धराली तबाही: ISRO की सैटेलाइट तस्वीरें बता रही हैं कैसे बाढ़ ने सबकुछ बदल दिया!
असल में, ISRO ने जो तस्वीरें जारी की हैं, वो देखकर सिहरन होती है। उत्तराखंड के धराली का वो नज़ारा, जो 10 जुलाई तक शांत था, 15 जुलाई तक आते-आते कैसे बर्बादी में तब्दील हो गया – ये समझाने के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे। नदियों ने जिस तरह से पूरे इलाके का नक्शा ही बदल दिया, वो सच में डरावना है।
मज़ाक नहीं, बारिश ने कहर ढाया और नदियों का पानी खतरनाक स्तर तक पहुंच गया। ISRO के रिसोर्ससैट-2 ने जो कैप्चर किया, उसे देखकर लगता है जैसे किसी हॉलीवुड डिजास्टर मूवी के सीन देख रहे हों। पर ये असली है भाई! प्रकृति कितनी ताकतवर है, ये समझने के लिए इन तस्वीरों से बेहतर उदाहरण नहीं मिलेगा।
तस्वीरें बता रही हैं कि कैसे नदी ने अपना रास्ता बदला और गाँवों को निगल लिया। वो पुल जहाँ से हम रोज़ गुज़रते थे? गायब। खेत जिनमें फसल लहलहा रही थी? पानी में डूबे हुए। और सबसे दुखद बात – राहत कार्यों में भी दिक्कत आ रही है क्योंकि ज़्यादातर रास्ते ही बह चुके हैं। स्थानीय प्रशासन कोशिश तो कर रहा है, लेकिन देखते हैं कितना कामयाब हो पाता है।
स्थानीय लोगों की बात सुनकर दिल दहल जाता है। एक किसान ने कहा – “40 साल से यहाँ रह रहा हूँ, ऐसी बाढ़ कभी नहीं देखी।” सरकार ISRO की इन तस्वीरों को analyze कर रही है, लेकिन पर्यावरणविदों का कहना है कि ये सिर्फ़ शुरुआत है। Climate change और बेतरतीब construction का नतीजा है ये। सच कहूँ तो, अगर हमने अब भी नहीं सुधारा, तो आगे और बुरा होगा।
अब सवाल ये है कि आगे क्या? NDRF की टीमें मैदान में हैं, compensation की बात चल रही है। लेकिन असल मुद्दा तो ये है कि भविष्य में ऐसी त्रासदी को कैसे रोका जाए। Strong infrastructure चाहिए, बेहतर planning चाहिए। और सबसे ज़रूरी – पर्यावरण के साथ तालमेल।
धराली की ये घटना सिर्फ़ उत्तराखंड के लिए नहीं, पूरे देश के लिए एक चेतावनी है। ISRO की ये तस्वीरें हमें याद दिला रही हैं कि development और environment के बीच balance कितना ज़रूरी है। वरना… खैर, आप समझ ही गए होंगे।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com