धर्मशाला फ्लैश फ्लड: 5 मजदूरों की मौत, 3 अब भी गायब! पूरी कहानी यहां
क्या हुआ था?
25 जून की रात धर्मशाला में जो हुआ, वो प्रकृति के कहर की एक और डरावनी मिसाल बन गया। एक हाइड्रो प्रोजेक्ट साइट पर काम कर रहे मजदूरों की जिंदगी अचानक आई बाढ़ में बह गई। आठ लोगों में से पांच के शव मिल चुके हैं, जबकि तीन अभी भी लापता हैं। NDRF और स्थानीय प्रशासन की टीमें रात-दिन search operation में जुटी हैं।
पूरा मामला समझें
अचानक इतनी भयानक बाढ़ क्यों आई?
मौसम विभाग के records देखें तो धर्मशाला में महज 24 घंटे में 200mm से ज्यादा बारिश हुई। ये कोई normal बारिश नहीं थी – Experts का मानना है कि climate change की वजह से ऐसी extreme weather conditions अब बार-बार देखने को मिल रही हैं। नदी का पानी अचानक इतना बढ़ गया कि सबकुछ तबाह हो गया।
प्रोजेक्ट साइट पर क्या हालात थे?
जो मजदूर लापता हुए हैं, वो नदी किनारे बने temporary shelters में रह रहे थे। eyewitnesses बताते हैं कि रात करीब 11:30 बजे पानी इतनी तेजी से आया कि झोपड़ियां तिनकों की तरह बह गईं। सबसे दुखद बात? Workers का कहना है कि उन्हें कोई prior warning ही नहीं मिली।
राहत और बचाव कार्य
शव कहां और कैसे मिले?
NDRF की special teams ने drones और modern technology की मदद से search operation शुरू किया। पहले दो दिनों में तीन शव नदी के downstream इलाके में मिले, जबकि बाद में दो और bodies 5km दूर से बरामद हुईं। सभी को postmortem के लिए Dharamshala के civil hospital भेजा गया है।
लापता लोगों की तलाश कैसी चल रही है?
Search operation में लगे officers के मुताबिक, dense जंगल और पानी के तेज बहाव की वजह से काम मुश्किल हो रहा है। स्थानीय लोग भी volunteers के तौर पर मदद कर रहे हैं। Administration ने missing workers के परिवारों के लिए helpline numbers जारी किए हैं।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
हिमाचल के CM ने इस घटना पर दुख जताया है और हर मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये compensation देने का ऐलान किया है। साथ ही, flood-prone areas में extra alertness और सभी construction sites पर safety audit के आदेश दिए हैं।
विपक्ष और स्थानीय लोग क्या कह रहे हैं?
Opposition leaders ने negligence का आरोप लगाते हुए high-level inquiry की मांग की है। Local residents का कहना है कि इस area में flood risk को लेकर पहले ही चेतावनी दी जा चुकी थी, लेकिन authorities ने कोई action नहीं लिया।
हम क्या सीख सकते हैं?
ये दुर्घटना हमें natural disasters से निपटने की तैयारियों पर गंभीरता से सोचने को मजबूर करती है। बेहतर weather forecasting और early warning systems के साथ-साथ, construction workers की safety को लेकर stricter rules बनाने की जरूरत है। इस मुश्किल वक्त में, हम सभी पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं और उम्मीद करते हैं कि लापता मजदूर जल्द सुरक्षित मिलेंगे।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com