चीन-पाक की पनडुब्बियों की नींद उड़ा देगी ये ER-ASR मिसाइल! (और हाँ, ट्रायल सफल रहा)
अब तो लगता है हमारी नौसेना ने एंटी सबमरीन वॉरफेयर में वाकई दम दिखा दिया है। सच कहूँ तो ER-ASR मिसाइल का ये सफल टेस्ट सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि हमारे दुश्मनों के लिए एक साफ़ चेतावनी है। ये मिसाइल सचमुच गेम-चेंजर साबित हो सकती है – लंबी दूरी से ही दुश्मन की पनडुब्बियों को ध्वस्त करने की क्षमता… सोचकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं!
पर ये सब शुरू कैसे हुआ?
देखिए, बात यूँ है कि पिछले कुछ सालों से चीन और पाकिस्तान अपनी पनडुब्बियों को लेकर बड़े शातिर होते जा रहे थे। हमारी नौसेना भी कहाँ मूँगफली खाने वाली थी? उन्होंने ASW क्षमताओं को बढ़ाने पर जोर देना शुरू किया। और अब जो नतीजा सामने आया है, वो किसी सिनेमा से कम नहीं!
एक तरफ तो हमने 16 नए ASW शैलो वॉटर क्राफ्ट खरीदने का फैसला किया है, वहीं दूसरी तरफ हमारे पास पहले से ही वरुणास्त्र टॉरपीडो जैसे घातक हथियार मौजूद हैं। MH-60R हेलिकॉप्टर और P8I विमानों की बात करें तो… अरे भई, कहने ही क्या! ये सब मिलकर हमारी नौसेना को और भी ज्यादा ताकतवर बना रहे हैं।
तो क्या है इस खबर का सबसे ज़बरदस्त पहलू?
ER-ASR मिसाइल, दोस्तों! ये सिर्फ एक मिसाइल नहीं, बल्कि हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत का नतीजा है। लंबी रेंज? चेक। दुश्मन की पनडुब्बियों को ध्वस्त करने की क्षमता? डबल चेक। और सबसे बड़ी बात – ये पूरी तरह ‘मेड इन इंडिया’ है। क्या बात है न?
अब तो ASW शैलो वॉटर क्राफ्ट भी जल्द ही आने वाले हैं। ये छोटे-छोटे जहाज तटीय इलाकों में दुश्मन की पनडुब्बियों को ढूंढ़ निकालने में माहिर होंगे। और P8I विमानों की बात करें तो… सच कहूँ, ये तो जैसे समुद्र की आँखें बन चुके हैं!
क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स?
रक्षा विशेषज्ञ तो मानो खुशी से झूम उठे हैं। एक वरिष्ठ विश्लेषक का कहना है – “ये मिसाइल हमें चीन और पाकिस्तान के मुकाबले में काफी आगे ले जाएगी।” वहीं नौसेना के एक अधिकारी ने मुझसे कहा (ऑफ द रिकॉर्ड, समझिए ना!) कि “अब तो दुश्मन की पनडुब्बियों को हमारे इलाके में घुसने से पहले सौ बार सोचना पड़ेगा।”
अब आगे क्या?
अगले कुछ महीनों में ER-ASR मिसाइल को नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा। ASW क्राफ्ट की डिलीवरी भी शुरू हो जाएगी। और हाँ, हमारे वैज्ञानिक नए-नए एंटी-सबमरीन हथियारों पर काम कर रहे हैं। मतलब साफ है – अब हमारी नौसेना किसी से पीछे नहीं रहने वाली!
खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया! अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कमेंट में जरूर बताइएगा। जय हिंद! 🇮🇳
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चीन-पाक पनडुब्बियों का खात्मा और ER-ASR मिसाइल – कुछ ज़रूरी बातें
ER-ASR मिसाइल क्या है? और यह काम कैसे करती है?
देखिए, ER-ASR कोई आम मिसाइल नहीं है। यह एक advanced anti-submarine missile है जो समुद्र की गहराइयों में छिपे दुश्मन को ढूंढ़ निकालती है। सोचिए, जैसे कोई शिकारी चील अपने शिकार पर झपट्टा मारती है, वैसे ही यह मिसाइल पनडुब्बियों को टारगेट करती है। खास बात? इसकी रेंज और accuracy इतनी तगड़ी है कि पानी के अंदर की चुपके वाली चालें भी इससे बच नहीं पातीं।
यह सफल ट्रायल भारत के लिए इतना खास क्यों?
असल में बात समझिए… चीन और पाकिस्तान लगातार अपने naval power को बढ़ा रहे हैं। ऐसे में यह मिसाइल हमारे लिए game-changer साबित हो सकती है। मानो कि आपके पड़ोसी लगातार आपकी दीवार पर नज़रें गड़ाए बैठे हों, और आपने अचानक एक CCTV लगा दिया हो! साफ संदेश जाता है कि अब कोई छुप-छुपाकर की गई हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पुरानी मिसाइलों से यह कितनी अलग है?
ऐसे समझ लीजिए – पहले के versions अच्छे थे, लेकिन ER-ASR वाली बात ही कुछ और है। जैसे keypad वाले फोन और smartphone में फर्क होता है न? वैसे ही इसमें latest technology का जादू चला है। Faster, sharper और deadlier। सच कहूं तो दुश्मन की पनडुब्बियों के लिए यह नींद उड़ा देने वाली खबर है।
चीन-पाक की पनडुब्बियों के लिए कितना बड़ा खतरा?
बिल्कुल सीधी बात – यह मिसाइल उनके लिए सिरदर्द बन चुकी है। वो अपनी stealth technology पर इतना घमंड करते थे न? अब उनकी यही ताकत उनके खिलाफ काम आएगी। Long-range की मारक क्षमता और pin-point accuracy… सच बताऊं? उनकी naval strategies अब पुरानी पड़ चुकी हैं। एकदम ज़बरदस्त। सच में।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com