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दिल्ली-NCR में ओवरएज्ड वाहनों पर फ्यूल बैन हटा! 1 नवंबर से ये 5 जिलों में भी लागू

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दिल्ली-NCR में पुरानी गाड़ियों पर बैन हटा! पर क्या यह सच में फायदेमंद होगा?

अरे भाई, दिल्ली-एनसीआर वालों के लिए बड़ी खबर है! सरकार ने आखिरकार 15 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ियों पर लगे पेट्रोल-डीजल के बैन को हटाने का फैसला कर ही दिया। और ये नया रूल सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं – 1 नवंबर 2023 से ये NCR के 5 और जिलों में भी लागू होने वाला है। सरकार का दावा है कि ये प्रदूषण कम करने और ट्रैफिक सुधारने की दिशा में बड़ा कदम है… पर सच्चाई क्या है? चलो समझते हैं।

असल में बात ये है कि दिल्ली की हवा तो पहले से ही जहरीली हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट और पर्यावरण मंत्रालय ने तो पहले ही 10 साल पुरानी डीजल और 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियों पर बैन लगा रखा था। NGT वाले तो और सख्त थे – उन्होंने तो पुरानी गाड़ियों को सड़क पर आने से ही रोक दिया था। मतलब साफ था – पुरानी गाड़ियां = ज्यादा प्रदूषण। लेकिन अब ये नया फैसला… थोड़ा अजीब लगता है न?

तो अब नया क्या है? 1 नवंबर से दिल्ली के साथ-साथ गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा में भी ये रूल लागू होगा। मतलब ये कि अगर आपकी गाड़ी 15 साल (पेट्रोल) या 10 साल (डीजल) से ज्यादा पुरानी है, तो इन इलाकों में चलाना बंद। वरना? ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग वाले आपसे भारी जुर्माना वसूलेंगे, या फिर गाड़ी ही जब्त कर लेंगे। कड़क एक्शन!

अब सवाल ये उठता है कि लोग इस पर क्या सोच रहे हैं? पर्यावरणविद तो खुश हैं – उनका कहना है कि इससे हवा साफ होगी। लेकिन आम लोग? उनकी प्रतिक्रिया मिली-जुली है। कुछ कह रहे हैं “सही फैसला”, तो कुछ की चिंता ये है कि नई गाड़ी खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं। ऑटोमोबाइल एसोसिएशन वाले तो सीधे कह रहे हैं – “पुरानी गाड़ियों के बदले बेहतर मुआवजा दो!”

देखा जाए तो इसके कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। एक तो स्क्रैप रेट बढ़ेगा ही – लोगों के पास और कोई चारा नहीं। दूसरा, EVs और CNG वाहनों की डिमांड अचानक बढ़ सकती है। और तीसरा… सरकार शायद ग्रीन ट्रांसपोर्ट पॉलिसी को और तेज कर दे। मतलब, ये तो बस शुरुआत है!

सच कहूं तो, ये फैसला सिर्फ पर्यावरण के बारे में नहीं है। ये दिल्ली-एनसीआर के लोगों की जिंदगी और ऑटो इंडस्ट्री दोनों को हिला देने वाला है। असली असर तो आने वाले कुछ महीनों में ही पता चलेगा। तब तक… पुरानी गाड़ी वालों के लिए टेंशन बढ़ गई है। है न?

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1. क्या सच में दिल्ली-NCR में पुरानी गाड़ियों पर फ्यूल बैन हट गया है?

हां भई हां! 1 नवंबर से ही ओवरएज्ड वाहनों को फिर से पेट्रोल-डीजल मिलने लगा है। सरकार ने प्रदूषण कम करने के नाम पर यह बैन लगाया था, लेकिन अब… छूट गया। क्यों? वही पुरानी कहानी – दबाव और राजनीति।

2. यह नया फैसला किन-किन इलाकों को प्रभावित करेगा?

देखिए, अब तो यह पूरे NCR की बात हो गई है। दिल्ली तो ठीक, लेकिन गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम (हां-हां, गुड़गांव नहीं!), फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा – इन पांचों जिलों में भी यही नियम लागू होगा। कुल मिलाकर पूरा NCR अब इसके दायरे में आ गया है।

3. क्या अब 10-15 साल पुरानी गाड़ियां भी फ्यूल भरवा पाएंगी?

बिल्कुल! 1 नवंबर के बाद से पेट्रोल पंप वाले आपकी पुरानी गाड़ी को देखकर नाक नहीं चढ़ाएंगे। हालांकि… एक बात। कहीं आपकी गाड़ी 15 साल से ज्यादा पुरानी तो नहीं? क्योंकि उसका तो रजिस्ट्रेशन ही कैंसिल हो चुका होगा न?

4. आखिर सरकार ने यह बैन हटाया ही क्यों?

असल में दो कारण हैं। पहला तो यह कि ट्रांसपोर्ट वाले और गाड़ी मालिकों का दबाव… वो भी बहुत ज्यादा। दूसरा, सरकार का कहना है कि प्रदूषण का स्तर थोड़ा कम हुआ है। पर सच कहूं? पहला कारण ज्यादा अहम लगता है। वैसे भी, अभी तो सर्दियों में प्रदूषण और बढ़ेगा – फिर क्या होगा? यह तो वक्त ही बताएगा।

Source: Aaj Tak – Home | Secondary News Source: Pulsivic.com

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