सीयूईटी यूजी में कम मार्क्स आ गए? पैनिक नहीं, ये हैं आपके बेस्ट ऑप्शन्स!
भईया, CUET UG 2025 का रिजल्ट आया और नंबर कम आए? सबसे पहले तो गहरी सांस लो। ये मैं इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि खुद मेरे कजिन का भी यही हाल था पिछले साल। सच बताऊँ? उसने तो अब LPU से BBA कर लिया है और बिल्कुल खुश है। तो समझो कि दुनिया खत्म नहीं हुई! DU, JNU, BHU जैसे बड़े नामों के अलावा भी तो कितने ही ऑप्शन्स हैं न? चलो, आज मैं तुम्हें बताता हूँ कैसे इस सिचुएशन को हैंडल करना है।
पहला रिएक्शन: “अरे यार!” से आगे क्या?
सुनो, मेरा एक दोस्त तो रिजल्ट देखकर तीन दिन तक कमरे से बाहर ही नहीं निकला। बाद में पता चला – उसके फॉर्म में ही गड़बड़ थी! तो पहला काम तो ये करो कि पेपर वापस चेक करो। कहाँ गलतियाँ हुईं? कौन-सा सेक्शन कमजोर रहा? अगर सच में स्कोर कम है तो कोई बात नहीं। मेरे एक टीचर ने कहा था – “एग्जाम तो बस एक दिन का गेम है, पूरी लाइफ नहीं।” सच बात तो ये है कि आजकल काउंसलर्स के पास जाने में कोई शर्म नहीं है। वो तुम्हें ऐसे कोर्सेज बता देंगे जिनके बारे में तुमने सोचा भी नहीं होगा!
कम मार्क्स? कोई नहीं, ये ट्रिक्स ट्राई करो
असल में देखा जाए तो हमारे देश में ऐसे कितने ही कॉलेज हैं जहाँ कटऑफ बहुत ज्यादा हाई नहीं होता। मिसाल के तौर पर, private universities तो अक्सर अपना खुद का एडमिशन प्रोसेस भी रखती हैं। और सुनो एक सीक्रेट – कई जगह spot admission में तो लास्ट मिनट में भी सीट मिल जाती है! मेरी एक जानकार ने तो ऐसे ही एक अच्छे कॉलेज में एडमिशन ले लिया था।
वैसे अगर पढ़ाई के साथ कमाना भी चाहते हो तो distance education वाले प्रोग्राम्स भी देख लो। या फिर state-level के दूसरे एग्जाम्स की तैयारी करो। कहने का मतलब – रास्ते तो हैं ही हैं!
कम स्कोर पर भी मिलेंगे ये टॉप कॉलेज
अब सीधे पॉइंट पर आते हैं। DU के कुछ कॉलेज जैसे श्यामलाल या दीन दयाल उपाध्याय में कुछ कोर्सेज का कटऑफ रिलेटिवली लो रहता है। है न मजे की बात? JNU और BHU में भी कुछ less popular कोर्सेज होते हैं जहाँ कम्पटीशन कम होता है।
मेरा पर्सनल एक्सपीरियंस? पंजाब यूनिवर्सिटी और लखनऊ यूनिवर्सिटी जैसी जगहों पर भी काफी अच्छे ऑप्शन्स मिल जाते हैं। और अगर प्राइवेट का ख्याल है तो Amity, LPU या Manipal जैसे नामों पर भी नजर डालो। एक बात और – कई बार छोटे कॉलेजों में टीचिंग क्वालिटी बड़ों से भी बेहतर होती है!
अगली बार के लिए गुरु मंत्र
अगर सोच रहे हो कि अगले साल फिर से CUET देना है तो मेरी यही सलाह है – पहले अपनी weaknesses पहचानो। मेरे एक जूनियर ने तो पिछले साल सिर्फ मॉक टेस्ट प्रैक्टिस करके स्कोर 30% तक बढ़ा लिया था!
और हाँ, आजकल तो digital marketing, coding जैसे शॉर्ट-टर्म कोर्सेज भी चल निकले हैं। मेरा कजिन तो अभी ग्राफिक डिजाइनिंग सीख रहा है और फ्रीलांसिंग से अच्छा खासा कमा भी रहा है। फूड फॉर थॉट है न?
आखिरी बात (पर सबसे जरूरी)
देखो भाई, मैं ये नहीं कहूँगा कि “हार मत मानो” वाली घिसी-पिटी बात। असलियत ये है कि लाइफ में कभी एक दरवाजा बंद होता है तो कभी दस खुल जाते हैं। मेरे कॉलेज का एक सीनियर CUET में फेल हो गया था, आज वो अपना स्टार्टअप चला रहा है।
तो बस इतना याद रखो – आज जो लग रहा है कि सब खत्म हो गया, कल को वही तुम्हारी सबसे बड़ी सफलता की कहानी बन जाएगा। और हाँ, एडमिशन मिल जाए तो मिठाई जरूर खिलाना!
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com