deadly mushroom murder killer bahu crime story 20250708090548708963

“मौत का मशरूम! नारंगी-स्लेटी थाली में जहरीला खाना, कातिल बहू की सनसनीखेज कारस्तानी”

मौत का मशरूम! जब थाली में परोसा गया जहर और बहू बनी कातिल

सुनकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं न? एक ऐसा मामला जिसमें पारिवारिक रिश्तों की डोर टूटकर हत्या तक पहुंच गई। असल में बात ये है कि एक महिला पर अपने ही सास-ससुर और एक रिश्तेदार को जहरीले मशरूम खिलाकर मारने का आरोप लगा है। और सबसे डरावनी बात? उसने खुद अलग बर्तन में खाना खाया, जबकि पीड़ितों को एक खास नारंगी-स्लेटी थाली में परोसा। सोचिए, कितनी सोची-समझी साजिश रही होगी!

परिवार के अंदर क्या चल रहा था?

देखा जाए तो ये कोई एक दिन की बात नहीं थी। पड़ोसियों की मानें तो महिला और उसके पति के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा था। वो सास-ससुर से भी अक्सर झगड़ती रहती थी। ईमानदारी से कहूं तो, जब तक पूरी कहानी सामने न आए, कुछ भी कहना मुश्किल है। लेकिन इतना तो साफ है कि ये कोई आवेश में किया गया काम नहीं, बल्कि प्लान्ड मर्डर लगता है।

पुलिस की जांच: क्या-क्या सामने आया?

अब जरा पुलिस वालों की तरफ देखते हैं। उन्होंने तो जैसे पूरा केस ही उल्टा कर दिया है! पोस्टमॉर्टम में जहर की पुष्टि हो चुकी है। और तो और, अब वो महिला के phone records और social media activity को भी चेक कर रहे हैं। है न दिलचस्प? सबसे मजेदार (या डरावना?) तथ्य ये कि उसका पति, जो उस दिन घर पर था ही नहीं, उस पर भी शक के बादल मंडरा रहे हैं।

समाज की प्रतिक्रिया: “हमें तो यकीन ही नहीं हो रहा!”

पड़ोसियों की बात सुनिए – “अरे भई, वो तो बिल्कुल शांत दिखती थी। कभी किसी से झगड़ा नहीं करती थी।” पर जैसा कि कहते हैं न, सतह के नीचे क्या चल रहा होता है, कोई नहीं जानता। परिवार वाले तो अभी भी सदमे में हैं। कोई मानने को तैयार ही नहीं कि उनकी बहू ऐसा कर सकती थी।

आगे क्या? सजा या नया मोड़?

तो अब सवाल ये उठता है कि आगे क्या होगा? पुलिस तो मशरूम के सोर्स की तलाश में जुटी है। अगर महिला का अपराध साबित हो गया तो? सुनिए, उम्रकैद तो minimum punishment है, maximum तो फांसी भी हो सकती है। पर इससे भी बड़ी बात ये कि इस केस ने social media पर mental health और domestic violence पर बहस छेड़ दी है। क्या सच में हम अपने आस-पास के लोगों को समझ पाते हैं? सोचने वाली बात है…

अंत में बस इतना ही – ये कोई साधारण crime नहीं है। ये तो समाज के उस काले पन को उजागर करता है जो हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। और हां, अभी तो जांच चल रही है। कौन जाने आगे और क्या-क्या सामने आए!

यह भी पढ़ें:

Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

More From Author

“अंधविश्वास की भयानक कीमत: भूत उतारने के नाम पर पिटाई से मौत!”

“देशविरोधी वीडियो शेयर करने वालों पर सख्त कार्रवाई! अब जेल में बितानी पड़ेगी पूरी जिंदगी”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent Comments