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कॉलबर्ट शो का रद्द होना: लेट-नाइट TV की खतरनाक स्थिति का खुलासा!

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कॉलबर्ट शो का रद्द होना: क्या अब खत्म होगा लेट-नाइट TV का ज़माना?

अरे भई, CBS ने तो बम गिरा दिया! उनका मशहूर लेट-नाइट शो “द लेट शो विद स्टीफन कॉलबर्ट” अब बंद हो रहा है। सच कहूँ तो ये खबर सुनकर मुझे वही अजीब सा फील हुआ जब आपका पसंदीदा रेस्टोरेंट अचानक बंद हो जाए। TV इंडस्ट्री में तो हड़कंप मच गया है। लेकिन सवाल यह है कि क्या ये सिर्फ एक शो का अंत है या फिर पूरी लेट-नाइट एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए अलार्म बेल?

पीछे मुड़कर देखें तो…

अमेरिकी TV की बात करें तो लेट-नाइट शो तो जैसे उनकी संस्कृति का हिस्सा बन चुके हैं। 1950 से चले आ रहे इस फॉर्मेट ने हमें डेविड लेटरमैन जैसे लीजेंड्स दिए। कॉलबर्ट ने 2015 में इसी लीग में एंट्री की थी – राजनीति पर तीखे कमेंट्स और उनका यूनिक कॉमेडी स्टाइल दर्शकों को खूब भाया। पर अब? हालात बदल गए हैं। TV वाले दर्शक घट रहे हैं और Netflix-YouTube वालों का राज चल रहा है। सच पूछो तो आजकल लोग रात को 11:30 बजे TV ऑन करने के बजाय मोबाइल पर ही कुछ देख लेते हैं।

CBS ने क्यों लिया ये फैसला?

ऑफिशियली तो CBS इसे “क्रिएटिव डायरेक्शन में बदलाव” बता रहा है। पर भई, हम सब जानते हैं न कि असली वजह क्या है? रेटिंग्स गिर रही थीं बिल्कुल गर्मियों में बर्फ की तरह! पिछले दो साल से शो का व्यूअरशिप लगातार नीचे जा रहा था। और TV नेटवर्क्स के लिए ये कोई छोटी बात नहीं – जब दर्शक ही नहीं तो एडवर्टाइजर्स कहाँ से आएँगे?

लोग क्या कह रहे हैं?

सोशल मीडिया पर तो मानो मेला लग गया। कुछ फैंस शो के पुराने क्लिप्स शेयर करके नॉस्टेल्जिक हो रहे हैं, तो कुछ को गुस्सा आ रहा है। एक्सपर्ट्स की राय भी दो कैम्प्स में बँटी है – कुछ कह रहे हैं ये लेट-नाइट TV का अंत है, तो कुछ का मानना है कि ये सिर्फ इवोल्यूशन का हिस्सा है। सबसे मजेदार बात? कॉलबर्ट अभी तक चुप हैं – शायद कोई बड़ा प्लान बना रहे होंगे!

अब आगे क्या?

असली सवाल तो यह है कि क्या लेट-नाइट शो का फॉर्मेट अब ज़िंदा रह पाएगा? मेरा पर्सनल विचार? हो सकता है ये स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स पर शिफ्ट हो जाए। जैसे कि Netflix पर जॉन ऑलिवर का Last Week Tonight चल रहा है। CBS शायद कुछ नया ट्राई करे, और कॉलबर्ट? हो सकता है वो किसी OTT प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ जाएँ। कौन जाने!

एक बात तो तय है – ये फैसला TV इंडस्ट्री के बड़े बदलाव का संकेत है। अब देखना ये है कि ये बदलाव कितना बड़ा होगा। वैसे मुझे लगता है कि एंटरटेनमेंट कभी मरता नहीं… बस अपना रूप बदलता है। आपको क्या लगता है?

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Source: WSJ – US Business | Secondary News Source: Pulsivic.com

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