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“दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता के बंगले का 60 लाख का टेंडर रद्द! जानें क्या है पूरा मामला”

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दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता के बंगले का 60 लाख का टेंडर रद्द – क्या है पूरा खेल?

अरे भई, सुनो! दिल्ली सीएम के सरकारी बंगले की मरम्मत के लिए जारी किया गया वो 60 लाख का टेंडर अचानक रद्द हो गया है। PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? क्या वाकई में यह सिर्फ ‘प्रशासनिक कारण’ हैं या फिर कोई और ही कहानी है? असल में, यह मामला अब सरकारी खर्चों की पारदर्शिता पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।

पहले समझिए पूरा कंटेक्स्ट

देखिए, सीएम का यह बंगला पिछले कुछ महीनों से ही चर्चा में था। मरम्मत के नाम पर इतना पैसा खर्च करना क्या वाकई जरूरी था? वैसे तो यह पहली बार नहीं है जब सरकारी आवासों के खर्चे पर सवाल उठे हैं। आपको याद होगा, पिछले साल भी ऐसे ही एक मामले में विपक्ष ने सरकार को घेरा था। तब भी यही बहस थी – जनता के पैसे की फिजूलखर्ची।

अब तक क्या-क्या हुआ?

सरकारी सूत्र कह रहे हैं कि टेंडर ‘प्रशासनिक कारणों’ से रद्द हुआ। लेकिन सच क्या है? अभी तक तो कोई आधिकारिक बयान ही नहीं आया। मगर अंदर की बात यह है कि टेंडर प्रक्रिया में कुछ गड़बड़झाले की शिकायतें मिली थीं। कुछ लोग तो यह भी कह रहे हैं कि चयन प्रक्रिया पर ही सवाल उठाए गए थे। है न दिलचस्प?

राजनीति गरमाई, सोशल मीडिया भी चर्चा में

विपक्ष तो मानो मौके की तलाश में ही बैठा था! उन्होंने तुरंत इस मामले को उठाते हुए सरकार पर जमकर हमला बोल दिया। उधर, सोशल मीडिया पर भी हंगामा मचा हुआ है। कुछ लोग इसे सही कदम बता रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि यह सिर्फ दिखावा है। ईमानदारी से कहूं तो, जनता का पैसा है, तो सवाल तो उठेंगे ही न!

अब आगे क्या?

अब सबकी नजरें इस पर हैं कि सरकार आगे क्या कदम उठाती है। क्या टेंडर दोबारा जारी होगा? या फिर कोई नई प्रक्रिया अपनाई जाएगी? और हां, विपक्ष तो जांच की मांग करने वाला ही है। एक बात तो तय है – यह मामला आने वाले दिनों में और सुर्खियां बटोरेगा।

अंत में बस इतना कहूंगा – जब तक पूरी पारदर्शिता नहीं होगी, तब तक ऐसे सवाल उठते रहेंगे। क्या पता, इसकी जांच से कोई बड़ा खुलासा भी हो जाए! आपको क्या लगता है? कमेंट में जरूर बताइएगा।

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Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com

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