“चीनी वाली कोक वापस ला रही कोका-कोला! ट्रंप की मांग मानने के पीछे की पूरी कहानी”

चीनी वाली कोक वापस! पर क्या यह सच में ट्रंप की जीत है या सिर्फ एक चाल?

सुनकर थोड़ा अजीब लगता है न? कोका-कोला जैसी दिग्गज कंपनी अचानक से अपना फॉर्मूला बदल रही है। अमेरिका में अब उनकी नई कोक में गन्ने की असली चीनी (cane sugar) होगी। और हैरानी की बात ये कि ये ट्रंप साहब की जिद्द के चलते हुआ है! पर सच क्या है? क्या ये सच में स्वास्थ्य के लिए है या फिर राजनीति और बाजार का एक खेल? चलिए पूरी कहानी समझते हैं।

HFCS से cane sugar तक – एक लंबी कहानी

1980s की बात है जब कोका-कोला ने अमेरिका में HFCS (हाई-फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप) का इस्तेमाल शुरू किया। वजह? साफ थी – सस्ता और आसानी से मिल जाता था। लेकिन समय के साथ एक समस्या खड़ी हुई। लोगों को लगने लगा कि ये HFCS सेहत के लिए ठीक नहीं। अब ट्रंप साहब तो पहले से ही ‘अमेरिका फर्स्ट’ के नारे लगा रहे थे। और गन्ने की चीनी? वो तो HFCS से बेहतर मानी जाती है। पर दिक्कत ये है कि ये महंगी पड़ती है। तो कंपनियां अक्सर इसे टाल देती थीं।

“मेड विद रियल शुगर” – क्या ये सच में अलग है?

अब कोका-कोला ने एक नया वर्जन लॉन्च किया है – “कोका-कोला मेड विद रियल शुगर”। मजे की बात? ये सिर्फ अमेरिका में ही मिलेगा। और हां, पुराना HFCS वाला कोक भी बाजार में रहेगा। कंपनी कह रही है कि ये फैसला ग्राहकों की डिमांड और राजनीतिक दबाव दोनों को देखते हुए लिया गया है। साफ है न कि कोका-कोला दोनों तरफ से खुश रखने की कोशिश कर रही है। चालाकी?

लोग क्या कह रहे हैं? मिली-जुली प्रतिक्रियाएं

ट्रंप जी तो खुश हैं – इसे “अमेरिका के किसानों की जीत” बता रहे हैं। पर जनता की राय? कुछ लोग खुश हैं, तो कुछ का कहना है कि ये सिर्फ एक marketing gimmick है। डॉक्टरों की राय? वो कहते हैं कि चीनी का स्रोत बदलने से कोक अचानक हेल्दी नहीं हो जाएगी। आखिरकार ये तो एक sugary drink ही है न?

क्या ये बदलाव आगे बढ़ेगा?

दिलचस्प सवाल। अगर ये नया कोक अमेरिका में चल निकला, तो शायद दूसरे देशों में भी आए। और हो सकता है दूसरी कंपनियां भी HFCS छोड़ने पर मजबूर हो जाएं। पर एक शर्त है – ग्राहकों को महंगे प्रोडक्ट खरीदने को तैयार होना पड़ेगा। और ये इतना आसान नहीं।

आखिरी बात: ये पूरा मामला दिखाता है कि कैसे सरकारी दबाव और ग्राहकों की मांग कंपनियों को झुका सकती है। पर असली सवाल ये है कि क्या लोग वास्तव में इस नए कोक को अपनाएंगे? या फिर ये सिर्फ एक छोटी सी marketing win होकर रह जाएगी? वक्त बताएगा।

एक बात तो तय है – कोका-कोला ने फिर से सबका ध्यान खींच लिया है। स्मार्ट मूव, है न?

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Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

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