीं है। हर बच्चा unique है। शायद आपका बच्चा कुछ और ही अच्छा करे!

Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

Exit mobile version