कांग्रेस ने फिर से गोल मारा… अपने ही गोल में! जानिए क्या है पूरा ड्रामा
अरे भाई, कांग्रेस पार्टी तो लगता है अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारने में मास्टर हो गई है! इस बार उनके official social media handle पर तिरंगे का गलत वर्जन पोस्ट करके उन्होंने फिर से बवाल खड़ा कर दिया। हालांकि बाद में माफी मांगकर पोस्ट हटा दी गई, लेकिन सच कहूं तो ये तो बस एक और कड़ी है उनकी लगातार हो रही गलतियों की सीरीज की। और हैरानी की बात ये है कि हर बार की तरह इस बार भी विपक्ष ने मौके का पूरा-पूरा फायदा उठाया। क्या आपको नहीं लगता कि अब ये pattern बनता जा रहा है?
पीछे का सच
देखिए, ये पहली बार तो है नहीं जब कांग्रेस ने ऐसी भारी भूल की है। पहले देश का गलत नक्शा, फिर संवेदनशील मुद्दों पर अजीबोगरीब पोस्ट्स… और अब तिरंगे के साथ छेड़छाड़! भई, तिरंगा तो हमारी शान है, उसके साथ यूं खिलवाड़ करना… सच में समझ से परे है। और आजकल तो social media पर एक छोटी सी गलती भी कितनी बड़ी आग लगा देती है, ये तो हम सब जानते हैं। कांग्रेस वालों को ये बात अब तक समझ क्यों नहीं आई?
हालिया हंगामा
तो क्या हुआ था असल में? कांग्रेस के official account पर पोस्ट किए गए तिरंगे में रंग ही गड़बड़ थे, अशोक चक्र भी ठीक नहीं था। लोगों की नज़र तो तेज होती है ना, फटाक से पकड़ लिया गया। पार्टी ने बाद में पोस्ट हटाकर माफी मांगी और इसे “human error” बताया। लेकिन भई, BJP और दूसरे विपक्षी दलों को तो मौका मिल गया न? उन्होंने तो झट से कांग्रेस पर देशद्रोह का इल्ज़ाम लगा दिया। Social media पर भी लोगों के reactions देखने लायक थे – कोई गुस्से में था, तो कोई हंस रहा था कि “अरे यार, ये तो रोज का हो गया!”
किसने क्या कहा?
कांग्रेस के कुछ नेताओं ने तो ये तक कह दिया कि ये technical गड़बड़ी थी, जानबूझकर नहीं किया गया। पर BJP वाले तो मानेंगे ना भला? उनके एक प्रवक्ता ने तो जमकर हमला बोला – “कांग्रेस को देश की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। ये लगातार की जा रही गलतियां उनकी मानसिकता दिखाती हैं।” सच कहूं तो इस बार public reaction भी कुछ खास नहीं था… शायद लोग अब इन सबके आदी हो चुके हैं!
अब आगे क्या?
असल सवाल ये है कि आखिर कब तक चलेगा ये सिलसिला? 2024 के elections को देखते हुए तो कांग्रेस को सच में अपनी social media policy पर काम करने की ज़रूरत है। एक strict verification process, double-checks… ये सब तो बेसिक चीज़ें हैं। पर सुनने में अच्छा लगता है, होता कुछ नहीं। अगर सच में image सुधारनी है तो internal system को मजबूत करना ही होगा। वरना तो… खैर, आप समझदार हैं!
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कांग्रेस फिर से खुद को क्यों नुकसान पहुंचा रही है?
असल में देखा जाए तो ये कोई पहली बार नहीं है। पर सवाल यह है कि आखिर क्यों? मेरी समझ से, पार्टी के अंदर चल रही खींचतान और बिना सोचे-समझे उठाए गए कदमों ने उन्हें फंसाया है। जैसे कोई अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ले – बिल्कुल वैसा ही हाल है। और सच कहूं तो, अब ये एक आदत सी बनती जा रही है।
पहले और अब में क्या फर्क है?
इस बार तो मामला और भी गंभीर लग रहा है। क्यों? क्योंकि इसमें शीर्ष नेता शामिल हैं। और सबसे बड़ी बात – आने वाले चुनावों पर इसका सीधा असर पड़ सकता है। पहले तो ऐसी स्थितियों में पार्टी damage control कर लेती थी, लेकिन इस बार… हालात कुछ और ही कहानी कह रहे हैं।
क्या कांग्रेस का भविष्य अंधकारमय होगा?
ईमानदारी से कहूं तो, चिंता की बात तो है। जानकारों की मानें तो लगातार की जा रही ये गलतियां पार्टी को लंबे समय तक भुगतनी पड़ सकती हैं। एक तरफ तो समय बदल रहा है, लेकिन दूसरी तरफ कांग्रेस की रणनीति? वही ढाक के तीन पात। अगर जल्दी कुछ नहीं बदला तो… आप समझ ही गए होंगे।
जनता की क्या प्रतिक्रिया है?
Social media पर तो आग लगी हुई है! आम लोगों की प्रतिक्रियाएं देखकर लगता है कि धैर्य का बांध टूटने वाला है। कई लोग तो साफ कह रहे हैं – “बस, अब और नहीं!” Trust का संकट गहराता जा रहा है। और जब trust टूटता है तो… विकल्प तलाशने में देर नहीं लगती। सच कहूं तो, ये सब देखकर दुख होता है।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com