दिल्ली-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन: 9 शहरों की जिंदगी बदलने वाला प्रोजेक्ट, पर सवाल भी तो हैं!
अरे भाई, अगर आपको लगता था कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन ही भारत की आखिरी हाई-स्पीड सपना है, तो जरा ठहरिए! रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने तो अभी-अभी लोकसभा में बताया है कि और 6 रूट्स पर बुलेट ट्रेन दौड़ने वाली है। सच कहूं तो खबर सुनकर मेरा भी दिल बुलेट ट्रेन जितनी रफ्तार से धड़कने लगा। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह सिर्फ सपना ही रहेगा या हकीकत बनेगा?
अभी तक तो हम सब मुंबई-अहमदाबाद प्रोजेक्ट का इंतज़ार कर रहे हैं, जो JICA की मदद से 2029 तक पूरा होना है। 1.1 लाख करोड़ का यह प्रोजेक्ट तो एक तरह से टेस्ट केस है न? अगर यह सफल रहा, तो फिर दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई जैसे शहरों को भी जोड़ा जाएगा। पर सच पूछो तो, क्या हमारी सरकार इतने सारे प्रोजेक्ट्स को एक साथ संभाल पाएगी?
अब जरा इन नए रूट्स पर नज़र डालते हैं – दिल्ली-अहमदाबाद से लेकर मुंबई-हैदराबाद तक! NHSRCL ने DPR भी तैयार कर ली है, जो दिखाता है कि यह कोई हवाई बात नहीं है। पर मेरा सवाल: क्या आप जानते हैं इनमें से कितने रूट्स वास्तव में आर्थिक रूप से व्यवहार्य हैं? मैसूर से चेन्नई तक बुलेट ट्रेन? सुनने में तो बड़ा अच्छा लगता है, लेकिन…
देखिए, एक तरफ तो यह प्रोजेक्ट देश के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है। यात्रा का समय कम होगा, इकोनॉमी को बूस्ट मिलेगा – ये सब तो ठीक है। लेकिन दूसरी तरफ, कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह पैसा हमारी मौजूदा रेलवे व्यवस्था को ठीक करने में लगना चाहिए। और सच कहूं तो, उनकी बात में भी दम है। कल्पना कीजिए, अगर हमारी साधारण ट्रेनें ही समय पर चलने लगें, तो?
तो अब क्या? अगले कुछ सालों में हमें फंडिंग, टेंडर और न जाने क्या-क्या देखने को मिलेगा। पर याद रखिए, भारत में कोई भी बड़ा इंफ्रा प्रोजेक्ट आसानी से नहीं होता। लैंड अक्विजिशन से लेकर पर्यावरण मंजूरी तक – रास्ता आसान नहीं है। लेकिन अगर यह सब हो गया तो? फिर तो भारत की तस्वीर ही बदल जाएगी। क्या आप तैयार हैं इस नए भारत के लिए?
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Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com